चौकीदार की हत्या का हुआ पर्दाफाश……
आरोपी का था मृतक के घर आना-जाना, मृतक को नहीं था पसंद
योजनाबद्ध तरीके से आरोपी ने मृतक को शराब पिलाकर की थी हत्या

देवास। शहर के बाहरी क्षेत्र रसूलपुर के जंगल में एक युवक का शव गत रविवार शाम को मिला था। बताया गया था कि युवक खेत पर चौकीदारी का कार्य करता था, जो शनिवार रात से घर नहीं पहुंचा तो रविवार को परिजनों ने तलाश किया था। इसके बाद मृतक की पत्नी ने खेत पर जाकर देखा तो उसके पति का शव खेत पर मिला। जिस पर उसने इस बात की सूचना पुलिस को दी जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची इसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची और शव को जिला चिकित्सालय भेजा गया था। उसके बाद मृतक का सोमवार सुबह पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया था। परिजनों ने बताया था कि मृतक के शरीर पर धारदार हथियारों के निशान भी थे, जिस पर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उसकी हत्या की गई हो। इस मामले को लेकर औद्योगिक थाना पुलिस ने प्रकरण को जांच में लिया था। जिस पर पुलिस ने टीम का गठन कर आरोपी की तलाश शुरू की पुलिस को इस बीच पता चला कि युवक जिस खेत पर कार्य करता था उसके मालिक का युवक के घर आना-जाना था जिस पर युवक और उसके मालिक के बीच कई बार विवाद भी हुआ था। इस मामले में पुलिस ने आरोपी से सख्ती से पूछताछ की जिस पर उसने हत्या करना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से हत्या में प्रयुक्त हथियार भी जब्त किया है।

मृतक चिंतामण


औद्योगिक थाना पुलिस ने बताया कि गत 7 अगस्त को सूचना मिली थी की अकरम के बकरा बकरी वाले फार्म पर एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा है। उक्त सूचना पर तत्काल थाना प्रभारी फोर्स के साथ रवाना हुए और घटनास्थल पर पहुंचकर निरीक्षण कर शव की शिनाख्त करने पता चला कि उक्त शव चिंतामण रावत का है जो उसी फार्म हाउस पर चौकीदारी का काम करता है। किसी अज्ञात व्यक्ति ने चिंतामण की हत्या कर दी है। पुलिस ने उस दौरान अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 302 का अपराध कायम कर प्रकरण को विवेचना में लिया। प्रकरण की गंभीरता को देखते पुलिस अधीक्षक द्वारा विशेष टीम का गठन किया गया था। टीम के द्वारा तलाश करने पर पता चला कि चिंतामण की हत्या उसी के मालिक अकरम ने की है। जिस पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर आरोपी के पास से घटना में प्रयुक्त गोल नुकीले लोहे का सरिया जब्त कर लिया।


रात में पिलाई शराब और योजनाबद्ध तरीके से की हत्या
पुलिस ने बताया कि मृतक चिंतामण अकरम के बकरा बकरी वाले फार्म पर चौकीदारी का काम करता था। आरोपी अकरम का मृतक चिंतामण के घर आना जाना था। जिस पर से मृतक चिंतामण एवं अकरम का कई बार इस बात को लेकर विवाद भी हुआ व जान से मारने की धमकी भी दी थी। आरोपी अकरम के द्वारा योजनाबद्व तारीके से 6 अगस्त को अपने फार्म के बकरा बकरी बेचकर मृतक चिंतामण को रात में पार्टी पर बुलाया और शराब पिलाई बाद में मृतक चिंतामण एवं आरोपी अकरम दोनों घर जाने लगे। मृतक चिंतामण आगे-आगे मोबाइल की टार्च लेकर चल रहा था। आरोपी अकरम थोड़ी दूर पहुंचा और रईस अली के खेत के सेडे पर पहुंचने पर अकरम ने पीछे से एक गोल नुकीले लोहे का सरिया चिंतामण की पीठ, सीने, दांये बांये काख के बगल में मारकर चिंतामण की हत्या कर दी।


बकरा बकरी चोरी होने का झूठा आवेदन दिया था
आरोपी अकरम ने पुलिस को गुमराह करने के लिये थाने पर उसके फार्म के बकरा बकरी चोरी होने का झूठा आवेदन दिया और चोरी करने वाले व्यक्तियों पर ही मृतक चिंतामण की हत्या का झूठा आरोप लगा दिया था। पुलिस ने 72 घण्टे के अंदर अंधेकत्ल का पर्दाफाश कर हत्या के असली आरोपी अकरम पिता अकबर खान निवासी रसुलपुर को गिरफ्तार कर लिया।
इनका रहा सराहनीय कार्य
उपरोक्त सराहनीय कार्य में निरीक्षक अनिल शर्मा, उनि शुभम सिंह परिहार, सउनि विमल व्यास, आरक्षक विकास, आरक्षक सतीश सिंह सिकरवार, मआर कविता, मआर प्रतीक्षा व मआर प्रिया व सैनिकतेजकरण कीर की अहम भूमिका रही है।

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