देवास। ब्राह्मण समाज पर अमर्यादित व अभद्र भाषा की टिप्पणी गत दिनों बॉलीवुड फिल्मों के निर्देशक ने अपनी आगामी फिल्म फूले को लेकर सोशल मीडिया पर की थी। इसके विरोध में ब्राह्मण समाज के कुछ लोगों ने दोपहर में सुलभ कॉम्लेक्स के शौचालय में निर्देशक का फोटो लगाकर विरोध किया था, वहीं शाम को अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज ने सयाजी द्वार पर निर्देशक का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन कर कोतवाली थाना प्रभारी को निर्देशक के विरुद्ध अपराध दर्ज कराने को लेकर ज्ञापन सौंपा।

गत दिनों बॉलीवुड फिल्मों के निर्देशक अनुराग कश्यप ने उनकी आने वाली फिल्म फूले को लेकर सोशल मीडिया के एक्स अकाउंट पर ब्राह्मण समाज पर अभद्र भाषा का उपयोग कर अमर्यादित टिप्पणी की थी। इसके विरोध में दोपहर को सयाजी द्वार स्थित समाज की महिलाओं व पुरुषों ने अनुराग कश्यप का फोटो सुलभ कॉम्पलेक्स के शौचालय में लगाया था। शाम को अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज ने अनुराग कश्यप के पुतले को फांसी दी और पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन कर कोतवाली थाना प्रभारी श्यामचंद्र शर्मा को अनुराग कश्यप के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।

अभद्र टिप्पणी कर गंदी भाषा का प्रयोग किया
अखिल भारतीय युवा ब्राह्मण समाज के नगर अध्यक्ष विमल शर्मा ने कहा कि फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप ने ब्राह्मण समाज पर अभद्र टिप्पणी की थी वैसे उनके पुराने रिकार्ड भी खराब है। उनकी फिल्मों के माध्यम से अभद्र भाषा और गालियां परोसते रहे हैं। आज उन्होनें ब्राह्मण समाज पर अभद्र टिप्पणी कर गंदी भाषा का प्रयोग किया है। ब्राह्मण समाज इसका विरोध करता है। अनुराग कश्यप का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया है। अनुराग कश्यप के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कोतवाली थाने पर ज्ञापन सौंपा है। कोतवाली थाना प्रभारी ने कहा कि नियमानुसार उच्चाधिकारियों से चर्चा कर कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उनकी आने वाली फिल्म का भी विरोध किया जाएगा।

कोतवाली थाने पर यह दिया ज्ञापन
बॉलीवुड डायरेक्टर अनुराग कश्यप द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से ब्राह्मण समाज पर अमर्यादित व अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए गौरवशाली ब्राह्मण समुदाय के उपर मूतने जैसी निम्न कोटि की घटिया बात अपने सोशल मीडिया के एक्स अकाउंट पर लिखी गई हैं। अनुराग ने यह टिप्पणी हाल ही में रिलिज होने जा रही फिल्म फूले को मध्य रखकर की है, यह प्रयास देश में साम्प्रदायिकता व अशांति फैलाने में सक्षम है। ज्ञात हो कि अनुराग कश्यप पूर्व में भी ऐसी घृणित टिप्पणियां करता आया है। उसका हिंदूवादी संगठनों व सरकार के प्रति विरोध सार्वजनिक रहा है। अनुराग कश्यप का ब्राह्मणों/हिंदुओं के विरोध में ऐसा अनावश्यक कथन उनकी हिंदुओं को बांटने वाली मानसिकता को दर्शाता है। विवादों से घिरी फिल्म फूले में दिखाए अत्याचारों के हवाले से ये ब्राह्मणों के उपर पेशाब करने को सही बता कर अनावश्यक ढंग से हिंदुओं को आपस में बांटकर लड़ाने का प्रयास कर रहे है, यह उनकी अवसरवादी सोच को भली भांति दर्शाता है। जो कि देश व देशवासियों के हित में ना होकर केवल विग्रह व विद्रोह को बढ़ावा दें, देश द्रोह ही है। अनुराग कश्यप द्वारा ब्राह्मणों पर की गई टिप्पणी से ब्राहमणों में भयंकर आक्रोश है। अत: श्रीमान से निवेदन है कि अनुराग कश्यप पर आयपीसी की धारा 153 ए और 295, भारतीय न्याय संहिता के अंतर्गत 196/1 के तहत एफआयआर दर्ज करने की कृपा करें।