देवास। रसूलपुर बायपास पर पिछले दिनों प्रिंस पैलेस होटल में देह व्यापार का खुलासा करते हुए औद्योगिक पुलिस ने 10 युवकों सहित 8 युवतियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने पूछताछ के बाद युवतियों को छोड़ दिया था और होटल संचालक व अन्य 9 लोगों के खिलाफ अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम सहित अन्य विभिन्न धाराओं में अपराध दर्ज किया गया था। रविवार सुबह पुलिस व प्रशासन की टीमें रसूलपुर बायपास पर पहुंचीं। इस दौरान तीन जेसीबी, एक पोकलेन मशीन की सहायता से होटल के अवैध निर्माण को जमींदोज किया गया। इस दौरान एसडीएम, तहसीलदार सहित औद्योगिक, सिविल लाइन थाना प्रभारी के साथ पुलिस बल मौजूद रहा।
गत 13 जून को औद्योगिक थाना पुलिस ने रसूलपुर बायपास स्थित प्रिंस होटल पर अचानक दबिश दी थी। जहां देह व्यापार में लिप्त 10 युवकों सहित 8 युवतियों को गिरफ्तार कर औद्योगिक थाने पर लाए जहां गहन पूछताछ के बाद युवतियों को छोड़ दिया था। वहीं होटल संचालक सलमान खान सहित अन्य लोगों के विरूद्ध अपराध दर्ज किया गया था। इसके बाद होटल पर सख्त कार्रवाई की मांग सोशल मीडिया पर उठने लगी थी। जिस पर रविवार को प्रशासनिक अमले ने कार्रवाई करते हुए होटल को जमींदोज कर दिया। उल्लेखनीय है कि ग्रीन बेल्ट की जमीन पर बगैर किसी स्वीकृति से होटल संचालक ने पक्का निर्माण कर रखा था, ना ही टाउन प्लानिंग से कोई स्वीकृति ली गई थी। पूर्णत: अवैध रूप से होटल ढाबा का पक्का निर्माण कर होटल की जा रही थी। प्रिंस पैलेस को जेसीबी से जमींदोज कर भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया गया। इसके साथ ही प्रशासनिक टीम के द्वारा अन्य लोगों के भी दस्तावेजों की भी जांच की गई। इस दौरान एसडीएम प्रदीप सोनी, तहसीलदार सपना शर्मा सहित औद्योगिक थाना प्रभारी अजय चानना सिविल लाइन थाना प्रभारी संजय सिंह के साथ भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। इसके बाद सोशल मीडिया पर सवाल पैदा होने लगे हैं कि ग्रीन बेल्ट पर बनी प्रिंस होटल अवैध थी और उसे जमींदोज कर दिया गया तो फिर उसके आसपास बनी तमाम होटल ढाबे क्या वैध है ? वे भी ग्रीन बेल्ट पर बने है उन पर कब चलेगा बुलडोजर……?
देह व्यापार का यह था मामला
मुखबिर की सूचना के बाद 13 जून को औद्योगिक पुलिस की टीम ने होटल प्रिंस पैलेस पर दबिश डालकर यहां से कुल 18 युवक-युवतियों को संदिग्ध हालत में पकड़ा था। उसके बाद पुलिस सभी को थाने लेकर आई और गहन पूछताछ की। युवतियों को छोडक़र सभी 10 युवकों पर देह व्यापार से जुड़ी धाराओं पर अपरा दर्ज किया गया था। पुलिस के अनुसार मामले में आरोपी शुभम बामनिया निवासी खटांबा, रितेश पांडेय निवासी बावडिय़ा देवास, होटल संचालक सलमान खान, मजहर खान निवासी भौंरासा, जमील खां निवासी भौंरासा, प्रशांत मराठा निवासी पटेलनगर, जीवन गेहलोत निवासी विनायक ग्रीन सिटी उज्जैन, जगदीश मालवीय निवासी सोनकच्छ तहसील, सोहेल खान निवासी मेंढकी रोड देवास, सूरज जाट निवासी बाड़मेर हालमुकाम पर अपराध दर्ज हुआ था। अगले दिन 14 जून को इन सभी को न्यायालय में पेश किया गया था जहां से जेल भेज दिया गया था।
प्राधिकरण अध्यक्ष ने कलेक्टर को लिखा था पत्र
रसूलपुर चौराहे पर जिस होटल से सेक्स रैकेट पकड़ाया वह होटल और आसपास के कई अवैध निर्माण प्राधिकरण की वाणिज्यिक सह आवासीय योजना की भूमि पर है। मामले में प्राधिकरण अध्यक्ष राजेश यादव ने कलेक्टर ऋषव गुप्ता को बायपास पर स्थित प्राधिकरण की वाणिज्यिक सह आवासीय योजना में समाविष्ट भूमि से आधिपत्य दिलाने के लिए गत दिनों पत्र भी लिखा था। पत्र में उल्लेख किया था कि वर्ष 2012 में अवार्ड पारित हुआ है तथा इतना अधिक समय व्यतीत होने से उक्त भूमि पर अतिक्रमण व अनैतिक गतिविधियां संचालित हो रही है। उक्त भूमि से अतिक्रमण निर्माण आदि हटाकर आधिपत्य प्रदान करे। ताकि योजना का क्रियान्वयन प्रारंभ किया जा सके।
इस तरह की शुरू की कार्रवाई
रविवार सुबह औद्योगिक थाने पर पुलिस बल के साथ प्रशासन व निगम की टीमें मौजूद रही। कुछ देर के बाद सभी लोग रसूलपुर चौराहे स्थित प्रिंस पैलेस होटल पहुंचे जहां होटल का ताला खोलकर होटल को खाली करने की कार्रवाई शुरू की। होटल के तलघर में बंद कमरों के ताले तोडक़र भी जांच की गई थी। उसके कुछ घंटों के बाद निगम की पोकलेन मशीन से होटल को जमींदोज करने की कार्रवाई शुरू की गई।
इनका कहना :-
रसूलपुर बाईपास पर स्थित प्रिंस होटल के लिए किसी भी प्रकार की परमिशन नहीं ली है, नगर निगम से डायवर्शन भी नहीं है, ना नक्शा पास है, ग्रीन बेल्ट की जमीन है। यहां अनैतिक गतिविधियां संचालित हो रही थी। इसलिए होटल पर कार्रवाई की गई है। उक्त भूमि इरफान नामक व्यक्ति की है भूमि का रिकार्ड राजस्व विभाग में उसके नाम से दर्ज है। इसको संचालन करने के लिए किसी को दिया था। हमने पाया कि यहां अनैतिक गतिविधियां संचालित हो रही थी जिस पर हमने कार्रवाई की है।
एसडीएम, प्रदीप सोनी