देवास। आगामी दिनों में शारदीय नवरात्रि पर्व आरंभ होना है, माता टेकरी पर लाखों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। इनमें कई रोपवे से माताजी के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। रोपवे पर कोई हादसा होता है तो उससे कैसे बचाव किया जा सकता है इसके लिए वाराणसी से आई 11 एनडीआरएफ की टीम व एसडीआरएफ, होमगार्ड की संयुक्त टीम ने मंगलवार सुबह मॉकड्रील की। जिसमें माता टेकरी पर रोपवे ट्राली में दो लोगों के फंसे होने की सूचना के बाद एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और एसडीआरएफ व होमगार्ड टीम के साथ संयुक्त रुप से रेस्क्यू अभियान चलाकर रोपवे में फंसे दो लोगों को सकुशल बाहर निकालकर मेडिकल चेकअप के बाद अस्पताल पहुंचाया गया।
आगामी दिनों में शारदीय नवरात्री पर्व की शुरुआत होने वाली है ऐसे में माता टेकरी पर बने रोपवे से बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता टेकरी पहुंचते है। अगर रोपवे ट्राली में कुछ समास्या आती है तो ट्राली से सुरक्षित श्रद्धालुओं को समय रहते निकाल सके। जिसके चलते माकड्रिल की गई। वाराणसी से आई 11 एनडीआरएफ के सहायक कमांडेंट एसए सिकंदर ने बताया कि आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन योजना के तहत उपमहानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन में माँ चामुंडा मंदिर के पास रोपवे हादसे के संदर्भ में संयुक्त मॉक अभ्यास किया। इस दौरान रोपवे की केबल कार ट्रॉली में फंसे व्यक्तियों को एनडीआरएफ बचाव कर्मियों ने रस्सी व तकनीकी का उपयोग कर सुरक्षित बचाया।
अभ्यास की शुरुआत आपातकालीन अलार्म के साथ हुई रोपवे के बचाओ कर्मियों ने दो लोगो को बचाया और दो लोग बुरी तरह से प्रभावित हो गये थे तभी एनडीआरएफ टीम को कार्रवाई के लिए बुलाया। टीम ने स्थिति का आंकलन किया, ऑपरेशन बेस, मेडिकल पोस्ट और कम्युनिकेशन पोस्ट को तैयार कर खतरे की जांच के बाद ऑपरेशन शुरू किया। पीडि़तों को सुरक्षित बचाया गया। एसए सिकंदर ने बताया कि मॉक अभ्यास का उद्देश्य सभी हितधारकों के बीच समन्वय बनाना, उपचारात्मक उपाय करना, संसाधनों की दक्षता की जांच करना और प्रतिकूल स्थिति में बचाव कार्यवाही को परखना था, ताकि किसी भी केबल कार हादसे के दौरान मानव जीवन को बचाया जा सके। एसडीआरएफ कमांडेंट मधु तिवारी ने बताया कि कलेक्टर के निर्देशानुसार 11 बटालियन एनडीआरएफ टीम, एसडीआरएफ व होमगार्ड टीम द्वारा माकड्रिल की गई। माता टेकरी पर नवरात्रि पर्व के दौरान मेला लगने वाला है उसी की सुरक्षा के मद्देनजर यह माकड्रिल की गई। इसमें 30 सदस्य एनडीआरएफ एक प्लाटून एसडीआरएफ व होमगार्ड की टीम शामिल थी। इसमें दो लोगों का रेस्क्यू किया गया।