वर्चस्व की लड़ाई में दो गुट के सदस्य आपस में रखते थे रंजिशदो दिनों पूर्व एक युवक की जवाहर नगर चौराहे पर गोली मारकर की थी हत्या-हत्या के बाद एक गुट के सदस्यों ने आरोपी के घर की थी तोडफ़ोड़-पुलिस ने सभी आरोपियों को किया गिरफ्तार, आरोपियों के पास से पिस्टल जब्त

देवास। दो दिनों पूर्व शहर के जवाहर नगर में दिन दहाड़े एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने मामले को लेकर फरियादी की रिपोर्ट पर आरोपियों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में अपराध पंजीबद्ध का प्रकरण को विवेचना में लिया था। गोलीकांड के बाद कुछ लोगो ने घटना के मुख्य आरोपी के घर पर तोडफ़ोड़ कर दी और आरोपी की पत्नी पर जानलेवा हमला भी कर दिया था। इस मामले में आरोपी की पत्नी ने कोतवाली थाने पर कुछ लोगो के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस अपराध में भी पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। प्रकरण में पुलिस अधीक्षक ने शुक्रवार को खुलासा किया है।


पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने प्रकरण का खुलासा करते हुए बताया की 3 जुलाई को जवाहर नगर में अमरेश प्रसाद ने कुणाल बैरागी उर्फ चीकू की गोली मारकर हत्या कर दी थी। आरोपी उसके अन्य साथियों के साथ घटना को अंजाम देकर वहा से फरार हो गया था। कोतवाली थाना पुलिस ने फरियादी की रिपोर्ट पर आरोपियों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया था। पुलिस ने 2 टीम गठित की थी, साक्ष्य एकत्रित करने के लिए एफएसएल टीम ने निरीक्षण किया था। मुखबिर से सूचना मिली थी की मृतक कुणाल जवाहर नगर आने से पहले जेल में अपने कुछ साथियों के साथ गया था। पुलिस ने टीम के साथ जवाहर नगर से जेल तक लगे सीसीटीवी फुटेज चेक कर आरोपियों के बारे में महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित किए थे। 4 जुलाई को सूत्रों से जानकारी मिली की अमरेश बायपास पर खड़ा है और राजस्थान फरार होने की सूचना है। पुलिस सूचना पर पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।


जेल में हुआ था विवाद
पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने बताया की 3 जुलाई को हत्याकांड से पूर्व जेल में आरोपी आनंद मंसारे, ओम मांडले सहित उसके 3 अन्य साथियों ने जेल में बंद राहुल पवार निवासी रालामंडल के साथ गली गलोच कर धमकी दी की तुझे बाहर देख लेंगे। जेल से छूटने के बाद तुझे जान से खत्म कर देंगे। जिस पर नाहर दरवाजा पुलिस ने धारा 269, 351 में प्रकरण दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है। आरोपियों से पुलिस ने 2 पिस्टल और 8 जिंदा राउंड जब्त किए है।


दो अच्छे दोस्त थे, वर्चस्व के कारण….
इस घटना मुख्य आरोपी अमरेश और शैलेंद्र पवार अच्छे दोस्त थे। दोस्त रहते हुए धारा 307, 427, 120 बी व 25-27 आर्म्स एक्ट अपराधी भी रहे है। दोनो के बीच वर्चस्व और रुपयों के लेनदेन को लेकर आपसी मतभेद बढ़ गए थे। जिससे दोनो लोगो के गुट के सदस्य आपस में रंजिश रखते थे।


हत्याकांड के बाद की थी आरोपी के घर तोडफ़ोड़
3 जुलाई को कुणाल को गोली लगने के बाद उसके कुछ साथी उसे एपेक्स हॉस्पिटल लेकर गए थे। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था। गोलीकांड के बाद शैलेंद्र सिंह पवार, आनंद मंसारे, कपिल थीटे, शुभम चौहान, रोहित सूर्यवंशी, पंकज खाटवा, मोनू त्यागी, सोनू उर्फ भास्कर त्रिवेदी सहित अन्य दो लोगो ने आरोपी अमरेश के घर जाकर हत्याकांड का बदला लेने की नियत से तोडफ़ोड़ कर उसकी पत्नी पर जानलेवा हमला कर दिया था। कोतवाली थाने पर अमरेश की पत्नी ने आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में अपराध दर्ज कर प्रकरण को विवेचना में लिया था। इस घटना में सभी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है दो अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया की बहुचर्चित संदीप तेल हत्याकांड में कपिल थीटे भी आरोपी रहा है।

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