देवास। जिला चिकित्सालय में ड्रेसर के पद पर कार्यरत कर्मचारी को गत दिनों कुछ लोगों ने मारपीट कर उसका अपहरण किया था। आरोपितों ने ड्रेसर से 30 लाख रुपए की मांग की थी, आरोपितों ने रिश्तेदारों से रुपए मंगाने के लिए दबाव बनाया था। पीडि़त ने उसके भांजे को फोन कर 5 लाख रुपए नगद मंगाए जिसे दो आरोपी लेकर चले गए थे। पीडि़त से आरोपियों ने 52 हजार रुपए ऑनलाईन बैंक खाते में ट्रांसफर करवाए थे। वहीं आरोपियों ने पीडि़त का एक विडियो भी बनाया था जिसे वायरल करने की धमकी भी दी थी। घटना के बाद पीडि़त को जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती किया गया है। पीडि़त ने इसकी सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस ने पीडि़त की रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरु कर दी थी। जिसमें कुछ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, बाकी आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्त में ले लिया। मामले में 6 आरोपी पुरुष और 1 महिला आरोपी को गिरफ्तार किया है। मामले को लेकर एएसपी ने प्रेस वार्ता कर प्रकरण का खुलासा किया है।

एडिशनल एसपी जयवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि फरियादी पीडि़त जिला चिकित्सालय में ड्रेसर के पद पर कार्यरत है। गत 12 फरवरी को पीडि़त का एक लडक़ी किशिता का फोन आया उसने पीडि़त को बस स्टेंड पर मिलने के लिए बुलाया। पीडि़त कार से बस स्टेण्ड पहुंचे जहां कार में किशिता भी बैठ गई दोनों राजोदा रोड़ स्थित कृष्णा ग्रीन कॉलोनी के गेट तक पहुंचे। वहां पहले से मौजूद 6 लोगों ने कार का दरवाजा खोलकर पीडि़त के साथ मारपीट की। उसके बाद उसे कार में भोपाल रोड़ स्थित जामगोद के पास सुनसान क्षेत्र में ले गए। वहां कार से उतारकर मारपीट कर झूठे आरोप लगाकर 30 लाख रुपए कि मांग कर जान से मारने की धमकी दी। आरोपियों ने पीडि़त को रिश्तेदारों से फोन लगाकर रुपए मांगने के लिए कहा। पीडि़त ने उसके भांजे को फोन लगाकर 5 लाख रुपए मंगाए, भांजा रुपए लेकर उनके बताए स्थान पर आया और दो आरोपी रुपए लेकर चले गए। वहीं आरोपियों ने पीडि़त के मोबाइल से 52 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर लिए थे। आरोपियों ने पीडि़त के साथ जमकर मारपीट की जिसे उपचार के लिए जिला चिकित्सालय भर्ती किया गया।

6 आरोपी उज्जैन के व महिला आरोपी इंदौर की
पुलिस ने पीडि़त की रिपोर्ट पर धारा 140(2), 140(3), 296, 351(3), 115(2), 308(2) 308(7), 61(2) बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण को विवेचना में लिया। आरोपियों की तलाश कर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। आरोपियों में हर्षवर्धन पिता निलेश योगी निवासी नयापुरा नीमचौक उज्जैन, गोविंद उर्फ राज पिता मानसिंह केसरिया निवासी शिवराज कॉलोनी न्यू देवास, किशिता उर्फ इशिका पति मयूर गजकेश्वर जोशी निवासी जोशी मोहल्ला इंदौर, गौरव पिता नरेंद्र मेवाड़ा निवासी पीपली बाजार जयसिंहपुरा थाना नीलगंगा उज्जैन, राज पिता तेजकरण परमार निवासी भैरुनाला इमलीपुरा थाना जीवाजीगंज उज्जैन, देव पिता कमल सिंह बनेले निवासी अंबर कॉलोनी उज्जैन, अभिषेक पिता नेमीचंद माली निवासी जयसिंह पुरा उज्जैन हैं। एडिशनल एसपी जयवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि आरोपियों में राज परमार, देव बनेले, गौरव मेवाड़ा, अभिषेक माली, हर्षवर्धन योगी पर उज्जैन के विभिन्न थानों पर 4-4 अपराध पूर्व से पंजीबद्ध है। आरोपी गोविंद केसरिया पर देवास के बीएनपी व नाहर दरवाजा थाने पर दो प्रकरण पंजीबद्ध है। आरोपियों के पास से नगद 4 लाख रुपए, घटना में प्रयुक्त कार, बाइक, चाकू सहित 9 लाख रुपए की सामाग्री जब्त की है।

यह लिखाई थी थाने पर रिपोर्ट
पीडि़त ने नाहर दरवाजा पुलिस थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि करीब दस पंद्रह दिन पूर्व मेरे मोबाइल पर किशिता नाम की लडक़ी का फोन आया था जिससे मेरी उसके मोबाइल पर अक्सर बात होती रहती थी, दिनांक 12 फरवरी को मंै हास्पिटल में डियुटी पर था तभी मुझे मेरे मोबाइल पर किशिता का फोन आया और मुझे बोला की मुझे आपसे मिलना है आप बस स्टेण्ड पर आ जाओ में ट्राफिक थाने के बाहर खड़ी हूं तो में दोपहर करीब 2.30 बजे किशिता से मिलने बस स्टैण्ड ट्राफिक थाने के सामने अपनी कार से गया वहां किशिता मेरी कार में मेरे साथ बैठ गई। फिर वहां से मैं कार लेकर शहर में विभिन्न स्थानों पर घूमते रहे। हम उज्जैन रोड इटावा बस स्टैण्ड पहुंचे फिर मुझसे किशिता ने कहा की मैं आपको जहां बता रही हूं आप मुझे वहा छोड़ दो फिर में किशिता को लेकर जेल बायपास चौराहा पहुंचा फिर किशिता ने मुझसे कहा की कार की रांग साईड गेल गैस के पहले कृष्णा ग्रीन कालोनी तरफ ले चलो जैसे ही में कृष्णा ग्रीन कालोनी के गेट पर पहुंचा वहां पर कालोनी के गेट के अंदर जैसे ही मैंने किशिता को उतारा तो वहां पूर्व से एक कार व एक मोटर सायकल लिये खड़े किशिता के छह अन्य साथी ने मुझे मेरी कार का गेट खोलकर नीचे उतारकर मेरे साथ गालियां देते हुए मारपीट की, मैंने किशिता से कहा ये लोग कोन है तो वो लडक़े कहने लगे हमारी बहन को लेकर कहां घुमा फिरा रहा है फिर उन छह लडक़ो में से एक लडक़ा किशिता को वहां से बाइक पर बैठाकर वहां से लेकर चला गया और बाकी पांच लडक़ों ने मुझे जबरदस्ती मेरी कार की पीछे की सीट पर बैठाया और मेरे मुंह पर कपड़ा बांध दिया कार जो की सफेद रंग की थी उसमें जाकर बैठ गया फिर उन लडक़ो में से मेरी कार एक लडक़ा चलाने लगा तथा उन लडक़ो की कार मेरी कार के पीछे चलने लगे तथा वो लडक़े मेरी कार को लेकर भोपाल रोड तरफ ले गये और कार में बोलने लगे की तुने लडक़ी के साथ गलत काम किया है आज तुझे निपटा देगें और मुझे कार में डराने धमकाते हुए जामगोद में पहाड़ी के पास राजानल तालाब लेकर गए और वहां सूनसान जगह पर मुझे कार से उतारकर मेरे साथ मारपीट करने लगे। और कहने लगे कि तेरे उपर 376 का मुकदमा दर्ज करवायेंगे हम हरिजन समाज से आते हैं और हरीजन एक्ट भी तेरे पर लगवायेंगे। अगर इससे बचना है तो हमे 30 लाख रुपये दे तो मैंने बोला कि छोटा सा कर्मचारी हूं। मेरे पास इतने पैसे नहीं है तो उनके द्वारा मेरे साथ मारपीट की। उन लडक़ो ने चाकू अड़ाकर बोला की अपने रिश्तदारों व परिवार वालों को फोन लगाकर पैसे मांग तो मैंने मेरे दो-तीन रिश्तेदारों को पैसे के लिये फोन लगाया तो उन्होने देने से मना कर दिया। मंैने फिर मेरे भांजे से पैसे मांगे तो उसने बोला की मैं कुछ व्यवस्था करता हूँ। फिर कुछ देर के बाद 5 लाख रुपए की व्यवस्था ब्याज पर हुई है मुझे कहा कि देवास आते-आते रात के करीबन नौ साड़े नौ बज जाएगी। मैंने उन लडक़ो के बताए अनुसार मेरे भांजे को डिमार्ट के बाहर पैसे लेकर आने को कहा। वहां भांजा आया और उसने मुझे फोन लगाया।

इसके बाद उन लडक़ों ने मुझसे कहा कि तुम्हारे भांजे को कहो कि हर्ष और गोविंद नाम के लडक़े रुपए लेने आ रहे है मैं बाहर आ गया हूं उन्हें रुपए दे देना। हर्ष और गोविंद उनकी कार लेकर देवास की और आए भांजे ने उन लडक़ों से बात कर उन लडक़ों को रुपए दे दिए। उसके बाद मेरे मोबाइल से उन लडक़ों ने ऑनलाइन 52 हजार रुपए दो बार में डलवा लिए। एक विडियो भी आरोपियों ने बनाया जिसमें उन्होनें जैसा कहा वैसा मैंने उनके दबाव में आकर कह दिया। आरोपियों ने मुझसे कहा कि अगले 5 लाख रुपए 13 फरवरी तक नहीं दिए तो तेरा विडियो वायरल कर देंगे। इसके बाद आरोपियों ने रात करीब 10 बजे तुकोजीराव पवार स्टेडियम के बाहर मेरी कार के साथ मुझे छोड़ दिया और कहा कि किसी को इस बारे में बताया तो तुझे जान से खत्म कर देंगे। उसके बाद देर रात को घर पहुंचा जहां मैं सो गया। 13 फरवरी को सुबह मेरे घर वालों ने चोंट के निशान देखे उन्होनें मामले को लेकर रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कहा मुझे हिम्मत दिलाई। मैं 14 फरवरी को जिला चिकित्सालय अया जहां मेडिकल कराकर उपचार के लिए भर्ती किया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 140(2), 140(3), 296, 351 (3) 115(2), 308(2) 308(7) 61(2) बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण को विवेचना में लिया।