संदिग्ध परिस्थिति में महिला की हुई मौत, पुलिस जांच में जुटी, महिला के परिजनों को अब पता चला की तीन माह पूर्व हुई थी उसकी शादी……

देवास। एक नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थिति में रविवार शाम को मौत हो गई थी। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और शव को जिला चिकित्सालय भेजा गया था। जहां सोमवार सुबह मृतिका पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया था। इस संबंध में बताया गया है कि मृतिका कुछ वर्षो पूर्व ग्राम बरछापुरा तहसील जावर जिला सीहोर से देवास में कक्षा 12 वीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिए अध्ययन करने के लिए आई थी। यहां पर वह एक निजी अस्पताल में भी कार्य किया था, इसके बाद उसका किसी युवक से प्रेम प्रसंग हुआ जिसके बाद युवती ने अपने परिजनों को बताए बगैर ही एक ऐसे युवक जिसकी पहले भी शादी हो चुकी है उससे तीन माह पूर्व ही शादी कर ली थी। रविवार शाम को उसकी संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक महिला के गले व कमर में चोट के निशान है प्रथम दृष्टया उसकी हत्या की गई है। इस मामले को पुलिस ने जांच में लिया है।


शहर के बीच हैबतराव मार्ग पर रहने वाली रानी उर्फ राजू मालवीय उम्र 23 वर्ष मूल निवासी ग्राम बरछापुरा तहसील जावर जिला सीहोर की रविवार शाम को संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी। सूचना मिलते ही मौके पर कोतवाली थाना पुलिस पहुंची और शव को जिला चिकित्सालय पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। नवविाहिता की मौत के बाद सोमवार सुबह पोस्टमार्टम एफएसएल टीम आने के बाद जिला अस्पताल में हुआ। जिसके बाद मृतिका के शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया था। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार उसके गले व कमर में चोट के निशान मिले है, जिससे यह लगता है कि उसकी हत्या की गई है। फिलहाल पूरे मामले में पुलिस प्रकरण में जांच कर रही है।


तीन माह पूर्व हुई थी शादी, परिजनों को अब पता चला
सोमवार सुबह जब महिला के परिजन ग्राम बरछापुरा से आए तो उन्हें पता चला कि उनकी बेटी ने तीन माह पूर्व देवास के बबलू नरसिंह दास बैरागी से शादी कर ली थी, उन्हें यह भी पता चला कि युवती ने जिससे शादी की है उसकी पूर्व में एक पत्नी व बच्चे भी है। इस बात से महिला के पिता हरीसिंह व परिजनों को काफी सदमा लगा था। परिजनों ने बताया कि 7 वर्ष पूर्व वह गांव से देवास में पढऩे के लिए आई थी, यहां पर वह पढ़ाई के साथ-साथ एक निजी अस्पताल में काम भी कर रही थी। मृतिका के काका के लडक़े गणपत सिंह ने बताया कि वह देवास में एलएलबी की पढ़ाई भी कर रही थी। वह पहले माताजी टेकरी के पास किराए के मकान में रह रही थी। जहां इनके पिताजी का आना-जाना रहता था। इसके बाद वह कब वहां से दूसरी जगह रहने गई उसका हमें पता नहीं था। उन्होंने बताया कि इसके अलावा इसके पांच भाई भी है जो गांव पर रहते हैं।

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