देवास। गत दिनों 13 फरवरी को भोपाल रोड़ पर हुई दुर्घटना के मामले में पुलिस ने गुरूवार को खुलासा करते हुए बताया कि प्रापट्री कारोबार से जुड़े महेन्द्र पिता नारायण पटेल उम्र 47 वर्ष निवासी ग्राम सुमराखेड़ा की हत्या सुपारी देकर करवाई गई थी। मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि तीन दिन पूर्व ग्राम खटांबा-जामगोद के बीच हुई सडक़ दुर्घटना में प्रापट्री कारोबार से जुड़े महेन्द्र पिता नारायण पटेल उम्र 47 वर्ष निवासी ग्राम सुमराखेड़ा की मौत हो गई थी। दुर्घटना के बाद परिजनों ने संदेह व्यक्त करते हुए पुलिस को जानकारी दी थी कि महेन्द्र की दुर्घटना में मौत नहीं हुई है। बल्कि प्रापट्री व्यवसाय के चलते जानबूझकर आयशर वाहन से टक्कर मारी गई है। उसके बाद पुलिस ने पूरे मामले में 150 स्थानों पर 1 हजार 2 सौ सीसीटीवी फुटेज खंगाले और संदेही लोगों के मोबाइल की कॉल डिटेल व लोकेशन निकाली गई। उसके बाद पुलिस को पता लगा की घटना के दिन एक मोटरसायकिल पर दो व्यक्तियों द्वारा मृतक का घर से पीछा किया गया तथा लोडिंग गाड़ी के चालक को मृतक के घर से निकलने की सूचना दी गई। 2 लोडिंग वाहन भोपाल रोड़ की तरफ से आकर एक लोडिंग वाहन से पीछे से हत्या करने के इरादे से महेन्द्र पटेल को टक्कर मारकर उसकी हत्या कर दी गई।
पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि 13 फरवरी को भोपाल रोड़ पर ग्राम खटांबा के पास सडक़ दुर्घटना में महेन्द्र पिता नारायण पटेल निवासी सुमराखेड़ी थाना भौंरासा की मृत्यु होने की सूचना जिला अस्पताल से प्राप्त हुई थी। जाँच के दौरान मृतक के परिजनो से घटना के संबंध पूछताछ की तो परिजनों के द्वारा हत्या होने की आशंका व्यक्त की गई थी। मृतक के परिजनो के कथन व जाँच के तथ्यों को देखते हुए थाना बंैक नोट प्रेस पुलिस ने धारा 302,120-बी 34 का अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण को विवेचना में लिया। बीएनपी थाना पुलिस ने उक्त घटना की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों की दी। उक्त घटना की गंभीरता को देखते हुए बीएनपी थाना प्रभारी मुकेश इजारदार के नेतृत्व 8 विशेष टीमों का गठन किया गया। गठित टीम के द्वारा देवास, इन्दौर, भोपाल बायपास, मक्सी बायपास, होटल, ढाबे, टोल नाके, निजी संस्थानों के सीसीटीवी फुटेज संग्रहित कर व तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर ज्ञात हुआ कि घटना दिनांक को एक मोटरसाइकिल पर दो व्यक्तियों के द्वारा मृतक का घर से पीछा किया गया तथा लोडिंग गाड़ी के चालक को मृतक के घर से निकलने की सूचना दी गई। 2 लोडिंग वाहन भोपाल रोड़ की तरफ से आकर भोपाल बायपास से वापस भोपाल की और मृतक की मोटर साइकिल का पीछा करके ग्राम खटाम्बा के आगे लोडिंग वाहन से पीछे से महेन्द्र पटेल को टक्कर मारकर उसकी हत्या कर दी थी।
एक ही भूमि को लेकर था विवाद
मृतक महेन्द्र और मुख्य आरोपी श्याम कुमावत का प्रापर्टी को लेकर बीते दिनों कुछ विवाद हुआ था। बताया जा रहा है कि एक बड़े व्यापारी से महेन्द्र ने भौंरासा क्षेत्र में 32 बीघा कृषि भूमि के सौदे की बयाना राशि 1 करोड़ 50 लाख रूपए भूमि स्वामी को दिलवाई थी। जिसका एग्रीमेंट हो चुका था। लेकिन आरोपी उक्त भूमि को खरीदना चाहता था। आरोपी ने भी उसी व्यापारी के साथ और अधिक रूपए देकर उसको अपने पक्ष में कर लिया था। इसी बात को लेकर विवाद हुआ था। उसके बाद आरोपी श्याम ने 4 लोगों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम दिया था। जामगोद निवासी मृतक के मामा कैदार मुकाती ने बताया कि आरोपी द्वारा कुछ समय पूर्व महेन्द्र के सामने उसे रास्ते से हटाने की बात कही थी। हादसे के बाद उसी शंका के आधार पर परिवारजनों ने पुलिस का सहयोग लिया और आरोपियों की बात सामने आ गई।
इन आरोपियों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने मुख्य आरोपी श्यामलाल पिता रामचंद्र कुमावत उम्र 44 वर्ष निवासी कुमावत मोहल्ला भौंरासा, संजय पिता रामसिंह खारोल उम्र 37 वर्ष निवासी दहशरा मैदान भौंरासा, जितेन्द्र पिता करणसिंह उम्र 36 वर्ष निवासी दहशरा मैदान भौंरासा, कालूराम पिता भेरुलाल वर्मा उम्र 36 वर्ष निवासी एमजी रोड़ भौंरासा व अखिलेश पिता राजाराम प्रजापत उम्र 36 वर्ष निवासी ग्राम नीलबड़ आष्टा सीहोर को गिरफ्तार किया है जबकि एक आरोपी फरार बताया जा रहा है। इनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त 2 आयसर वाहन जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 33 लाख रुपए, एक कार जिसकी अनुमानित किमत 6 लाख रुपए ,1 मोटरसायकिल जिसकी अनुमानित किमत 50 हजार रुपए व नगदी 1 लाख रूपए कुल 40 लाख 50 हजार रुपए की सामाग्री बरामद की गई।
क्राइम पेट्रोल धारावाहिक देखकर रचा प्लान
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुख्य आरोपी श्याम कुमावत ने भूमि संबंधित विवाद के चलते अपने परिचित को हटाने के लिए सुपारी देकर इस हत्या को अंजाम दिया था जिस तरह से इस हत्या को अंजाम दिया था उसमें सबसे खासबात यह कि ट्रक से हत्या करवा कर मृतक की हत्या की गई। क्राईम पेट्रोल व अन्य धारावाहिक देखकर इस तरह से हत्या करने के तरीके देखकर मृतक को रास्ते से हटाया। इसके लिए दो वाहन हायर किए गए थे।
हत्या के लिए दी थी सुपारी
पुलिस अधीक्षक डॉ शिवदयाल सिंह ने बताया कि बीएनपी थाने के अंतर्गत एक अंधा कत्ल हो गया था तीन दिन पहले उस अंधे कत्ल में सुपारी लेकर एक 47 वर्षीय व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी और इतनी प्लानिंग के साथ इस वारदात को अंजाम दिया था। जिसमें पुलिस को भनक तक नहीं लगी और हत्या हो गई थी। इसमें बीएनपी थाना पुलिस ने मेहनत करके तीन दिनों में इस घटना का खुलासा किया। भूमि के विवाद को लेकर दो लोगों में विवाद चल रहा था एक तो मृतक और दूसरा मुख्य आरोपी श्याम है।
इनका रहा सराहनीय कार्य
उपरोक्त मामले में बीएनपी थाना प्रभारी मुकेश इजारदार, उनि राहुल परमार, उनि रामलाल शुक्ला, सउनि रुपेश वाईस्कर, सउनि मनोज पटेल, सउनि अजय साहनी, सउनि अजय शर्मा, प्रआर भारत चौधरी, सुरेश कुमावत, रामप्रताप सिंह, रशीद खान, राजेन्द्र मालवीय, आर शिव वसुनिया, भगवानसिंह व सायबर सेल प्रआर सचिन चौहान, शिव प्रताप सिंह सेंगर, सैनिक भगवानसिंह, देवराज पटेल की सराहनीय भूमिका रही है। पुलिस अधीक्षक ने उक्त प्रकरण में 10 हजार रूपए नगद इनाम की घोषणा की।