देवास। मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के बाद अस्थियों को लेकर दो पक्षों में असमंजस की स्थिति बन गई। बताया गया है कि यहां पर एक ही प्लेटफार्म का नंबर निगम की रसीद में दो मृतकों के परिजनों को निगम कर्मचारी ने दे दिया। यहां से एक पक्ष के परिजन अस्थियां लेकर क्रियाकर्म कर चुके थे। दूसरे पक्ष के लोग अस्थियां लेने शुक्रवार सुबह आए तो उन्हें प्लेटफार्म पर अस्थियां नहीं मिली, परिजनों ने यहां नाराजगी जताई और निगम कर्मचारियों की लापरवाही का आरोप लगाते हुए उन्हें यहां से हटाने की मांग की। सूचना मिलने पर नगर निगम से स्वाथ्य निरीक्षक सहित अन्य अधिकारी पहुंचे थे। जांच के बाद स्वास्थ्य निरीक्षक ने तीन कर्मचारियों को निलंबित किया है।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह मुक्तिधाम पर अस्थी लेने मृतक मदनलाल पिता प्रहलाद वर्मा निवासी राजाराम नगर के परिजन पहुंचे थे। मृतक के पौते जितेंद्र ने बताया कि उनके दादा का अंतिम संस्कार 17 जुलाई को मुक्तिधाम के प्लेटफार्म क्रमांक 3 पर किया गया था। वहीं एक दिन पूर्व 16 जुलाई को कलाबाई पति अशोक राव निवासी बिहारीगंज का अंतिम संस्कार प्लेटफार्म क्रमांक 3 पर किया गया था। शुक्रवार को मदनलाल के परिजन अंतिम क्रियाकर्म करने अस्थियों के लिए मुक्तिधाम पहुंचे तो उन्हें प्लेटफार्म क्रमांक 3 पर अस्थियां नहीं मिली। यहां पर ड्युटी पर मौजूद निगम कर्मचारी को पूछा तो वह कुछ बता नहीं पाया।
यहां सारी लेने आए तो यहां पर झाडू लगी हुई थी
मदनलाल के पौते जितेंद्र ने बताया कि 17 जुलाई को उनके दादा का अंतिम संस्कार प्लेटफार्म क्रमांक 3 पर किया गया था। उसकी रसीद भी है हम जब अंतिम क्रियाकर्म करने के लिए यहां आए तो हमें यहां अस्थियां नहीं मिली। जबकि प्लेटफार्म क्रमांम 2 पर 16 जुलाई को हुए अंतिम संस्कार के बाद उनकी अस्थियां रखी हुई है इस प्लेटफार्म के परिजन हमारी अस्थियां लेकर चले गए। यह निगम के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण हुआ है। हम लोग यहां सारी सोरने आए तो यहां पर झाडू लगी हुई थी। उन्होनें बताया कि यहां पर मौजूद कर्मचारी ने अलग-अलग रसीद पर एक ही प्लेटफार्म पर अंतिम संस्कार लिख दिया।
हम किसी और कि अस्थियां क्यों उठाएं
केशव राव ने बताया कि मेरे छोटे भाई की पत्नी कलाबाई पति अशोक राव खडक़रकर निवासी बिहारीगंज का 16 जुलाई को प्लेटफार्म क्रमांक 3 जब खाली था उस स्थान को साफ कर उनका अंतिम संस्कार किया था। हम तीन दिनों के बाद गुरुवार सुबह 10 बजे अस्थियां लेने आए और उसे विसर्जित करने के लिए पहुंचा दिया था। 17 जुलाई को इन्होनें कहां अंतिम संस्कार किया इस बारे में हम कैसे बता सकते हैं। हम किसी और कि अस्थियां क्यों उठाएं हमारे पास उक्त प्लेटफार्म की रसीद भी है।
कर्मचारी शराब के नशे में रहते हैं
आवास नगर के पार्षद प्रतिनिधि राजेश वर्मा ने बताया कि यहां पर निगम कर्मचारियों की घोर लापरवाही के कारण हमें अस्थियां नहीं मिली है, जबकि प्लेटफार्म क्रमांक 2 पर रखी अस्थियां 16 जुलाई को हुए अंतिम संस्कार के बाद से यहीं पर रखी है। प्लेटफार्म क्रमांक 2 के परिजन हमारी अस्थियां लेकर चले गए। हमें दु:ख इस बात का नहीं कि कोई और हमारी अस्थियां लेकर चला गया। दु:ख इस बात का है कि यहां पर मौजूद निगम कर्मचारी ने लापरवाही पूर्वक एक ही प्लेटफार्म पर दो लोगों की अस्थियों की रसीद दे दी। जबकि प्लेटफार्म क्रमांक 2 की रसीद ही नही हैं। पार्षद प्रतिनिधि का आरोप है कि यहां कर्मचारी शराब के नशे में रहते हैं।
तीन कर्मचारियों को किया निलंबित
निगम स्वाथ्य निरीक्षक हरेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि यहां पर प्लेटफार्म क्रमांक 3 पर दो लोगों का अंतिम संस्कार होना बताया जा रहा है, जबकि प्लेटफार्म क्रमांक 2 खाली पड़ा हुआ है। प्लेटफार्म क्रमांक 2 की इंट्री रसीद कट्टे में नहीं है इसकी जांच की जा रही है। इसकी जांच भी की जा रही है कि एक शेड प्लेटफार्म क्रमांक 2 वह 16 जुलाई को हुए अंतिम संस्कार का हो, क्योंकि एक ही समय पर दो लोगोंं का अंतिम संस्कार नहीं हो सकता है। इसमें यहां के बाबू गोर्वधन मालवीय की लापरवाही सामने आई है। जांच में तीन लोगों पर निलंबन की कार्रवाई की गई है जिसमें गोर्वधन मालवीय, दरोगा कमल नरवले व खलील को निलंबित किया गया है।