देवास। एक व्यक्ति का शव सोमवार दोपहर में बायपास मार्ग स्थित कालूखेड़ी के समीप खेत में पड़ा मिला था। जिसकी सूचना पाते ही मौके पर बीएनपी थाना पुलिस पहुंची जहां उन्होनें मृतक के पास से मिले मोबाइल से मृतक के परिजनों से संपर्क किया था। मृतक के शव को पुलिस ने जिला चिकित्सालय भेज दिया था। शाम को परिजन जिला चिकित्सालय आए जहां उन्होनें बताया की मृतक दो दिनों पूर्व रविवार दोपहर में अपने घर से निकला था। मृतक के भाई ने बताया कि वह कालूखेड़ी के समीप ग्राम मढक़ा उनके लडक़े के ससुराल रिश्तेदारों के यहां गए थे। लेकिन वह घर पर दो दिनों तक नहीं आए और उनका मोबाइल भी बंद आ रहा था। जिसको लेकर परिजन गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाने के लिए पुलिस थाने गए थे जहां उन्हें देवास से बीएनपी पुलिस थाने से फोन आया और वह देवास आए थे। मृतक के भाई ने बताया कि उसके भाई ने रिश्तेदारी में रूपए दिलवाए थे। लेकिन जब रूपयों की मांग की गई तो उसे प्रताडि़त किया जा रहा था। जिस पर उसने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली थी। फिलहाल मामले को लेकर मृतक का मंगलवार दोपहर में पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया था। वहीं बीएनपी थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है।
जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति का शव कालूखेड़ी स्थित ब्रिज के पास बीएनपी पुलिस को मिला था। जिसकी शिनाख्त जानकीलाल पिता रामनाथ उम्र 40 वर्ष निवासी ग्राम भीलबडोली देपालपुर जिला इंदौर के रूप में हुई थी। पुलिस ने परिजनों को सूचना दी जिसके बाद परिजन जिला चिकित्सालय पहुंचे थे, जहां मृतक के छोटे भाई मनोज योगी ने बताया कि उसके बड़े भाई जानकीलाल उनके लडक़े विकास के ससुराल ग्राम मढक़ा गए थे। वहां से वह सोमवार तक नहीं लौटे थे जिस पर हम जब उसे मोबाइल लगा रहे थे तो वह फोन भी नहीं उठा रहा था। जबकि रविवार शाम को ही उससे फोन पर चर्चा हुई थी। मंगलवार सुबह मृतक का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया था। वहीं मामले को लेकर पुलिस ने प्रकरण को जांच में लिया है। वहीं पुलिस पुरे में मामले में जांच कर रही है। जांच के बाद ही स्पष्ट होगा की मृतक की मौत कैसे हुई।
मृतक के परिजनों ने लगाए आरोप
मृतक के भाई मनोज ने बताया कि उसके भाई के लडक़े विकास का ससुराल ग्राम मढक़ा में है, जहां मृतक के रिश्तेदारों ने कहा था कि उनके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। जिस पर उन्हें रिश्तेदारों ने कहा कि किसी से 50 हजार रूपए दिलवा दो जिस पर मृतक ने उनके परिचित राधेश्याम पटेल से इन्हें 50 हजार रूपए दिला दिए थे। मृतक के भाई ने बताया कि भैया से पांच लोगों ने रूपए लिए थे, इनमें भैया की बहू आरती, ज्योतिष महाराज भैया के संबंधी, घनश्याम भैया के लडक़े विकास का साला, सुनिता सास, फूफाजी देवकरण है। उसके बाद जब मेरे भाई ने इनसे छह माह के बाद रूपए मांगे तो नहीं दिए थे। कुछ दिनों के बाद इन्होनें रूपए हमारे जमाई को इटावा में दिए और कहा कि 8 दिन के अंदर हम रूपए वापस ले लेंगे। मनोज ने बताया कि भैय्या को रिश्तेदारों ने गांव मढक़ा बुलाया था रविवार शाम को भैय्या से मेरी बात भी हुई थी, उसके बाद फोन बंद मिला। हमने भैया को रातभर ढूंढा फोन लगाया तो फोन भी नहीं लगा अगले दिन सोमवार को फोन लगाया तो कुछ देर तक घंटी गई लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। मृतक के भाई ने बताया कि भैय्या ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी जारी किया था जिसमें विकास के ससुराल वाले पांच लोगों को मौत का जिम्मेदार बताया था। सोमवार शाम को हम लोग गौतमपुरा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए जा रहे थे उसी दरमियान हमको देवास के बीएनपी थाने से फोन आया था। जिस पर हम लोग यहां पर पहुंचे थे।