भारत में आने वाला दसॉल्ट राफेल फाइटर जेट दुनिया के बेहतरीन लड़ाकू विमानों में से एक है. यह चीन के चेंगदू जे-20 फाइटर जेट से कई मामलों में उम्दा है. राफेल के आगे चीन का चेंगदू का इंजन इसके मुकाबले निम्न स्तर का है. लड़ाई के मामले में भी राफेल चेंगदू J-20 से बेहतरीन है. राफेल में हायर वेपन लोड, बैटर हार्डंड और लीथल मिसाइल पावर है. आइए जानते हैं कि राफेल (Rafale) चीन के लड़ाकू विमान चेंगदू जे-20 (Chengdu J-20) से किन मामलों में अच्छा है.सबसे पहले आता है राफेल और चेंगदू का इंजन. राफेल में दो Snecma M88 इंजन है. जो 50 किलोन्यूटन थ्रस्ट पैदा करते हैं. चेंगदू जे-20 में शेनयांग WS-10बी इंजन लगा है. जो 145 किलोन्यूटन थ्रस्ट पैदा करते हैं. लेकिन राफेल के इंजन का थ्रस्ट उसे मैन्यूवरिंग करने में आसानी होती है. क्योंकि इंजन के पावर को नियंत्रण करना सहज होता है.राफेल की सर्विस सीलिंग 15,235 मीटर है जबकि, चेंगदू J-20 की 20 हजार मीटर है. राफेल की अधिकतम गति 2130 किलोमीटर प्रति घंटा है, जबकि चेंगदू J-20 जेट 2223 किलोमीटर प्रतिघंटा है.चेंगदू J-20 का वजन 19.4 टन है. राफेल का भार 10.3 टन है. हथियारों के साथ चेंगदू J-20 का वजन 36 टन और राफेल का वजन 24.5 टन है.