देवास। मालवी मिठास व्हाट्सएप समूह की स्थापना देवास के भावेश कानूनगो द्वारा 18 जून 2016 को की गई थी। मालवी मिठास, मालवी बोली के लिये समर्पित लोगों का समूह है जो आज एक संयुक्त परिवार की तरह हो गया है। देश भर के मालवी प्रेमी लोग इस परिवार से जुड़े हैं। मालवी मिठास परिवार, मालवी बोली को ज्यादा से ज्यादा प्रचलन में लाने के लिए सतत लगा हुआ है और सिर्फ लिखने बोलने जितना ही नहीं, मालवी साहित्य की समृद्धि के लिए भी मिठास परिवार अपना योगदान दे रहा है। मालवी मिठास परीवार का समागम एवं मालवी मिठास परिवार के सदस्यों द्वारा मालवी में अनुवादित भगवत गीता एवं मालवी मिठास परिवार के वरिष्ठ सदस्य रजनीश दवे के मालवी काव्य संकलन ‘‘आस की ओसारी’’ का विमोचन औदुम्बर धर्मशाला भवन, देवास में संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इंदौर के वरिष्ठ साहित्यकार श्री सदाशिव कौतुक एवं देवास के श्री राजकुमार चंदन थे। कार्यक्रम के आरंभ में समूह एडमिन श्री भावेश कानूनगो ने मालवी मिठास परिवार के गठन एवं गतिविधियों पर प्रकाश डालने के साथ अतिथियों का शब्दो से स्वागत किया। गीता का मालवी अनुवाद श्री श्याम उपाध्याय इंदौर, श्रीमती भावना जोशी इंदौर, श्रीमती गरिमा शर्मा देवास, श्रीमती डॉ .सुमन शर्मा इंदौर और श्रीमती रीना उपाध्याय आलोट ने किया है। संपादक मंडल में श्री सतीश जोशी खाचरोद, श्रीमती श्वेता गौतम दिल्ली, श्री महेंद्र कानूनगो सोनकच्छ एवं श्री रजनीश दवे इंदौर शामिल रहे। डॉ. दीपेश पाठक आष्टा और श्री अशोक चैधरी देवास का विशेष सहयोग रहा। संपादन एवं संयोजन भावेश कानूनगो ने किया। पुस्तक प्रकाशन में श्री प्रदीप दुबे देवास का विशेष सहयोग रहा।
इस अवसर पर मालवी में रचनात्मक कार्य हेतु श्री श्याम पेशकार देवास, श्री प्रदीप जोशी इंदौर, श्री सतीशचन्द्र जोशी, खाचरोद, श्री रजनीश दवे इंदौर, श्री महेन्द्र कानूनगो सोनकच्छ, श्री सुधीर उपाध्याय उज्जैन, श्रीमती श्वेता गौतम दिल्ली, श्रीमती अंशु दुबे इंदौर, श्री श्याम उपाध्याय इंदौर, श्रीमती भावना जोशी इंदौर, श्रीमती गरिमा शर्मा देवास, डॉ .सुमन शर्मा इंदौर और श्रीमती रीना उपाध्याय, आलोट, श्रीमती रत्ना कानूनगो, देवास, श्रीमती वंदना दुबे, इंदौर को सम्मान पत्र दिया गया । इस अवसर पर मालवी मिठास के दिवंगत सदस्यों की स्मृति में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम करने वाले श्री रितेश जोशी देवास, श्री जयु जोशी इंदौर, श्रीमती अनिता दवे इंदौर, श्री पंकज शर्मा उदयपुर एवं श्रीमती गर्विता जोशी देवास को सम्मानित किया गया। श्री श्याम पेशकार देवास को मालवी मिठास अवार्ड दिया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सदाशीव कौतुक जी ने अपने उदबोधन में मालवी मिठास परिवार द्वारा मालवी बोली के लिये किये जा रहे प्रयासों कि सराहना करते हुए भाषाओं पर हो रहे आक्रमण के बीच बोलियों को सहेजने की बात कही। वरिष्ट साहित्यकार राजकुमार चंदन ने कहा कि अनुवाद एक कठिन काम है जिसमें दूसरे के भाव को समझकर उसकी मौलिकता को कायम रखना होता है।चंदन जी ने मिठास परिवार द्वारा गीता का मालवी में अनुवाद कर एक बड़ा काम करने के लिये अनुवादकों की प्रशंसा की। वरिष्ठ पत्रकार श्री सतीश जोशी इंदौर ने मालवी को प्रचलन में लाने और इसमें अधिक से अधिक साहित्य रचने की बात कही। कार्यक्रम का संचालन क्रमश: रजनीश दवे एवं प्रदीप जोशी ने किया। आभार सतीश जोशी, खाचरोद ने माना। इस अवसर पर श्री महेन्द्र उपाध्याय, श्री सतीश दुबे, श्री ओम प्रकाश चौधरी, श्री श्रृवण कानूनगो, श्री श्याम सुन्दर चौधरी, श्री कृष्णकांत दुबे, आशुतोष शर्मा इंदौर, श्रीकांत उपाध्याय, श्री अशोक चौधरी, श्री राजेद्र जोशी, श्री राधेश्याम जोशी, श्री प्रकाश दुबे, श्री सुदर्शन दुबे, योगेश द्विवेदी श्री जयंत शर्मा, श्री विजय पाठक, मालवी मिठास के सदस्य, साहित्य प्रेमी एवं सम्माननीय जन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।