देवास। मंगलवार को जनसुनवाई में एक दिव्यांग व्यक्ति कलेक्टर को आवेदन देने पहुंचा और आवेदन में उन्होंने इच्छा मृत्यु की मांग की। आवेदक ने बताया कि वह खुद उसकी पत्नी और बेटा तीनों दिव्यांग है। किसी प्रकार से कोई रोजगार नहीं है, मकान भी गिर चुका है। लेकिन परिवार के तीनों सदस्यों को दिव्यांग पेंशन नहीं मिल पा रही है। उन्होनें बताया कि पेंशन के लिए चार बार आवेदन दे चुके है, लेकिन उसे अब तक पेंशन नहीं मिली। दिव्यांग ने बताया कि उसकी पेंशन आती है लेकिन वह कोई और ही निकाल लेता है। उसने मीडिया के माध्यम से उक्त संदेश मुख्यमंत्री तक पहुंंचाने की बात कही। कलेक्टर ने आवेदक की बात सुनकर संबंधित विभाग के अधिकारी को समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए हैं।
प्रति मंगलवार जनसुनवाई में जिले से कई आवेदक विभिन्न प्रकार की समस्याओं को लेकर आते हैं। जहां कलेक्टर ऋषव गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी समस्याओं का निराकरण करते हैं। मंगलवार को जयसिंह नगर झुग्गी बस्ती से पीडि़त जगदीश यादव जनसुवाई में पहुंचा उसने बताया कि जनसुनवाई में इसलिए आया हूं कि मेरा मकान गिर चुका है, मैं, मेरी पत्नी सुशीला, मेरा लडक़ा वासुदेव यादव हम तीनों विकलांग है। हमारी पेंशन भी आती है लेकिन वह कोई और निकाल लेता है। इससे पहले भी कलेक्टर कार्यालय में चार बार आवेदन दे चुका हूं, लेकिन मेरी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होनें कहा कि हमारी कोई आमदनी नहीं है ना ही कोई व्यवसाय है। माँ व बेटा तो बिस्तर पर ही है। इससे पहले मेरा लडक़ा भी कलेक्टर के पास नौकरी के लिए आया था। लेकिन उसे नौकरी भी नहीं मिली। उन्होनें बताया कि 6 किलो राशन मिलता है। हम तीनों लोगों राशन तीन दिन ही चल पाता है। पीडि़त ने बताया कि कलेक्टर ने कहा कि खाते की जांच करेंगे। उसने कहा कि मैं खाता चेक कराने नहीं आया हूं। मैं सिर्फ आवेदन देने आया हूं कि हमें दुनिया से कोई लेना देना नहीं है हम तीनों जीना नहीं चाहते हंै। हम तीनों मरना चाहते हैं हमारी इच्छा मृत्यु शासन स्वीकार करे। पीडि़त ने कहा कि हमारा यह संदेश मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जाए।