देवास। इंदौर से रिश्तेदार के यहां से लौट रहे दंपत्ति को ट्रक ने टक्कर मार दी जिसमें पति की मौत हो गई, पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। उनका एक वर्ष का बच्चा जो बाल-बाल बच गया। बताया गया है कि मृतक ग्रामीण क्षेत्र के एक स्कूल में शासकीय शिक्षक थे। मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है कल सुबह उसका पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। मामले को लेकर औद्योगिक थाना पुलिस ने प्रकरण को जांच में लिया है।
जानकारी के अनुसार भास्कर पिता जग्गनाथ सोनी उम्र 42 वर्ष निवासी राधागंज अपनी पत्नी रजनी सोनी उम्र 40 वर्ष व 1 वर्षीय बेटे सोम्य के साथ इंदौर बाइक क्रमांक एमपी 41 एनडी 8813 से इंदौर किसी रिश्तेदार के यहां गमी में शामिल होने के लिए गए थे। इंदौर से शाम को आने के दौरान रसूलपुर बायपास स्थित संघवी फूड्स के सामने ट्रक क्रमांक सीजी 04 एनक्यू 4743 से इनके दो पहिया वाहन की टक्कर हो गई। हादसे में भास्कर सोनी की मौत हो गई जबकि उनकी पत्नी रजनी को सिर में गंभीर चोंट लगी है।
गनीमत रही की हादसे में बच्चा बाल-बाल बच गया। वहां से गुजर मनीष डांगी ने घायलों को जिला चिकित्सालय पहुंचाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद रजनी को डॉक्टरों ने शहर के निजी अस्पताल रैफर कर दिया। बताया जा रहा है कि भास्कर सोनी विजयागंज मण्डी रोड़ स्थित ग्राम बोरखेड़ी शासकीय स्कूल में शिक्षक थे। उनकी तीन बेटियां व एक 1 वर्ष का बेटा है। मामले को लेकर औद्योगिक थाना पुलिस ने प्रकरण को जांच में लिया है।
समय पर आती एंबुलेंस तो बच जाती जान…….
इस संबंध में घायलों को जिला चिकित्सालय लेकर आए मनीष डांगी ने बताया कि वह उनकी बहन के यहां से उनके पुत्र के साथ भाईदूज मनाकर आ रहे थे। रसूलपुर चौराहे के सामने संघवी फूड्स के पास एक महिला बाइक पर गिरी हुई व अचेत अवस्था में दिखी थी। उन्हीं के पास पुरूष भी गिरे हुए थे एक हेलमेट भी पड़ा हुआ था। एक बच्चा वहां पर रो रहा था। उन्होनें बताया कि मेरे बेटे को बच्चा देकर महिला को उठाया रहगीरों से निवेदन किया लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं की।
वहीं 108 एंबुलेंस को फोन लगाया लेकिन करीब 25 मिनिट तक एंबुलेंस नहीं आई, उसके बाद इंदौर की और से आ रही एक मैजिक वाहन से पति-पत्नी व बच्चे को लेकर जिला चिकित्सालय लाए जहां स्टे्रचर भी नहीं मिला जिस पर गंभीर महिला को घायलों को तोक कर अस्पताल में उपचार के लिए आकस्मिक कक्ष में लेकर गए। उन्होनें बताया कि अगर समय पर एंबुलेंस आ जाती तो शायद भास्कर सोनी की जान बच जाती।