हिट एंड रन कानून के विरोध में वाहन चालकों ने किया प्रदर्शन पहले बस स्टेण्ड, सिविल लाईन चौराहे के बाद रसूलपुर चौराहे पर किया चक्काजाम दो घंटे चक्काजाम कर सौंपा ज्ञापन, जेल मेें बंद कैदी की पत्नी बच्चों के साथ प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंची

देवास। हिट एंड रन कानून के विरोध में सोमवार को ट्रक व बस ड्राइवर सडक़ों पर उतरे और शहर में दो से तीन जगह रास्ते बंद करने के प्रयास किया उसके बाद इंदौर रोड़ स्थित रसूलपुर चौराहे बायपास पर दो घंटे से अधिक समय तक चक्काजाम कर दिया जिसके चलते वाहनों की कतारे लग गई। इसके पहले सुबह से बस व ट्रक ड्राइवर सडक़ पर चलने वाले वाहनों को रोक रहे थे। पुलिस की समझाईश के बाद भी ड्राइवर नहीं माने और विरोध स्वरुप जगह-जगह वाहनों को रोकते रहे। रसूलपुर बायपास पर एसडीएम पहुंचे जहां हड़ताल कर रहे ड्राइवरों ने उन्हें ज्ञापन सौंपा उसके बाद चक्काजाम खुला।


नए वर्ष के पहले दिन हिट एंड रन कानून के विरोध में सोमवार सुबह से यात्री बसें बंद रही सुबह से बस स्टेण्ड पर बसें खड़ी हुई थी। इंदौर और उज्जैन की और जाने वाले यात्री बसों का इंतजार करते देखे गए। यात्रियों ने बताया कि उन्हें पता नहीं था कि बस चालकों की हड़ताल है। उनका कहना था कि जैसे तैसे हम अपने गंतव्य तक पहुंचने का जुगाड़ करेंगे। बस चालकों ने सुबह ही यातायात थाने के सामने प्रदर्शन शुरु कर दिया था। यहां से चालक एक समूह में सिविल लाईन चौराहे पर पहुंचे जहां आटो रिक्शा, मैजिक, ट्रक, यात्री बसों को रोकने का प्रयास करते रहे। इसके बाद यहां से इंदोर रोड़ स्थित रसूलपुर चौराहे पर पहुंचे जहां सुबह करीब 9.30 बजे चक्काजाम कर दिया। वाहन चालकों की सूचना के बाद शहर के विभिन्न पेट्रोल पंपों पर दो पहिया व चार पहिया वाहन चालकों की कतारे लगी रही। लोगों ने घंटों तक कतार में खड़े रहकर अपने वाहनों में पेट्रोल डलवाया। वहीं मैजिक वाीन चालकों ने बारी-बार से पहले उज्जैन रोड़ नागूखेड़ी के समीप चक्काजाम करने का प्रयास किया उसके बाद भोपाल चौराहा, बायपास स्थित पालनगर टोल नाके के पास भी चक्काजाम करने के प्रयास किए थे। वहीं पुलिस को जैसे सूचना मिली वह मौके पर पहुंचे और जाम की स्थिति को नियंत्रित किया गया। रसूलपुर बायपास पर इंदौर से आ रहे एक आयकर विभाग के अधिकारी का वाहन भी जाम में फंस गया था। वहां से निकलने के लिए वाहन चालक को काफी मशक्कत करना पड़ी। रसूलपुर बायपास पर एक पुलिस कर्मी चालकों को समझाईश देने का प्रयास कर रहा था, वहीं कुछ बस चालकों ने उनके साथ भी हुज्जतबाजी की, इस बीच औद्योगिक थाना प्रभारी को कुछ सख्त भी होना पड़ा। वहीं काफी देर तक जाम नहीं खुलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक फोर्स के साथ यहां पहुंचे उन्होनें सख्ती दिखाई उसके बाद यहां से जाम की स्थिति नियंत्रित हुई।


दो घंटों के बाद सौंपा एसडीएम को ज्ञापन
रसूलपुर बायपास मार्ग पर वाहन चालकों ने बाहर से आ रही यात्री बसों, ट्रकों, कार सहित अन्य वाहनों को रोककर प्रदर्शन किया। इस दौरान मैजिक वाहन चालकों के साथ यूनियन अध्यक्ष भी पहुंचे थे। चक्काजाम की सूचना मिलने पर औद्योगिक थाना प्रभारी, सिविल लाईन थाना प्रभारी सहित यातायात प्रभारी बल के साथ मौके पर पहुंचे, पुलिस ने काफी देर तक चालकों को समझाईश दी, लेकिन चालकों ने उनकी समझाईश को नहीं माना और अलग-अलग टुकड़ों में विभाजित होकर चक्काजाम करते रहे। लगभग दो घंटों के बाद एसडीएम बिहारीसिंह, तहसीलदार सपना शर्मा सहित विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंचे। कुछ देर तक प्रदर्शन कर रहे चालकों को एसडीएम ने समझाईश दी लेकिन वह नहीं माने उसके कुछ देर बाद एसडीएम को वाहन चालकों ने ज्ञापन दिया उसके बाद चक्काजाम खत्म हुआ। लेकिन यहां पर हजारों वाहन जाम में फंसे थे जिसके चलते वाहनों को यहां से निकालने के लिए पुलिस कर्मियों को काफी मशक्कत करना पड़ी।


जेल में बंद कैदी की पत्नी पहुंची बच्चों के साथ
एक और शासन ने हिट एंड रन कानून लागू किया उसके बाद वाहन चालकों ने हड़ताल कर प्रदर्शन किया। वहीं कुछ दिनों पूर्व एक वाहन चालक धर्मेंद्र को दो वर्ष के कारावास की सजा न्यायालय ने दी। उसके चार बच्चे व पत्नी प्रदर्शन कारियों के साथ रसूलपुर चौराहे पर पहुंची और धर्मेंद्र की सजा कम करने की गुहार एसडीएम से लगाई। धर्मेंद्र की पत्नी ने बताया कि वह किराए के मकान में रहती है, वर्ष 2017 में एक प्रकरण के चलते गत 27 दिसंबर को न्यायालय ने सुनवाई कर धर्मेंद्र को दो वर्ष के कारावास की सजा सुनाई। उनकी मांग है कि उसके पति की सजा कम की जाए। शासन द्वारा जारी नए कानून को लेकर कहा कि इस प्रकार का कानून नहीं बनना चाहिए। इस दौरान चालकों ने धर्मेंद्र की पत्नी के लिए आर्थिक मदद कर कुछ रुपए वहीं एकत्रित किए।

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