देवास। बाइक पर तीन युवक सवार होकर बुधवार देर रात को इंदौर रोड़ डकाच्या स्थित कंपनी से राजोदा की और जा रहे थे। उसी दरमियान जेल चौराहे पर अंधगती से आ रहे एक ट्रेक्टर चालक ने इनकी बाइक को टक्कर मार दी जिसमे तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को जिला चिकित्सालय लेकर आए। जहां उपचार के दौरान एक युवक की मौत हो गई। दो युवकों में से एक को गंभीर अवस्था के चलते इंदौर रेफर किया गया। एक का उपचार जिला चिकित्सालय में जारी है। युवक की मौत होने पर परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा कर दिया व तोडफ़ोड़ कर दी थी। गुरुवार सुबह मृतक का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया। मामले को लेकर पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है।
जानकारी के अनुसार एक बाइक पर तीन युवक जिनमें विनय पिता धर्मेंद्र मालवीय उम्र 25 वर्ष निवासी राजोदा, कुलदीप पिता महेश परमार उम्र 25 वर्ष निवासी बलोदा, सचिन पिता महेश परमार उम्र 23 वर्ष निवासी बलोदा डकाच्या स्थित नीजि कंपनी से बुधवार देर रात करीब 12 बजे लौट रहे थे। राजोदा जेल चौराहे पर अंधगति से आ रहे ट्रेक्टर चालक ने इनकी बाइक को टक्कर मार दी। जिसमें तीनों को घायल अवस्था में जिला चिकित्सालय लेकर आए। जहां उपचार के दौरान विनय की मौत हो गई व कुलदीप का प्राथमिक उपचार कर उसे गंभीर अवस्था में इंदौर रेफर कर दिया। सचिन का उपचार जिला चिकित्सालय में जारी है।
परिजनों ने किया जमकर हंगामा
बताया गया है कि घायल विनय और सचिन का इमरजेंसी कक्ष में प्राथमिक उपचार कर उसे अस्पताल की द्वितीय मंजिल पर रेफर कर दिया था। जहां विनय का गुरुवार अलसुबह अचानक स्वास्थ्य बिगड़ा जिस पर उसे इमरजेंसी में लेकर आए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।
परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा कर इमरजेंसी में तोडफ़ोड़ कर दी। तोडफ़ोड़ के दौरान इमरजेंसी वार्ड में मशीन भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। परिजनों का आरोप था कि डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन लगा दिया था। जिससे उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि मृतक विनय की एक वर्ष पूर्व शादी हो गई थी, पत्नी गर्भवती है। परिजनों ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से विनय निजी कंपनी में कार्यरत है। घटना की सूचना मिलने पर नाहर दरवाजा थाना पुलिस सहित पुलिस बल जिला चिकित्सालय पहुंचा और परिजनों को समझाईश दी।