दर्द से तड़प रही प्रसूता सडक़ किनारे लेटी हुई थी, एंबुलेंस में ईएमटी ने किया सुरक्षित प्रसव-एंबुलेंस में प्रसव नहीं होता तो अनहोनी हो सकती थी, प्रसूता व पति ने ईएमटी को दिया धन्यवाद-प्रसूता और बच्ची दोनों स्वस्थ्य व सुरक्षित, प्रसूता ने कहा ईएमटी की वजह से बची मेरी व बच्ची की जान

देवास। शहर के रसलपुर क्षेत्र में एक प्रसूता को सडक़ किनारे प्रसव पीड़ा हुई जिस पर उसके पति ने 108 एंबुलेंस को सूचित किया। एंबुलेंस मौके पर पहुंची और ईएमटी ने प्रसूता का प्रसव महिला चिकित्सक नहीं होने पर एंबुलेंस में किया। महिला को सुरक्षित जिला चिकित्सालय में भर्ती किया। ईएमटी ने बताया कि प्रसूता ने एक स्वस्थ्य बच्ची को जन्म दिया है। चिकित्सालय में जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ्य है।


जानकारी के अनुसार रुकसाना पति मोहम्मद मूसा निवासी जबरन कॉलोनी रसलपुर मूल निवासी उत्तरप्रदेश को शुक्रवार देर रात प्रसव पीड़ा हुई। पति-पत्नी सडक़ किनारे खड़े हुए थे, पत्नी को पीड़ा अधिक हो रही थी तो पत्नी सडक़ पर ही लेट गई थी। पति ने 108 एंबुलेंस को सूचना दी। एंबुलेंस मौके पर पहुंची, प्रसूता को एंबुलेंस में लेटाया दर्द अधिक होने पर प्रसव मौजूद ईएमटी बंसीलाल चौहान ने किया। इसके बाद महिला को सुरक्षित जिला चिकित्सालय पहुंचाया जहां डॉक्टर रागिनी मिश्रा ने महिला के स्वास्थ का परीक्षण किया। उन्होंने बताया की प्रसूता और बच्चा दोनों स्वस्थ व सुरक्षित है।


डॉक्टर की वजह से बची मेरी व बच्ची की जान
प्रसूता रुकसाना बी ने बताया कि देर रात को मुझे बहुत दर्द हुआ जिस पर मैं मेरे पति के साथ मैं रसूलपुर चौराहे तक आए अधिक दर्द होने पर मैं सडक़ किनारे ही लेट गई। इसी बीच एंबुलेंस आई और मुझे एंबुलेंस में लेटाया जहां मौजूद डॉक्टर ने मेरा प्रसव किया। उस दौरान मेरे पति और डॉक्टर ही थे। मैं और मेरी बच्ची डॉक्टर के कारण स्वस्थ्य है। डॉक्टर को मैं धन्यवाद देना चाहती हूं जिन्होनें मेरी और बच्ची की जान बचाई। महिला ने बताया कि इससे पहले भी एक बेटी है उसके बाद अब दूसरी बेटी हुई है।


एंबुलेंस में प्रसव नहीं होता तो अनहोनी हो जाती
प्रसूता के पति मोहम्मद मुसा ने कहा कि शुक्रवार देर रात करीब 3 बजे के दरमियान मेरी पत्नी को दर्द हुआ हम घर से सडक़ तक आए वहां से एंबुलेंस को फोन लगाया, एंबुलेंस में अधिक दर्द हुआ जिस पर मेरी पत्नी को एंबुलेंस में मौजूद डॉक्टर ने संभाला और उसका प्रसव किया। अगर एंबुलेंस में प्रसव नहीं होता तो माँ और बच्चे की जान नहीं बच पाती। डॉक्टर को हम धन्यवाद देना चाहते हैं जिन्होनें समय पर पत्नी का प्रसव किया।


मैंने प्रसूता का प्रसव एंबुलेंस में सुरक्षित किया
एंबुलेंस के ईएमटी बंसीलाल चौहान ने बताया कि शुक्रवार देर रात करीब 3.30 हमारे पास भोपाल कॉल सेंटर 108 से फोन आया था, रसूलपुर की जानकारी दी गई थी। जब मैं और मेरा पॉयलेट एंबुलेंस लेकर मौके पर पहुंचे तो देखा की एबी रोड़ के किनारे ही महिला लेटी हुई थी पति परेशान हो रहा था। महिला दर्द के कारण कराह रही थी। महिला को पहले हमने एंबुलेंस में लिया उसके पति से स्वीकृति लेकर उसकी पत्नी की जांच की पति की स्वीकृति के बाद उसकी जांच की महिला की स्थिति ऐसी थी कि वह चिकित्सालय तक भी पहुंच नहीं पाती। मैंने निर्णय लेकर प्रसूता का प्रसव एंबुलेंस में सुरक्षित किया। महिला ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। वहां से सुरक्षित जिला चिकित्सालय लेकर आया और डॉक्टर रागिनी मिश्रा के सुपुर्द किया। डॉक्टर रागिनी ने मुझे कहा कि अगर आप नहीं होते तो शायद माँ या बच्चे के साथ कोई घटना हो सकती थी।

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