एक साथ, एक ही समय पर 13 एडवाइजरी सेंटरों पर पुलिस ने दी दबिश….!-सेंटरों से 100 से अधिक कम्प्यूटर, लेपटॉप व मोबाइल फोन जब्त…..!-जनता इन्वेसमेंट एडवाइजरी के लालच और बहकावे में नहीं आए : पुलिस अधीक्षक

देवास। शहर के 5 थाना प्रभारियों के साथ पुलिस बल ने एक साथ, एक समय पर 13 अलग-अलग एडवाइजरी सेंटरों पर दबिश दी। जहां पुलिस ने इन एडवाइजरी में लंबे समय से काम करने वाली युवतियों सहित युवकों को पूछताछ के लिए लेकर गई। इन एडवाइजरी में करीब 100 से अधिक कम्प्यूटर, लेपटॉप, मोबाइल फोन पुलिस ने जब्त कर जांच में लिए है। साथ ही इन सेंटरों पर काम करने वाली युवतियों व युवकों से पुलिस पूछताछ कर रही है। आज की कार्रवाई में नगर पुलिस अधीक्षक के साथ सभी थाना प्रभारी मौजूद रहे।


शहर में पिछले कई वर्षों से शेयर मार्केट की एडवाइजरी का गौरखधंधा बड़े पैमाने पर संचालित किया जा रहा है। इन सेंटरों की पुलिस को जानकारी मिली तो पुलिस विभाग के अधिकारियों ने आज बड़े स्तर पर कार्रवाई की। बताया गया है कि शहर के सिविल लाइन थाना, औद्योगिक थाना, कोतवाली थाना क्षेत्रों में कई वर्षों से एडवाइजरी का व्यापार चल रहा था। पुलिस को जैसे ही इनके ठिकानों की जानकारी मिली तो आज दोपहर में सीएसपी दिशेष अग्रवाल सहित 5 थानों के प्रभारियों व बल ने एक साथ एक समय पर 13 अलग-अलग स्थानों पर दबिश देकर कार्रवाई की।


ऐसे करते हैं अपना मुनाफा
सूत्रों के अनुसार बताया गया है कि क्लाइंट जैसा ही निवेश के लिए सहमत होने के बाद उसका डीमेट एकाउंट खुलवाते है। एकाउंट का पासवर्ड व आईडी एडवाइजर अपने पास रख लेता था। जब मुनाफा होता है तो रकम अपने खाते में ट्रांसफर कर लेता है। जबकि घाटा होने पर निवेशक से संपर्क करना बंद कर देता है। बताया जाता है कि नियमानुसार शेयर मार्केट में एडवाइजरी देने वाली कंपनियों को भी सेबी से लाइसेंस लेना पड़ता है।


100 से अधिक कम्प्यूटर, लेपटॉप व मोबाइल फोन जब्त
पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद ने कहा कि लंबे समय से पुलिस को सूचना मिल रही थी कि शहर में अलग-अगल स्थानों पर एडवाइजरी सेंटरों के नाम से कुछ आउटलेट संचालित किए जा रहे हैं। इन सेंटरों पर 10-15 कर्मचारी काम कर लोगों को फोन कर इन्वेसमेंट करने के लिए कहते हैं। सूचना पर आज 5 थाना प्रभारियों की टीमों के द्वारा 13 अलग-अलग स्थानों पर एक साथ दबिश दी गई। सेंटरों पर पकड़ाए कर्मचारियों से प्रारंभिक पूछताछ की जा रही है। मौके से कई अनियमितताएं मिली है जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है। नियमानुसार यह लोग एडवाइजरी संचालित करते थे कि नहीं इसकी भी जानकारी देखी जा रही है। इसके साथ ही कोई धोखाधड़ी संबंधित मामला सामने आता है तो वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। आज की कार्रवाई में 100 से अधिक लेपटॉपव 300 मोबाइल फोन मिले हैं जिन्हें जब्त कर पुलिस टीम जांच कर रही है। इन स्थानों पर काम कर रहे 100 से अधिक कर्मचारी भी है पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। साथ ही इनके सेबी के लायसेंस की भी जानकारी ली जा रही है। पुलिस की और से सायबर फ्राड के लिए जनता को जागरुक कर रहे हैं। इन्वेसमेंट एडवाइजरी में अल्पसमय मेें राशि को दो-तीन गुना करने संबंधित संदेश आते हैं वह एक फ्रॅाड है, इस पर हम अपील करते हैं कि इस प्रकार के लालच और बहकावे में नहीं आए।

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