देवास। रामनवमी पर्व पर पूरे देश में भगवान का जन्मोत्सव उत्साह के साथ मनाया गया। इसी तारतम्य में शहर के प्रसिद्ध रियासतकालीन जवेरी श्री राम मंदिर में भी भगवान का जन्मोत्सव मनाया गया। सुबह से ही मंदिर में श्रद्धालु भगवान के दर्शन करने पहुंच रहे थे। दोपहर 12 बजे भगवान की आरती हुई जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। मंदिर के ट्रस्टी ने बताया कि भगवान की प्रतिमा 124 वर्ष से अधिक पुरानी है, यहां जो भी मनोकामना लेकर आता है उसकी कामनाएं पूर्ण होती है।
चैत्र नवरात्रि पर्व के अंतिम दिन नवमी पर भगवान श्री राम का जन्मोत्सव बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। आयोध्या में भगवान श्री राम का मंदिर बनने के बाद पूरे देश में रामनवमी पर्व को लेकर उत्साह का माहौल रहा। शहर के एमजी रोड़ स्थित प्राचीन जवेरी श्री राम मंदिर में भगवान का जन्मोत्सव उत्साह के साथ मनाया गया। सुबह भगवान का आकर्षक श्रृंगार किया गया। प्रात: करीब 11 बजे भगवान का अभिषेक कर पूजन पंडित मयूर व्यास ने किया। दोपहर 12 बजे भगवान की आरती की गई, आरती के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
124 वर्ष पुरानी है प्राचीन प्रतिमा
भगवान श्री राम मंदिर के ट्रस्टी भरत कुमार जवेरी ने बताया कि भगवान की प्राचीन प्रतिमा मंदिर के पीछे की और खुदाई के दौरान 1850 ई सन में उनके पूर्वजों को मिली थी। 50 वर्ष तक भगवान की पूजा हुई उसके 50 वर्ष के बाद हमारे पूर्वजो ने इस मंदिर का निर्माण किया और भगवान की प्रतिमा यहां विराजित की गई थी। उसके बाद से लगातार भगवान की पूजा अर्चना की जाती है। भगवान की प्राचीन प्रतिमा को 124 वर्ष हो चुके हैं।