पुलिस ने लूट की वारदत करने वाले 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार, आरोपियों के पास से 3 लाख रूपए की सामाग्री जब्त
वैलेंटाईन डे पर गर्लफ्रेंड को नहीं मिला था गिफ्ट, गर्लफ्रेंड नाराज हुई तो दिया लूट की वारदात को अंजाम

देवास। पिछले दिनों 17 फरवरी को औद्योगिक थाना क्षेत्र में हुई लूट की घटना का पुलिस ने खुलासा किया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुख्य आरोपी द्वारा अपनी महिला मित्र को महंगे गिफ्ट देने के लिए इस घटना को अंजाम दिया था। आरोपियों को टेटू बनवाने का शौक भी था लूट के बाद आरोपियों द्वारा अपने शरीर पर टेटू भी बनवाए थे। मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित दो अन्य व दो नाबालिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 50 हजार रूपए नगद 1 मोबाइल व 2 मोटरसाइकिल सहित एक पिस्टल सभी की अनुमानित किमत 3 लाख रुपए बरामद किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को महंगी गाडियां रखने का शौक भी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इन आरोपियों के परिवार मध्यमवर्गीय ही है।


पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह ने बताया कि औद्योगिक थाना पुलिस को फरियादी दीपक पिता शिवलाल पितलिया उम्र 48 वर्ष निवासी संजय नगर ने सूचना दी थी कि मैं ध्वनी कंपनी में इलेक्ट्रानिक का कार्य करता हूं मुझे कंपनी के अकाउंट मैनेजर शक्तिवर्धन निगम ने 1 लाख 60 हजार रुपए का चैक दिया था। मैं अपनी बाइक से एक्सिस बैंक कालानी बाग एबी रोड़ से 1 लाख 60 हजार रुपए केश कराकर कंपनी वापस आ रहा था। जैसे ही मैं अपनी मोटर साइकिल से गैल गैस पेट्रोल पंप के आगे सर्विंस रोड़ पर पहुंचा तो पीछे से एक काले रंग की मोटर साइकिल पर तीन अज्ञात बदमाशों ने मेरी बाइक को रोककर बैग में रखे रूपए व मेरा मोबाइल एमआई कंपनी का लूट लिया और फरार हो गए। फरियादी ने इस मामले की रिपोर्ट औद्योगिक थाने पर दी। उसके बाद औद्योगिक थाना पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रकरण दर्ज कर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देकर 4 टीम गठित की गई। टीम द्वारा घटनास्थल, निजी संस्थान, होटल एवं घरों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज संग्रहित कर टीम के द्वारा फुटेज से मिलते जुलते लोगों से पूछताछ प्रारंभ की गई व तकनीकी एवं फांरेसिंक की सहायता व फुटेज के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होनें बताया कि औद्योगिक थाना क्षेत्र में 17 फरवरी को हुई लूट की घटना हुई थी। जिसमें सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना में प्रयुक्त मोटरसायकिल, हथियार, मोबाइल व नगदी भी बरामद कर ली गई है।
रूपयों की आवश्यकता थी, नकाब पहनकर दिया था घटना को अंजाम
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों को पैसे की आवश्यता थी तो बैंक के बाहर जाकर आरोपियों ने घटना के पहले तीन दिनों तक रैकी की। उसके बाद आरोपियों ने घटना को नकाब पहनकर अंजाम दिया। इस वारदात में मुख्य आरोपी आशीष तिवारी है। यह ऐसा नवयुवक है जिसे पैसे की आवश्यता थी तो इसी ने पूरी प्लानिंग की थी। पहले रैकी की फिर तीन आरोपियों ने इसे अंजाम दिया। आरोपी आशीष तिवारी अपनी महिला मित्र को गिफ्ट दिलाने और टेटू बनवाने के लिए कई दिनों से पैसे की आवश्कता लग रही थी। जैसे ही इसको पैसे मिले वैसे ही इसने यह सब वस्तुएं खरीदी। जो मश्रुका इन्होंने लूटा था। उसका कहां-कहां उपयोग किया उसकी विस्तृत जानकारी खंगाली जा रही है। तीन आरोपियों ने घटना के बाद टेटू बनवाए है। उसमें भी इनका काफी खर्चा हुआ है।  
वैलेंटाइन डे पर नहीं मिले थे गिफ्ट तो नाराज हुई गर्लफे्रंड
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुख्य आरोपी आशीष तिवारी की गर्लफे्रंड उससे नाराज थी गर्लफे्रंड द्वारा आशीष से पैसे व गिफ्ट मांगे गए थे। 14 फरवरी वेलेंटाइन डे पर गिफ्ट नहीं देने पर महिला मित्र द्वारा आशीष से शिकायत की थी। शिकायत के बाद आरोपी ने प्लानिंग की। आरोपी द्वारा बैंक के बाहर रैकी भी की गई थी। सही टॉरगेट मिलने पर आरोपी द्वारा घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस आरोपी की गर्लफें्रड के बारे में भी सुराग जुटा रही है। अगर अपराध की जानकारी पहले से गर्लफें्रड को होगी उसे भी आरोपी बनाया जाएगा। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस ने इन आरोपियों को गिरफ्तार
औद्योगिक थाना पुलिस ने मुख्य आरोपी आशीष पिता उमाशंकर तिवारी उम्र 18 वर्ष निवासी ईडब्लयूएस 90 मुखर्जी नगर, पार्थ पिता प्रवीण लटपाटे उम्र 18 वर्ष निवासी 103 नावेल्टी चौराहा, देवेन्द्र सिंह पिता हिम्मत सिंह बैस उम्र 18 वर्ष निवासी विजय नगर सहित दो नाबालिगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को महंगी गाडियां रखने का शौक भी है। हालांकि इन आरोपियों के परिवार मध्यमवर्गीय ही है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के विरूद्ध पुराने अपराधिक रिकार्ड भी थानों में दर्ज है।
इनका रहा सराहनीय सहयोग
उक्त प्रकरण में औद्योगिक थाना प्रभारी अजय चानना, उपनिरीक्षक जितेन्द्र सिंह यादव, सउनि नूरजहां, प्रधान आरक्षक अर्पित श्रीवास्तव, महेन्द्र, आरक्षक गोपाल ठाकुर, नरेन्द्र प्रधान आरक्षक नरसिंह दामा, तेजसिंह सिन्हा, आरक्षक लक्की वर्मा, सायबर सेल की भूमिका रही।

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