देवास। जिला पंचायत अध्यक्ष कांग्रेस का पिछले दिनों चुना गया था, उन्हें अब तक शासकीय भवन जिला प्रशासन की और से स्वीकृत क्यों नहीं हुआ है। पूर्व मंत्री ने प्रेस वार्ता में अपनी और से बात रखकर आरोप लगाते हुए कलेक्टर को मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक के इशारों पर काम करने वाला बताते हुए कहा कि जिस अधिकारी को जिला पंचायत अध्यक्ष का बंगला अलाट किया गया है क्या वह जिला पंचायत अध्यक्ष से बड़ा है। उन्होनें कहा कि महापौर का शासकीय निवास किसी अधिकारी को अलाट करके बताओ, उन्होनें कहा कि प्रजातंत्र में जनप्रतिनिधियों के साथ इस तरह का अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जिला प्रशासन शिवराज सिंह चौहान के हथियार के रूप में काम कर रहा है मैं भी दलित हुं और जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती लीला देवी अटेरिया भी दलित है। मुझे शिवराज सिंह चौहान ने आज तक भोपाल में बंगला नहीं दिया है, जबकि मैं विधायक सांसद मंत्री रह चुका हूं। जिला पंचायत की अध्यक्ष को भी कलेक्टर चन्द्रमौली शुक्ला ने आज तक शासकीय आवास अलाट नहीं किया है। यह सरासर अन्याय है। इस के पूर्व जितने भी जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं सभी को सिविल लाइंस स्थित बंगला अलाट किया गया है। लेकिन जैसे ही एक दलित महिला जिला पंचायत की अध्यक्ष बनी कलेक्टर ने वह बंगला अधिकारी को अलाट कर दिया। इसी के साथ श्री वर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि सांसद और विधायक के इशारे पर कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला काम कर रहे हैं। क्या जिस अधिकारी को बंगला आलाट किया गया है वह जिला पंचायत अध्यक्ष से बड़ा है। मैं तो एक क्षेत्र का विधायक हुं, जिला पंचायत अध्यक्ष तो पूरे देवास जिले की अध्यक्ष है। श्री वर्मा ने जिला पंचायत अध्यक्ष को भवन नहीं दिए जाने को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि प्रजातंत्र में जनप्रतिनिधियों के साथ इस तरह का अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।