देवास। घर से बुजुर्ग अपने पैतृक गांव की और बाइक से जा रहे थे रास्ते में सुनसान क्षेत्र में पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। गुरुवार सुबह ग्रामीणों ने देखा तो उनके परिजनों को सूचना दी परिजन मौके पर पहुंचे थे। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा। पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है।
जानकारी के अनुसार बनेसिंह पिता सोमाजी मालवीय उम्र 60 वर्ष निवासी नरवर रोड शिव नगर इंदौर बुधवार रात में घर से खाना खाकर बाइक से अपने पैतृक गांव सारोल की और गए थे। बताया गया है कि वह उनके गांव नहीं पहुंचे और ग्राम सन्नोड़ और सारोल के बीच सुनसान क्षेत्र में एक पेड़ पर फांसी लगा ली। गुरुवार सुबह करीब 6 बजे सारोल क्षेत्र के ग्रामीणों ने देखा कि एक व्यक्ति फांसी लगाकर लटका हुआ है। ग्रामीणों ने इस बात की सूचना गांव के सरपंच सहित अन्य ग्रामीणों को दी। व्यक्ति को देखा तो उनकी पहचान हुई उसके बाद परिजन भी सूचना मिलने पर पहुंचे थे। सडक़ पर मृतक की बाइक भी मिली थी। घटना की सूचना मिलने पर बरोठा पुलिस मौके पर पहुंची और मौका पंचनामा बनाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा। यहां मृतक का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। मामले को लेकर पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है।
आठ वर्ष पूर्व इंदौर रहने चले गए थे
मृतक के छोटे दामाद संजय सोलंकी ने बताया कि बनेसिंह का एक लडक़ा था उसकी पूर्व में मौत हो गई थी। उनके पौते व पत्नी सहित परिवार के सभी सदस्य गांव को छोडक़र आठ वर्ष पूर्व 2016 में इंदौर रहने चले गए थे। बनेसिंह इंदौर के एक रिसॉर्ट में माली का कार्य करते थे। वह बुधवार शाम को ड्युटी से घर आए और खाना खाकर बाइक से करीब 40 किमी दूर उनके पैतृक गांव सारोल का कहकर निकले थे। देर रात तक वह नहीं आए तो उन्हें काफी तलाश भी किया था। सुबह घर पर गांव से फोन आया कि उन्होनें फांसी लगा ली। हम सभी लोग सारोल पहुंचे थे।