देवास। जिला चिकित्सालय कहने को तो जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है लेकिन अब महिला डॉक्टरों के लिए कुश्ती का मैदान भी हो गया। यहां एक महिला डॉक्टर ने दूसरी डॉक्टर पर चप्पलों से मारपीट कर दी। इस घटना के बाद दोनों महिला डॉक्टरों ने एक दूसरे कई आरोप भी लगाए। एक महिला डॉक्टर ने तो दूसरी डॉक्टर पर रिश्वत का आरोप लगाते हुए कहा कि मरीजों के उपचार के लिए वह खुलेआम पैसे लेती है। मामले को लेकर बताया जा रहा है कि कलेक्टर ने दोनों महिला डॉक्टर को तलब किया है। बताया गया है कि दोनों को समझाईश देकर मामले में जिला पंचायत सीईओ की अध्यक्षता में जांच दल गठित किया जा रहा है। वहीं मामले में वसूली की शिकायत को लेकर भी जांच दल पड़ताल करेगा।
जानकारी के अनुसार दो महिला डॉक्टर डॉ. पुष्पा पवैया, व साधना वर्मा के बीच जिला चिकित्सालय में मारपीट की घटना हो गई। दोनों डॉक्टरों से चर्चा की गई, जिसमें दोनों ही एक दूसरे पर आरोप लगाती रही। दोनों का कहना था कि दोनों अपनी ड्युटी पूरी तरह से नहीं करती है। डॉ. पवैया ने तो साधना वर्मा पर आरोप लगाते यह भी कह दिया कि वह खुलेआम मरीजों से पैसे लेकर काम करती है।
डॉ. साधना वर्मा खुलेआम मरीजों से पैसे लेकर काम करती है
इस संबंध में डॉक्टर पुष्पा पवैया ने बताया कि डॉ. साधना वर्मा को सिविल सर्जन डॉ. एमपी शर्मा ने एचओडी बनाया है। इस बात को लेकर मुझे परेशान कर रही थी। मेरी अल्टरनेट ड्युटी लगाई थी एक दिन छोडक़र जबकि नियम के अनुसार डॉ. साधना वर्मा को ड्युटी करना था। गुरुवार रात से ड्युटी मेरी थी। एक मरीज को देखने के लिए उसने कॉल पहुंचा दी। मैंने उससे शांति से बात करने के लिए कहा वह मरीज को देख रही थी उसने उसे बाहर कर दिया और अंदर से दरवाजा लगा दिया। मैंने उससे कहा कि साधना तू मुझे क्यों परेशान कर रही है। उसने मुझे सीधे बिस्तर पर पटक दिया और चप्पल से मारना चालू कर दिया। मेरे कान का भी गायब हो गया। जब से एचओडी बनी है तब से मुझे किसी ना किसी बात को लेकर मुझे परेशान कर रही है। उन्होनें डॉ. साधना पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह भ्रष्ट है, रात को ऑपरेशन करती है और खुलेआम मरीजों से पैसे लेती है। यह बात सिविल सर्जन एमपी शर्मा को भी पता है फिर भी कोई कार्रवाई नहीं होती है।
मेरा प्रमोशन पहले का है ये उनको नहीं पचता
डॉ. साधना वर्मा ने कहा कि मैं यहां बैठकर मरीज देख रही थी, ओटी में मेरी महिला मरीज लेटी हुई थी, जिसको तीन बच्चे है उसका ऑपरेशन मुझे करना था। डॉ. पवैया बाहर से आई और मेरे साथ गाली गलौच करने लग गई। रात में एक मरीज था उसके लिए कॉल गया था। फोन आया था कि इस मरीज को देखने कोई नहीं आ रहा है। गुरुवार रात को डॉ. पैवया की ड्युटी थी, वो ड्युटी पर नहीं आई ड्युटी डॉक्टर से मेरी बात हुई मरीज के साथ जो अटेंडर था वो भी मुझे कॉल कर रहा था। उसने कहा था कि यहां पर कोई ड्युटी डॉक्टर नहीं है। उसके बाद मैंने डॉ. कल्याणी को फोन लगाकर पूछा तो उन्होनें बताया कि मरीज का पहले का ऑपरेशन है लेकिन डॉ. पवैया ने आने से मना कर दिया है। मेरा प्रमोशन ही विवाद का कारण है, डॉ. राणा मेडम रिटायर्ड होने वाले हैं उनके बाद मुझे मेटरनिटी का चार्ज दे दिया गया है। ये नहीं चाहती है कि मैं यहां काम करुं। ठीक है वो एमबीबीएस रहे हैं, 2002 में उन्होनें ज्वाइन किया है। लेकिन मेरा पीजी पहलक का है मेरा प्रमोशन पहले का है ये उनको पचता नहीं है। ये बहुत पहले से चल रहा है। मैं उन्हें कोई प्रताडि़त नहीं कर रही हूं सिविल सर्जन के आदेश पर ही काम कर रही हूं।