देवास। जिले के बागली थानांर्गत ग्राम जटाशंकर में पिता ने अपने पुत्र को जान से मारने का प्रयास किया था। मामले को लेकर गंभीर घायल की बहू और माँ ने घटना की सूचना बागली थाने पर दी थी। पुलिस ने फरियादिया की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज कर लिया था। आरोपित पिता घटना के बाद से फरार था। मुखबिर की सूचना पर आरोपी को पुलिस ने धरदबोचा उसके पास से घटना में प्रयुक्त हथियार भी पुलिस ने जब्त किया है।
जानकारी के अनुसार गत 10 नवंबर को फरियादिया ने बागली थाने पर अपनी सास नवसीबाई के साथ आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह अपने घर के बाहर अपनी बच्ची को खिला रही थी। उसके जेठ संतोष पास में बीड़ी पी रहे थे। उसके ससुर बुदनसिंह आए और बिना किसी कारण दोनों को अपशब्द कहने लगे। जब फरियादिया और संतोष ने गाली-गलौच का विरोध किया, तो बुदनसिंह घर से कुल्हाड़ी लेकर आए और संतोष के सिर पर वार कर दिया जिससे उनके सिर से खून बहने लगा। बीच बचाव करने गई फरियादिया और उसकी सास को भी आरोपी ने जान से मारने की धमकी दी। घटना में गंभीर घायल संतोष को उपचार के लिए बागली के शासकीय अस्पताल में लेकर गए जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर अवस्था में उपचार के लिए इंडेक्स अस्पताल भेजा। फरियादी की रिपोर्ट पर बागली थाना पुलिस ने धारा 118(1), 296, 351(3) बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण को विवेचना में लिया था। पुलिस ने धारा में इजाफा कर 118(2), 109 बीएनएस का प्रकरण दर्ज किया। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद ने आरोपी की जल्द गिरफ्तार करने के लिए बागली पुलिस को निर्देश दिए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) आकाश भूरिया के मार्गदर्शन, अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) बागली सृष्टि भार्गव के निर्देशन व बागली थाना प्रभारी हीना डाबर के नेतृत्व में टीम का गठन कर तकनीकी साक्ष्य, भौतिक साक्ष्य व मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया। मुखबिर की सूचना पर आरोपी बुद्दु उर्फ बुदनसिंह पिता सिद्धा उर्फ सिकदार उम्र 65 वर्ष निवासी जटाशंकर को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त हथियार लोहे की कुल्हाड़ी जब्त की गई।
इनका रहा सराहनीय कार्य
उपरोक्त कार्य में थाना प्रभारी बागली हीना डाबर, उनि लोकेश कुशवाह, प्रआर ज्ञानेन्द्र कुमार, आर दीपक कुशवाह, महेश, अरुण चौहान, दिलीप सोलंकी व सायबर सेल टीम प्रआर शिवप्रताप सिंह सेंगर, सचिन चौहान की सराहनीय भूमिका रही।