देवास। सागर से इंदौर की और लोडिंग ऑटो में जा रहे एक ही परिवार के माँ व दो बच्चों की सडक़ हादसे में मौत हो गई। जबकि पिता गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें उपचार के लिए जिला चिकित्सालय रैफर किया गया। बताया गया है कि घटना बुधवार अलसुबह भोपाल बायपास मार्ग पर राजोदा चौराहे पर हुई थी। तेज रफ्तार से इंदौर की और से आ रहे डंपर चालक ने लोडिंग ऑटो को जोरदार टक्कर मार दी थी जिसमें ऑटो के परखच्चे उड़ गए। वहीं डंपर में सवार क्लीनर की भी मौत हो गई और चालक वहां से फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही नगर पुलिस अधीक्षक, नाहर दरवाजा थाना पुलिस सहित पुलिस बल मौके पर पहुंच गया था। हादसा इतना भीषण था कि लोडिंग ऑटो का चालक व पीछे बैठे परिवार के सभी सदस्य डंपर के नीचे दब गए थे। जिन्हें पुलिस ने क्रेन की मदद से काफी मशक्कत से निकाला था। सभी को जिला चिकित्सालय भेजा गया, जिसमें माँ व दो बच्चों सहित डंपर क्लीनर को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पिता व लोडिंग ऑटो चालक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका उपचार जिला चिकित्सालय में जारी है। मामले को लेकर नाहर दरवाजा थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है।
शहर के बाहर से निकले भोपाल बायपास पर राजोदा जेल चौराहा क्षेत्र से भोपाल बायपास चौराहे की ओर पुराने टोल नाके के समीप बुधवार अलसुबह भीषण सडक़ हादसा हो गया। तेज रफ्तार से शंकरगढ़ की ओर से आ रहे डंपर क्रमांक एमपी 09 एचएच 4576 के चालक ने डिवाइडर क्रॉस करते हुए सामने से आ रहे लोडिंग ऑटो को जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे मेंं लोडिंग ऑटो के पिछले हिस्से के परखच्चे उड़ गए। हादसे में लोडिंग ऑटो सवार मां सहित उसके दो मासूम बच्चों की मौत हो गई वहीं डंपर के क्लीनर की भी मौत हो गई। सूचना मिलने पर नाहर दरवाजा पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को मशक्कत के बाद क्रेन से निकालकर जिला अस्पताल रवाना किया। दो क्रेन की मदद से वाहनों को व्यवस्थित कराया गया।
नाहर दरवाजा थाना प्रभारी आरसी कलथिया ने बताया लोडिंग ऑटो से भोपाल निवासी सूरज उनकी पत्नी रानी और दो बच्चे अंशु 3 वर्ष, रितिक 2 वर्ष गृहस्थी का सामान लेकर इंदौर जा रहे थे तभी यह हादसा हुआ। हादसे में लोडिंग ऑटो का चालक बबलू और सूरज गंभीर रूप से घायल हैं। जिनका उपचार जारी है। प्रथमदृष्टया घटना रात करीब 3.30 बजे होने का पता चला, पुलिस के अनुसार ऐसा प्रतीत हो रहा है कि डंपर के चालक को झपकी लगने के कारण उसने नियंत्रण खो दिया और वाहन डिवाइडर क्रॉस करते हुए दूसरी ओर गया और लोडिंग ऑटो को चपेट में लेकर खंती की ओर उतरकर बाउंड्रीवॉल से टकराकर रूक गया। उन्होनें बताया कि डंपर के नंबर की जांच करने पर पता चला है कि किसी जितेन्द्र नामक व्यक्ति का डंपर है। पुलिस के अनुसार हादसे के बाद डंपर का चालक मौके से भाग निकला। जिस क्लीनर की मौत हुई है उसकी पहचान धर्मेंद्र निवासी शंकरगढ़ देवास के रूप में हुई है। हादसे की सूचना मिलने पर मृतकों के रिश्तेदार जिला अस्पताल पहुंचे। यहां रो-रोकर उनका हाल बुरा था। कई तो बदहवास होकर इधर-उधर बिखलते नजर आए। मृतक के परिजनों ने बताया कि रानी के मात-पिता इंदौर में रहते हैं काम के लिए उन्होनें सूरज उसकी पत्नी और बच्चों को इंदौर बुलाया था। काम करने के लिए इंदौर की और जा रहे थे।
गौरतलब है कि शंकरगढ़ पहाड़ी के निकट कुछ वर्षो पूर्व एक पूर्व मंंत्री लक्ष्मण सिंह गौड़ का निधन भी इसी मार्ग पर हुआ था। उनकी कार को डंपर ने टक्कर मार दी थी जिससे उनकी मौत हो गई थी। इस मार्ग पर अधिकांश हादसों का कारण अंधगति से दौड़ते डंपर ही है जिनके कारण हादसों का ग्राफ बढ़ रहा है।