देवास। बारिश का पानी छत से नीचे गिरकर व्यर्थ बह जाता है। छत से गिरने वाले पानी को संग्रहित करने में रूफ वॉटर हार्वेस्टिंग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके माध्यम से बारिश के पानी को सीधे बोरिंग में उतारा जाता है। इससे गर्मी के दिनों में भी वॉटर लेवल बना रहता है। बारिश का पानी व्यर्थ ना बहे, इसके लिए नगर निगम शहरवासियों को रूफ वॉटर हार्वेस्टिंग के प्रति प्रेरित करेगी। ऐसा होने से भूजल स्तर भी बना रहेगा और गर्मी के दिनों में भी पानी की किल्लत नहीं उठाना पड़ेगी।
शहर में बड़ी संख्या में बोरिंग, हैंडपंप सहित अन्य पेयजल स्रोत हैं, लेकिन रूफ वॉटर हार्वेस्टिंग की संख्या बहुत कम है। अब नगर निगम इसके लिए अभियान प्रारंभ कर रही है। छत का पानी सीधे बोरिंग में पहुंचे इसके लिए रूफ वॉटर हार्वेस्टिंग के लिए तकनीकी सहयोग भी नगर निगम प्रदाय करेगी। महापौर गीता दुर्गेश अग्रवाल ने बताया, कि जल संरक्षण के लिए रूफ वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम समय की आवश्यकता है। जिन घरों में बोरिंग है, उन्हें अवश्य ही यह सिस्टम लगवाना चाहिए। इसके माध्यम से बोरिंग में गर्मी के दिनों में भी जलस्तर बना रहता है। इस संबंध में महापौर प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल ने गत दिवस जल संरक्षण पर कार्य करने वाली संस्थाओं के सदस्यों के साथ बैठक की। महापौर प्रतिनिधि श्री अग्रवाल ने कहा, कि भूजल स्तर को बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। रूफ वॉटर हार्वेस्टिंग के लिए शहरवासियों को प्रेरित करना है। उन्हें जो भी तकनीकी सहयोग चाहिए, वह नगर निगम देगी। शहरवासियों को प्रेरित करने में जल संरक्षण के लिए कार्य कर रही संस्थाओं की भूमिका भी महत्वपूर्ण हो जाती है। बैठक में संस्था सदस्यों ने भी अपने-अपने सुझाव दिए।
कुएं-बावडिय़ों की सफाई का काम भी शुरू
इधर वर्षाकाल से पूर्व कुएं-बावडिय़ों की सफाई का कार्य भी नगर निगम ने सोमवार से प्रारंभ कर दिया है। महापौर श्रीमती अग्रवाल ने बताया कि शहर में स्थित 26 कुएं-बावडिय़ों की सफाई का कार्य निगम की टीम द्वारा प्रारंभ किया जा रहा है। सोमवार को वार्ड 23 के कालानी बाग, हटेसिंह गोयल कॉलोनी शीतला माता मंदिर के पास बावड़ी की सफाई का कार्य प्रारंभ किया गया। इसी प्रकार नगर निगम सीमा में स्थित पुलिस लाइन बावड़ी, खारी बावड़ी पठान कुआं, गायत्री विहार मंदिर की बावड़ी, शीतला माता मंदिर की बावड़ी, रामनगर मंदिर की बावड़ी, रामनगर एक्सटेशन का कुआं, अलकापुरी का कुआं, रानी बाग की बावड़ी, अन्नपूर्णा नगर का कुआं, एकता नगर का कुआं, त्रिलोकनगर का कुआं, निमाड़ नगर का कुआं, विकास नगर राम मंदिर का कुआं, नौशराबाद का कुआं, बिराखेड़ी का कुआं, आनंद ऋषि नगर का कुआं, गौमती नगर का कुआं, मेंढकीचक की बावड़ी, भोलेनाथ मोहल्ला का कुआं, नाथ मोहल्ला का कुआं, सोमेश्वर मंदिर का कुआं, गवली मोहल्ला राधाबाई स्कूल का कुआं सहित मीरा बावड़ी की सफाई का कार्य किया जाएगा। महापौर श्रीमती अग्रवाल ने बताया, कि सफाई के साथ ही कुएं-बावडिय़ों की सुरक्षा हेतु मुंडेर एवं जाली लगाने सहित रिपेयरिंग का कार्य भी किया जाएगा। उन्होंने कुएं-बावडिय़ों कचरा व अन्य सामग्री नहीं डालने के लिए शहरवासियों से अपील भी की है।