देवास। चार दिनों पूर्व सांसद के सूने मकान में अज्ञात चोरों ने हाथ साफ कर दिया था। चोरी की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचा था। चोरी के दौरान सांसद व उनका परिवार घर पर मौजूद नहीं था। परिवार के आने के बाद चोरी क्या सामान गया है उसकी रिपोर्ट फरियादी के द्वारा की गई थी। उस आधार पर पुलिस ने टीमों का गठन कर आरोपियों को तलाशने में जुट गई। पुलिस ने मुखबिर की सहायता के साथ तकनीकि तंत्र के सहयोग से आरोपियों को चोरी के सामान के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक ने टीम को नगद पुरुस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की। मंगलवार को पुलिस अधीक्षक ने प्रेस वार्ता के दौरान प्रकरण का खुलासा किया है।
पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय ने बताया कि 24 व 25 मई की दरमियानी रात को सिविल लाईन थाना क्षेत्र के रामनगर स्थित तिलक नगर में सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी के सूने मकान में चोरी की वारदात हुई थी। सांसद के परिवारजन वहां पर किराए से रहते है। फरियादी राहुल व्यास ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि घर में रखे सोने चांदी की ज्वेलरी के साथ नगदी चोरी हुई थी। पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध धारा 457, 380 के तहत अपराध दर्ज किया था। पुलिस की टीमें बनाकर आरोपियों की तलाश शुरु कर दी गई थी। जिसमें पुलिस को सफलता हांसिल हुई है। टीमों में नगर पुलिस अधीक्षक दीशेष अग्रवाल, सिविल लाईन थाना प्रभारी ओपी अहिर, औद्योगिक थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया, कोतवाली थाना प्रभारी दीपक यादव सहित अन्य पुलिस बल था। पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ा है जिसमें एक नाबालिक भी है। चोरी में गया हुआ लगभग सारा सामान पुलिस ने जब्त कर लिया है। उन्होनें बताया कि आरोपियों को पुलिस रिमांड पर ले रखा है, आरोपियों के पास से लगभग 20 तोला सोना व चांदी के साथ नगदी रुपए भी जब्त किए है। आरोपी सूने मकान की रेकी कर चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस अधीक्षक ने टीम को नगद 5 हजार रुपये का पुरुस्कार देने की घोषणा की।
पुलिस की सक्रियता पर उठने लगे सवाल
सांसद के मकान में हुई चोरी के बाद पुलिस महकमें ने महज चार दिनों में आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर दिया। जबकि अगर किसी आम आदमी में घर में चोरी होती तो आरोपी इतने समय में पकड़ में नहीं आ पाते। क्या पुलिस की तत्परता केवल विशिष्ट व्यक्तियों के मामले में होती है। आम जनता के लिए भी पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए। शहर में अन्य स्थानों पर भी चोरी की वारदातें हुई है उन पर भी पुलिस संज्ञान लेकर कार्रवाई करें। इस प्रकार के सवाल सोशल मीडिया पर उठने लगे। इन सवालों से पुलिस की सक्रियता पर भी प्रश्र खड़े होने लगे हैं।
इन आरोपियों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने आरोपी जीतसिंह पिता रामसिंह टांक उम्र 50 साल निवासी ग्राम इनपुन पुनर्वास थाना मान्धाता जिला खंडवा, दिनेश पिता बाबूखरात उम्र 45 साल निवासी इनपुन पुनर्वास थाना मान्धाता जिला खंडवा, श्याम पिता भगवान सिंह पंवार उम्र 35 साल निवासी ग्राम रिछोदा थाना सुनेर जिला शाजापुर हाल मुकाम अमोना देवास सहित एक नाबालिक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि पिता पुत्र की जोड़ी ने की सुने मकान में रेकी कर चोरी की वारदात की थी।
इनका रहा सराहनीय कार्य
उक्त सरहानीय कार्य में नगर पुलिस अधीक्षक दीशेष अग्रवाल, सिविल लाईन थाना प्रभारी ओपी अहिर, औद्योगिक थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया, कोतवाली थाना प्रभारी दीपक यादव, उनि अरुण पिपल्दे, यश नाईक, सउनि ईश्वर मंडलोई, प्रआर सुननील देथलिया, रविगरोड़ा, सुरेश धाकड़, घनश्याम अर्जने, सुरेश कुमावत, हेमंत डाबी, शैलेन्द्र राणा, नीतेश द्विवेदी, रईस अहमद, दिनेशमंडलोई, आर. अरुण चावडा, नदीम, मातादीन, शिव वसुनिया, गोपाल सेंधव, नवीन जेथलिया, संदीप यादव, मआर.निशा, प्रिया, संजीव, मनोज पटेल व साइबर सेल टीम प्रआर शिवप्रताप सिंह सेंगर सचिन चौहान, संजयशर्मा का सराहनीय योगदान रहा।