देवास। जबलपुर से इंदौर की और जा रही यात्री बस सोनकच्छ के समीप पुष्पगिरी तीर्थ के पास अनियंत्रित होकर पलट गई। ग्राम बीसाखेड़ी के समीप पिता-पुत्र पुष्पगिरी गौशाला की और जा रहे थे उस दौरान बस उन पर पलट गई। जिसमें पिता की मौत हो गई व पुत्र को करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद निकाला और उसे उपचार के लिए देवास जिला चिकित्सालय भेजा जहां प्राथमिक उपचार कर उसे इंदौर रेफर कर दिया गया। बताया गया है कि बस में 50 से अधिक यात्री सवार थे, वहीं बस में सवार खरगौन निवासी को भी गंभीर चोंट आई उनका भी प्राथमिक उपचार कर उन्हें भी रेफर कर दिया गया। हादासे की सूचना मिलते ही मौके पर आसपास के ग्रामीण पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। मृतक का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। मामले को लेकर पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।
जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह करीब 7.30 बजे के दरमियान सोनकच्छ से आगे हंस ट्रेवल्स की यात्री बस क्रमांक एमपी 09 एफए 9210 जो जबलपुर से इंदौर की और जा रही थी वह अचानक अनियंत्रित होकर बीसाखेड़ी फाटे पर पलट गई बस में 50 से अधिक यात्री सवार थे। जिनमें कुछ तो बस के कांच फोडक़र बाहर निकले कुछ लोगों को मामूली चोंट आई। वहीं जबलपुर से इंदौर जा रहे यात्री बद्री प्रसाद मुलवे उम्र 50 वर्ष निवासी खरगौन को पीठ में गंभीर चोंट आई इनका प्राथमिक उपचार कर इंदौर रेफर किया गया। जिस समय बस पलटी थी उस दौरान पुष्पगिरी तीर्थ की गौशाला में काम करने जा रहे राधेश्याम शर्मा और उनका पुत्र अर्पण निवासी सांवेर तहसील सोनकच्छ बस के नीचे दब गए। काफी मशक्कत के बाद राधेश्याम को नीचे से निकाला किंतु उनके दोनों पैर चकनाचूर हो गए, उन्हें गंभीर अवस्था में जिला चिकित्सालय भेजा जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। लगभग डेढ घंटे की मशक्कत व क्रेन के आने के बाद बस के नीचे दबे अर्पण को बाहर निकालकर उसे जिला चिकित्सालय भेजा जहां उसका प्राथमिक उपचार कर उसे इंदौर रेफर किया गया। बताया गया है कि बस सडक़ किनारे रखी दो गुमटियों को तोडक़र एक साइड पलट गई। घटना के बाद से बस का चालक फरार है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
बस अंधगति से चला रहा था चालक
घायल बद्री प्रसाद मुलवे की पत्नी ने बताया की वह उनके लडक़े से मिलने जबलपुर गए थे, वहां से मंगलवार रात को बस में बैठे थे। बस चालक अंधगती से बस चला रहा था। कई बार बस पेड़ से घिसते हुए निकली और बस के ब्रेक भी नहीं लग पा रहे थे सोनकच्छ से बाहर आने पर अचानक बस पलट गई।