देवास। शहर के कई वार्डों में पिछले एक सप्ताह से पानी की गंभीर समस्या बनी हुई है। निगम एक दिन छोडक़र जल वितरण कर रहा है। कुछ वार्डों में लोग टैंकर से काम चला रहे हैं। शिप्रा नदी का जलस्तर नीचे जाने से जल आपूर्ति प्रभावित हुई है। इसी को लेकर आज नगर निगम में वार्ड क्रमांक 9 के पार्षद रहवासी महिलाओं को लेकर निगम कार्यालय पहुंचे जहां उन्होनें जल समस्या को लेकर प्रदर्शन किया। कुछ दिनों पहले भी कांग्रेस पार्षद ने मटके फोडक़र विरोध प्रदर्शन किया था।

नगर निगम क्षेत्र में जल संकट गहराता जा रहा है। मंगलवार को वार्ड क्रमांक 9 के रहवासियोंं ने कांग्रेस पार्षद दीपेश कानूनगो के नेतृत्व में नगर निगम में प्रदर्शन किया। वार्डवासियों ने मटके फोडक़र व बर्तन बजाकर निगम अधिकारियों को जगाने का प्रयास किया तथा पानी की समस्या को हल करने की मांग की। गौरतलब है कि एक सप्ताह में यह दूसरा विरोध प्रदर्शन है। इससे पहले कांग्रेस पार्षदों ने निगम के मुख्य गेट पर खाली मटके फोडक़र विरोध जताया था।

तीन-चार दिन में 20 मिनट पानी आ रहा
पार्षद दीपेश कानूनगो ने बताया कि उनके वार्ड में कई महीनों से पानी की समस्या चल रही है लेकिन पिछले कई दिनों से तीन-चार दिन में मात्र 20 मिनट पानी आ रहा है और उसमें से भी 10 मिनट तो गंदा पानी आता है उसके बाद केवल दस मिनट ही पानी मिल पा रहा है वह भी बदबू मार रहा है। इसके बारे में मैने कई बार शिकायत की लेकिन निगम में कोई भी इस और ध्यान देने को राजी नहीं है। दीपेश कानूनगो ने बताया कि जब जल संकट है तो उज्जैन को पानी देने की क्या जरूरत थी, इंजीनियर चंदन सोनी जिसको टेंकर से पानी वितरण की जवाबदारी दी गई है वह फोन नहीं उठा रहा है। उन्होंने आरोप लगातेे हुए कहा कि नगर निगम द्वारा कृत्रिम जल संकट उत्पन्न किया जा रहा है जिससे कि वे राज्य सरकार से एक बड़ा फंड ले सके और उसमें भ्रष्टाचार कर सकें। उन्होंने जनप्रतिनिधि, विधायक व सांसद से अपील की है कि वे अपनी आपसी लड़ाई को एक तरफ रखकर जनता के हित में पानी की समस्या का जल्द से जल्द निराकरण करें। दीपेश कानूनगो ने चेतावनी दी है कि अगर इस समस्या का जल्द ही निराकरण नहीं किया गया तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और जनता के साथ मिलकर एक बड़ा आंदोलन चलाया जाएगा जिसकी समस्त जवाबदारी निगम प्रशासन की रहेगी।