युवक की मौत के बाद जिला अस्पताल में हुआ हंगामा….!परिजनों का आरोप : डॉक्टरों के ठीक से उपचार नहीं करनेे के कारण हुई मौत -आक्रोशित भीड़ ने अस्पताल में की तोडफ़ोड़, ढाई घंटे तक किया चक्काजाम -पांच डॉक्टरों की पैनल से हुआ पोस्टमार्टम, मजिस्ट्रीयल जांच के दिए आदेश

देवास। हमेशा सुर्खियों में बने रहने वाले जिला अस्पताल में एक बार फिर डॉक्टरों की लापरवाही देखने को मिली। कहा जाए तो जिला चिकित्सालय में आए दिन किसी ना किसी बात को लेकर डॉक्टरों की लापरवाही के किस्से सामने आ जाते हैं। इससे पहले भी कई बार यहां लापरवाही के कारण तोडफ़ोड़ हुई है। दो दिन पहले बुखार आने पर एक युवक को जिले के ग्राम रोजड़ी से उपचार के लिए परिजन जिला अस्पताल में लाए थे लेकिन शनिवार सुबह उसकी अचानक मौत हो गई। युवक की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा कर दिया और युवक का शव कार में रखकर चक्काजाम कर दिया। हाटपिपलिया विधायक, एडिशनल एसपी, एसडीएम, तहसीलदार की समझाईश के बाद जाम खुला और युवक के शव का डॉक्टरों की पैनल ने पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। परिजनों की मांग थी कि मामले में मजिस्ट्रीयल जांच की जाए, डॉक्टरों की पैनल से पोस्टमार्टम हो, और जिस डॉक्टर की लापरवाही से युवक की मौत हुई है उस पर कार्रवाई की जाए।


जानकारी के अनुसार दो दिन पूर्व जिले के हाटपिपलिया थाना क्षेत्र के ग्राम रोजड़ी में शुभम पिता कमल सिंह राजपूत उम्र 22 वर्ष का स्वास्थ्य खराब होने पर परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर आए थे। यहां डॉक्टरों ने उसे ब्लड कम होना बताया था। डॉक्टरों ने ब्लड की जांच के लिए उसे अमलतास अस्पताल भेजा था, उसके बाद उसे जिल अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया। परिजनों का आरोप है कि शुभम का ठीक से जिला अस्पताल में उपचार नहीं हुआ और डॉक्टरों ने उपचार में लापरवाही बरती जिसके कारण उसकी मौत हो गई। इसके बाद शनिवार सुबह परिजनों ने अस्पताल में हंगामा दिया और तोडफ़ोड़ कर दी। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में सामान इधर-उधर फेंक दिया, इमरजेंसी वार्ड के समीप काउंटर में कम्प्यूटर, प्रिंटर सहित अन्य सामान फेंक दिया। परिजनों ने काफी देर तक अस्पताल में हंगामा किया। अस्पताल में हुई घटना की सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। परिजनों की मांग थी कि किसी उच्चाधिकारी को बुलाया जाए। काफी देर तक कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा तो परिजन युवक के शव को निजी कार में लेकर अस्पताल चौराहे पर पहुंचे जहां उन्होनें चक्काजाम कर दिया।


परिवार टूट गया, पिता लकवे से ग्रसित
परिजनों ने बताया था कि मृतक शुभम के पिता कमल सिंह राजपूत कुछ वर्षों से लकवे की बिमारी से ग्रसित है। उनकी उनके मीन बच्चे हैं जिसमें शुभम व उसका भाई व एक बहन है। बहन की कुछ दिनों पूर्व सगाई की थी। शुभम व उसका भाई मजदूरी करते हैं। उनकी माँ भी काम करके घर चलाती है। परिजनों ने बताया कि शुभम की इस तरह मौत होने के बाद परिवार टूट गया है।


आक्रोशित परिजनों ने शव रखकर किया चक्काजाम
मृतक शुभम का शव कार में लेकर अस्पताल के चौराहे पर गए, कार में मृतक की (बहन) भुआ की लडक़ी थी, परिजनों ने अस्पताल चौराहे पर चक्काजाम कर दिया। सूचना मिलने पर एसडीएम बिहारीसिंह, तहसीलदार सपना शर्मा मौके पर पहुंचे जहां परिजनों को काफी देर तक समझाईश दी लेकिन परिजन नहीं माने, इधर करणी सेना के कई लोग अस्पताल चौराहे पर पहुंचे थे उन्होनें भी चक्काजाम कर दिया। अधिकारियों की समझाईश के बाद भी परिजन नहीं माने तो शव लेकर उज्जैन रोड़ चौराहे पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समीप पहुंचे वहां भी चक्काजाम कर दिया। यहां काफी देर तक परिजन व करणी सेना के युवकों ने हंगामा कर दिया था। यहां एडिशनल एसपी जयवीर सिंह भदोरिया पहुंचे उन्होनें भी परिजनों व समाज के युवाओं को समझाईश दी। काफी देर से हाटपिपलिया क्षेत्र के विधायक मनोज चौधरी भी पहुंचे उन्होनें भी परिजनों को समझाईश दी। कुछ देर के बाद परिजनों की मांगे अधिकारियों ने मानी उसके बाद मामला शांत हुआ।


मांगे मानी उसके बाद खोला चक्काजाम
उज्जैन रोड़ चौराहे पर मौजूद अधिकारियों से चर्चा के दौरान परिजनों की मांग थी कि शुभम की मौत की मजिस्ट्रीयल जांच हो, उसका पोस्टमार्टम डॉक्टरों की पैनल से हो, जिस डॉक्टर ने शुभम के उपचार में कोताही की है उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाए सभी बातें लिखित में परिजनों ने ली। अधिकारियों ने परिजनों की मांगे मानी उसके बाद चक्काजाम खोला गया। शुभम के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय लाए जहां डॉक्टरों की पैनल से उसका पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया।


रेडक्रॉस से दी आर्थिक सहायता
एसडीएम बिहारी सिंह ने बताया कि परिजनों की जो भी मांगे थी उन्हें मान ली गई है। मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। मृतक के परिवार को रेडक्रॉस की और से आर्थिक रुप से 20 हजार रुपए की सहायता की गई है। हाटपीपल्या विधायक मनोज चौधरी ने भी विधायक निधि से 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की बात कही है। मजिस्ट्रीयल जांच होने के बाद जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।


युवक के मौत की जांच होगी
जिला अस्पताल सीएमएचओ शिवेन्द्र मिश्रा ने बताया कि शुभम को अस्पताल में भर्ती किया था, उसकी मौत कैसे हुई है उसकी जांच की जा रही है। पांच डॉक्टरों की पैनल से उसका पोस्टमार्टम किया गया है। मृतक के शरीर में 4 ग्राम ही ब्लड था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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