देवास। शहर के सर्किट हाऊस में बीती रात को तीन युवक खुद को मंत्री का करीबी बताकर रुकने की कोशिश कर रहे थे। सर्किट हाऊस के कर्मचारियों ने इसकी सूचना नाहर दरवाजा थाना पुलिस को दी थी। पुलिस मौके पर पहुंची जहां उन्होनें तीनों को समझाने का प्रयास किया। तीनों ने पुलिस कर्मियों से कहा कि तुम हमें नहीं जानते हो हम मंत्री के आदमी है। पुलिस के समझाने के बाद भी नहीं माने तो पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।

जानकारी के अनुसार बीती रात करीब 11.30 बजे नाहर दरवाजा थाना पुलिस को सूचना मिली कि तीन युवक सर्किट हाऊस पर हंगामा कर रहे हैं। तीनों युवक यह दावा कर रहे थे कि वह मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के करीबी हैं और उन्हें रोकने का हक किसी को नहीं है। यहां तक कि उन्होंने कर्मचारियों को धमकाते हुए कहा कि जो मना करेगा, उसे देख लेंगे। तीनों देवास के सर्किट हाउस पहुंचे और अपना रसूख दिखाते हुए एक कमरा खुलवा लिया। पुलिस को जैसे ही इस फर्जीवाड़े की सूचना मिली, टीम सर्किट हाउस पहुंची। उस वक्त आरोपी कर्मचारियों से बहस कर रहे थे और जब पुलिस ने पूछताछ की तो वे कोई वैध पहचान या सरकारी आदेश नहीं दिखा सके। पुलिस ने तीन आरोपी देवेंद्र पिता द्वारकाप्रसाद पटेल निवासी पथरिया जिला दमोह, मनोज पिता लखनलाल पटेल निवासी शक्तिनगर (चैपरा रेयतवारी) थाना दमोह, हरी मोहन पिता आरके पटेल निवासी वार्ड नं. 4 पथरिया जिला दमोह को गिरफ्तार कर लिया।

फर्जी पहचान पर अपराध हुआ दर्ज
पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी सर्किट हाऊस पर अभद्र भाषा का प्रयोग कर शोर कर रहे थे। सर्किट हाऊस के कर्मचारियों से कहा कि हम मंत्री के आदमी है हम सर्किट हाउस में बिना रिजर्वेशन करवाए ही रुकेंगे हमे यहां रुकने से कौन रोक सकता है जो मना करेगा उसे हम देख लेंगे। पुलिस ने भी तीनों को काफी समझाया किंतु उन्होनें कहा कि तुम हमें नहीं जानते हो हम मंत्री के आदमी है। तीनों लगातार शांती व्यवस्था भंग करने पर आमद थे। पुलिस ने तीनों के विरुद्ध धारा 170, (सरकारी पद का झूठा दावा करने) व 129, 135 (3) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर लिया। एडिशनल एसपी जयवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि जांच में अब तक यह स्पष्ट हो चुका है कि इनका मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल से कोई संबंध नहीं है। पुलिस जांच कर रही है कि क्या ये आरोपी इससे पहले भी इसी तरह की धोखाधड़ी कर चुके हैं। इनके अपराधिक रिकार्ड भी देखे जा रहे हैं।