देवास। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत नगर निगम ने चंद्रशेखर आजाद नगर मेंढकी मल्टी चाणक्यपुरी में मकान बनाकर गरीब वर्ग के लोगों के लिए लाटरी पद्धति से विक्रय किए थे। इन्हीं मकानों में एक मकान पर किसी और महिला का आवंटन था, लेकिन वहां पर किसी और महिला ने कब्जा जमा लिया और निवास करने लगी थी। नगर निगम टीम ने कब्जाधारी महिला को पूर्व में मकान खाली करने के लिए नोटिस भी दिया था। मकान खाली ना होने पर शनिवार को निगम की टीम मौके पर पहुंची और कब्जाधारी महिला का मकान खाली कर सामान बाहर कर घर पर ताला लगा दिया। कब्जाधारी महिला ने आत्महत्या करने की धमकी दी जिस पर निगम की टीम ने सिविल लाईन थाने पर सूचना दी पुलिस मौके पर पहुंची और महिला को वहां से थाने लेकर आ गई।
चाणक्यपुरी के नजदीक चंद्रशेखर आजाद नगर मेंढकी मल्टी में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान गरीब वर्ग के लोगों को बनाकर किश्तों में नगर निगम के द्वारा लाटरी के माध्यम से विक्रय किए गए थे। इन्हीं मकानों में एक मकान विद्या पति रणछोड़ प्रजापति के नाम से आवंटित किया गया था। लेकिन यहां पर विद्या के स्थान पर सीमा पति राधेश्याम प्रजापति अवैध रुप से मकान पर कब्जा कर निवास कर रही थी। इसका एक नोटिस पूर्व में नगर निगम टीम के द्वारा दिया गया था। शनिवार को निगम की टीम ने मकान का सामान घर के बाहर कर दिया। इस बीच कब्जाधारी महिला ने निगम की टीम को आत्महत्या करने की धमकी दी। जिस पर निगम की टीम ने सिविल लाईन थाने पर इसकी सूचना दी पुलिस मौके पर पहुंची महिला पुलिस सीमा को थाने पर लेकर आ गई। उसके बाद टीम ने मकान खाली कर वहां ताला लगा दिया।
एक वर्ष पूर्व मुझे निगम अधिकारियों ने दी थी चाबी
मकान पर कब्जा जमाने वाली महिला सीमा प्रजापति ने बताया कि उसने एक वर्ष पूर्व किसी निगम अधिकारी को 25-25 हजार रुपयों की दो किश्तें दी थी। उसके बाद अधिकारी ने मुझे मकान की चाबी दे दी थी। महिला ने बताया कि मिथलेश दुबे और उसके साथ एक अन्य अधिकारी यहां आए थे उन्होनें चाबी दी थी। उसने बताया कि मुझे आए दिन मकान खाली कराने के लिए निगम के कुछ लोग परेशान कर रहे थे, महिला ने कहा कि मेरा पति भी साथ नहीं रहता है। मुझे चाबी देने के दौरान कहा था कि मकान उसके नाम से आवंटित कर दिया जाएगा। इस मामले को लेकर मैं भोपाल सीएम से भी मिलकर आई हूं उन्होनें लिखित में दिया था कि उन्हें मकान आवंटित कर दिया जाए।
महिला ने मकान पर अवैध रुप से किया था कब्जा
निगम अधिकारी अशोक दुबे ने बताया कि यह मकान वर्ष 2018 में लाटरी पद्धति से विद्या पति रणछोड़ प्रजापति के नाम से आवंटित हुआ था। उनकी पंजीयन राशि भी जमा है। शेष राशि जमा नहीं होने से उन्हें मकान नहीं दिया था। महिला सीमा प्रजापति के द्वारा मकान पर कब्जा कर अतिक्रमण किया गया था। सिविल लाईन थाने से एक पत्र मिला था कि यहां पर विवाद होता रहता है और मकान पर अतिक्रमण किया हुआ है। महिला को पूर्व में नोटिस भी दिया था। उसके बाद हम लोग आए भी लेकिन वह समय मांग कर मामले को टालती रही। महिला के द्वारा किया गया अवैध कब्जा हमारी टीम ने हटाया है। महिला को सामान खाली करने को कहा तो वह विरोध करने लगी और आत्महत्या करने की धमकी देने लगी जिस पर सिविल लाईन थाने से आई महिला पुलिस उन्हें अपने साथ ले गई थी। उसके बाद निगम की रिमुवल टीम ने मकान खाली किया है।