देवास। मक्सी रोड स्थित ग्राम सिया में एक व्यक्ति का शव उसके घर से करीब 1 किमी दूर खेत पर मिला। सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे, उन्होंने बताया की मृतक पिछले कुछ दिनों से लापता थे, उन्हें गांव के कुछ लोग धमकी दे रहे थे। परिजनों को बाद में पता चला की वह उनकी लडक़ी के घर देवास है। बताया गया है की खेत के समीप नाले को लेकर विवाद था, जिसको लेकर मृतक ने जनसुनवाई में भी आवेदन दिया था। परिजनों का आरोप है की मृतक को सरपंच सहित कुछ लोगों ने जान से मारने की धमकी भी दी थी। मृतक ने एक विडियो सोशल मीडिया पर जारी भी किया था जिसमें उन्होनें सरपंच सहित कुछ लोगों के नाम भी बताए और पुलिस और जनसुनवाई में आवेदन देकर कार्रवाई नहीं होने की बात कहते हुए जहरीला पदार्थ खा लिया था। सोमवार को मृतक का शव मिलने की सूचना परिजनों को मिली जिस पर वह मौके पर पहुंचे थे। मृतक के लडक़े ने बताया कि घटना की जानकारी पुलिस को दी लेकिन सूचना देने के बाद भी दो घंटो के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी। इसके लिए उन्होंने एबी रोड पर चक्काजाम कर दिया था। मृतक के लडक़े का कहना है की धमकी देने वाले आरोपियों पर कार्रवाई की जाए। सूचना पर नगर पुलिस अधीक्षक सहित बीएनपी थाना पुलिस मौके पर पहुंची, पुलिस ने मुआयना कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा जहां पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। मामले को लेकर पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है।
जानकारी के अनुसार मक्सी रोड स्थित ग्राम सिया में कमल पिता प्रहलाद सिंह चौहान उम्र 50 वर्ष निवासी सिया का शव उनके घर से करीब 1 किमी दूर खेत के समीप टापरी के पास मिला। बताया गया है की मृतक सिया में किसी निजी कंपनी में वाहन चालक के पद पर काम करते थे। सूचना पर मृतक के पुत्र दीपक सहित अन्य परिजन मौके पर पहुंचे उन्होंने बताया की उनके पिता को कुछ लोग धमकी दे रहे थे। इस मामले को लेकर वह घर नहीं आ रहे थे। मृतक की लडक़ी ने बताया कि उनके पिता देवास उसके साथ ही रह रहे थे। रविवार दोपहर में वे नाश्ता करके गए उसके बाद वह घर नहीं लौटे थे। बताया गया है कि धमकी के मामले को लेकर मृतक कमल ने बीएनपी थाने पर आवेदन भी दिया था। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की जिस पर उन्होंने जनसुनवाई में आवेदन दिया था। वहां भी कार्रवाई नहीं होने पर उन्होनें जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली।
परिजनों ने नाराज होकर किया चक्काजाम
सोमवार को मृतक का शव मिला परिजनों ने सूचना बीएनपी थाने पर दी लेकिन पुलिस करीब दो घंटे देरी से पहुंची जिस पर गुस्साए परिजनों ने एबी रोड पर चक्काजाम कर दिया। सूचना पर नगर पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह चौहान सहित बीएनपी थाना पुलिस मौके पर पहुंचे, घटना स्थल का मुआयना कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा। यहां पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया। मामले को लेकर बीएनपी थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है। घटना की जानकारी मिलने पर क्षेत्रीय विधायक मनोज चौधरी भी परिजनों से मिलने जिला चिकित्सालय आए जहां उन्होनें कहा कि जो भी घटना घटी है उसकी जांच करें जांच मेें जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर जारी किया था वीडियो
मृतक कमल ने घटना के एक दिन पूर्व जमीन के विवाद को लेकर इनकी फेसबुक आईडी पर वीडियो जारी कर बताया की गांव के सरपंच राजेंद्र सहित तीन लोग धमकी दे रहे है। जिस पर उन्होंने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली।
यह दिया था जनसुनवाई में आवेदन
मृतक कमल ने गत 25 जुलाई को आवेदन दिया था कि सिया के सरपंच राजेश, नासीर, राकेश सहित अन्य लोग धमकी दे रहे हैं। आवदेन में बताया था कि उसके पिताजी के आधिपत्य व स्वामित्व की जमीन हाइवे पर स्थित है। जिस पर वह खेती करते हैं, पिछले वर्ष अधिक वर्षा होने पर शासकीय भूिम पर गड्ढा हो गया था। उसका पानी खेत में होकर निकलता है जिससे फसल नष्ट हो जाती है। शासकीय नाले पर मुर्रम डालकर बारिश का पानी रोका गया था। कुछ दिनों पूर्व सरपंच राकेश व अन्य लोगों ने डलवाई गई मुर्रम को जेसीबी से हटाकर शासकीय भूमि पर कब्जा कर लिया था। बारिश के दौरान नाले का पानी खेत से निकलने पर फसल खराब हो गई, जिस पर मैंने सरपंच से चर्चा की तो उन्होनें कहा कि 15 लाख रुपए दे दो जमीन तुम्हारे नाम कर देंगे। मैंने कहा कि गरीब किसान का बेटा हूं इतने पैसे कहां से लाऊं। इस बात से नाराज होकर सरपंच सहित अन्य लोगों ने मुझे गाली-गलोच करते हुए जान से मारने की धमकी दी थी। धमकियों से भयभती होकर बीएनपी थाने मेें 22 जुलाई को आवेदन दिया था। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिस पर जनसुनवाई में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की थी।
सरपंच ने दिया था आवेदन
ग्राम के सरपंच राजेंद्र चौहान ने बीएनपी थाने पर आवेदन दिया कि हमारे खिलाफ कमल पिता प्रहलाद चौहाने ने फेसबुक पर जो पोस्ट डाली है वह निराधार है, हमारा कमल से कोई लेना देना नहीं है। उक्त जमीन के मामले में बताया कि वह शासकीय भूमि होकर शासकीय उपस्वास्थ्य केंद्र के लिए लोक स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग को पूर्व से आवंटित की गई है।