भाजपा के असंतुष्ट पार्षदों को जिलाध्यक्ष ने भाजपा कार्यालय बुलाकर आयुक्त के साथ की बैठक-सर्वदलीय पार्षदों का निगम गैट पर होना वाला था आंदोलन, भाजपा पार्षद दल ने जारी किया था संदेश-बंद कमरे में जिलाध्यक्ष, महापौर प्रतिनिधि, सभापति, आयुक्त ने पार्षदों की समस्या को लेकर की चर्चा-पार्षदों की बैठक में दिखी गुटबाजी, कई पार्षदों ने कहा हमें नहीं थी कोई सूचना

देवास। निगम में कुछ पार्षदों के क्षेत्रों में कार्य नहीं होने से असंतुष्ट पार्षदों ने एक दिन पूर्व एक संदेश सोशल मीडिया पर जारी किया था कि नगर निगम प्रशासन और अधिकारियों की लापरवाही के चलते वार्ड की लाइट, सफाई आदि कई छोटी-छोटी समस्याओं के निराकरण ना होने के कारण बुधवार 11.30 बजे नगर निगम पार्षदों द्वारा नगर निगम गेट पर आक्रोश व्यक्त किया जाएगा। इस संदेश के जारी होने के बाद कुछ भाजपा पार्षदों की बैठक भाजपा कार्यालय पर आयोजित की गई। जहां भाजपा जिलाध्यक्ष, महापौर प्रतिनिधि, सभापति, निगम आयुक्त ने बंद कक्ष में भाजपा के असंतुष्ट पार्षदों के साथ बैठक की। करीब 1 घंटे से अधिक चली इस बैठक में काफी चर्चाएं हुई। जिसमें प्रमुख रूप से सफाई और विद्युत व्यवस्था को लेकर पार्षदों ने अपनी बात रखी। हांलाकि उक्त तय आंदोजन सर्वदलीय पार्षदों का था जिसमें कांग्रेस पार्षदों ने निगम में अपना आंदोलन किया और उपायुक्त को समस्याओं के संबंध में ज्ञापन दिया। भाजपा पार्षदों को भाजपा कार्यालय पर बुलाकर जिलाध्यक्ष, महापौर, सभापति, निगम आयुक्त ने समझाईश दी और उनके वार्डों में कार्य जल्द कराने का आश्वसन दिया। इस बीच सोशल मीडिया पर चर्चाओं का दौर भी गर्म रहा था। भाजपा कार्यालय पर हुई बैठक में गुटबाजी देखने को मिली क्योंकि बैठक में एक गुट के ही पार्षद पहुंचे थे दूसरे अन्य गुटों के पार्षदों को उक्त बैठक की कोई सूचना नहीं दी गई थी। जिन्हें नहीं बुलाया गया उनका कहना था कि हमें बैठक संबंधी कोई सूचना नहीं दी गई। वहीं चर्चाएं भी रही की केवल असंतुष्ट पार्षदों को संतुष्ट करने के लिए बैठक निगम की अपेक्षा भाजपा कार्यालय में बुलाई गई थी, क्योंकि एक गुट पूर्व से संतुष्ट है।


नगर निगम की कार्यप्रणाली से कई वार्ड पार्षद असंतुष्ट है तो कई पहले से संतुष्ट नजर दिखाई देते हैं। हांलाकि विपक्ष में बैठे कांग्रेस के कुछ पार्षदों का तो पूर्व से कहना है कि उनके वार्डों में निगम अधिकारियों के द्वारा समय पर कार्य नहीं होता है जिससे वार्ड के रहवासी उनसे काफी सवाल करते हैं। इसी प्रकार के हालात कुछ भाजपाई पार्षदों के भी देखने को मिले जहां उनका भी यही कहना था जिसके चलते उन्होनेंं मंगलवार शाम को एक संदेश सोशल मीडिया पर जारी किया था कि नगर निगम प्रशासन और अधिकारियों की लापरवाही के चलते वार्ड की लाइट, सफाई आदि कई छोटी-छोटी समस्याओं के निराकरण ना होने के कारण बुधवार 11.30 बजे नगर निगम पार्षदों द्वारा नगर निगम गेट पर आक्रोश व्यक्त किया जाएगा। लेकिन भाजपाई पार्षदों को तत्काल भाजपा कार्यालय पर जिलाध्यक्ष राजीव खंडेलवाल ने बुला लिया। यहां पर महापौर प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल, सभापति रवि जैन, निगम आयुक्त विशाल सिंह चौहान मौजूद रहे। भाजपा कार्यालय पर जिलाध्यक्ष कक्ष के बंद कमरे में करीब 1 घंटे तक भाजपा पार्षदों की गरम व नरम चर्चाएं चलती रही। बैठक खत्म होने के बाद निगम आयुक्त विशाल सिंह चौहान बाहर निकले उसके बाद बारी-बारी से पार्षद भी बाहर आए। यहां पर मौजूद मीडियाकर्मियों ने सभी से पूछा की बैठक तो निगम में भी हो सकती थी यहां क्यों बुलाई गई, जिस पर सभी ने एक ही बात कही की भाजपा कार्यालय है भाजपा के ही पार्षद है इसलिए समस्याओं के निराकरण के लिए यहां पर बैठक की गई थी।


हमारी कोई नहीं सुनता, सभी बड़े लोगों की सुनते हैं……
सूत्रों का कहना है कि पार्षदों का कहना है कि बैठक के दौरान पार्षदों ने कई समस्याएं बताई थी जिसमें प्रमुख रूप से पार्षदों ने कहा कि निगम अधिकारी सफाई कर्मियों को यहां-वहां कर देते हैं इसका विरोध किया था। सिर्फ हमारा ही नहीं अपितु 45 वार्ड के पार्षदों की समस्या है, निगम अधिकारी उनकी मनमर्जी से काम करते हैं। बड़े काम लेने वाले ठेकेदारों को सख्त करने के लिए भी पार्षदों ने निगम आयुक्त से चर्चा की थी। पार्षदों ने बैठक में कहा कि पहले छोटे काम 1 लाख रूपए तक के लिए नोटशीट बनती थी किंतु नोटशीट बंद होने के बाद काम प्रभावित हुए है। वार्ड के नालों की सफाई के लिए भी कहा था। बगैर पार्षदों की अनुमति से वार्ड में कोई काम ना हो, अगर कोई काम करे तो उसे पार्षदों को अवगत कराएं। एक पार्षद ने कहा कि अधिकारी महापौर, सभापति और बड़े नेताओं की सुनते हैं लेकिन हमारी कोई नहीं सुनता तो हम शून्य कर लेते हैं अपने आपको। एक पार्षद ने तो यह भी कहा कि बड़े ठेकेदारों के टेंडर किस आधार पर किए जा रहे हैं।

फिल्ड पर था तो यहां आकर की चर्चा
निगम आयुक्त विशाल सिंह चौहान ने कहा कि कुछ विषय थे जिस पर हमारे जनप्रतिनिधि बात करना चाहते थे, मैं उस दौरान फिल्ड में ही था तो यहां आकर चर्चा कर ली थी। यहां पर महापौर, सभापति और पार्षदगण मौजूद थे उन्होनें कहा था कि वह मिलना चाहते हैं इसलिए यहां आया था। उन्होनें बताया कि पार्षदों की छोटी-छोटी समस्या थी जिनका निराकरण करने का प्रयास किया जा रहा है।
भाजपा की सरकार है इसलिए यहां बुलाकर की चर्चा
भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव खंडेलवाल ने कहा कि नगर निगम के कुछ छोटे-मोटे कामों को लेकर भाजपा के पार्षदों ने बताया था कि उनके वार्डों में कार्य नहीं हो पा रहे हैं। उसको लेकर विस्तार से चर्चा की गई थी। समस्याओं के निराकरण के लिए निगम आयुक्त को अवगत कराया गया है। जब तक दोनों पक्षों की बात व्यवस्थित ढंग से नहीं होती तो किसी समस्या का समाधान नहीं हो पाता। यह परिवार की बैठक थी, चूंकि सरकार हमारी है इसलिए संबंधित अधिकारी और महापौर प्रतिनिधि, सभापति को बुलाकर चर्चा की गई थी। उन्होनें कहा कि यह भाजपा पार्टी के पार्षद है इनको सिम्बाल दिया है इनका पहला दायित्व है कि पार्टी कार्यालय आकर बात कर चर्चा करें। यहां कोई गुटबाजी नहीं है जो भाजपा कार्यालय आकर समस्या बताएगा उसका निराकरण किया जाएगा। बैठक में सफाई कर्मचारियों को लेकर, विद्युत समस्या को लेकर चर्चा की गई थी। कांगेस के पास कोई काम नहीं है, उनको सभी जगहों से उन्हें फर्सुत में कर दिया है। उनका काम है चौराहो और रोड़ पर बैठकर बात करें। मेरे पास आएंगे तो उनकी भी समस्या का निदान करूंगा। किसी प्रकार का कोई संदेश सोशल मीडिया पर जारी नहीं हुआ है, गलत सूचना है आप लोगों के पास।
जिलाध्यक्ष ने पार्षदों की छोटी-छोटी समस्याओं से अवगत कराया था
महापौर प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल ने कहा कि नगर निगम में ही लगातार बैठकें होती है और वहां पर भी पार्षदों की समस्या का निराकरण करते हैं। भारतीय जनता पार्टी जिला कार्यालय हम सबके लिए हमारा कार्यक्षेत्र और हमारा कार्य करने का केन्द्र होता है। हमारे कुछ पार्षद साथियों ने उनकी छोटी-छोटी समस्याओं से जिलाध्यक्ष को अवगत कराया था, जिलाध्यक्ष ने मुझे और सभापति को अवगत कराया था। जिलाध्यक्ष का आदेश हम सबके लिए सर्वोपरि होता है। उनके निर्देश पर हम यहां आए थे। हमारे पार्षदों ने सफाई कर्मियों की कमी की बात रखी है निश्चित तौर पर हम स्वीकार करते हैं कि सफाई कर्मियों की कमी देवास में है। 15 से 20 वर्ष पूर्व 13 सौ सफाई कर्मी थे, लेकिन कई लोगों का निधन हो गया और कई सेवानिवृत्त हो गए। आज हमारे पा 650 सफाई कर्मी है। सीधे-सीधे सफाई कर्मी आधे हो गए। 20 साल पहले शहर आधा था आज शहर डबल हो गया है। निश्चित तौर पर सफाई व्यवस्था में कमी हुई है। उसको लेकर हमने आउटसोर्स का टेंडर निकाला है। टेंडर का वर्क आर्डर हो गया है एक-दो दिनों में आउटसोर्स के माध्यम से जहां पर सफाईकर्मी की कमी है वहां पर सफाई कर्मी देंगे। तीन दिन पहले ही जानकारी में आया है कि सफाई का टेंडर किया है। किंतु ठेकेदार ने काम सही नहीं किया था।
मुझे नहीं लगता की यह अपमान की बात है
सभापति रवि जैन ने कहा कि समस्याओं से पार्षद अगर पार्टी के पदाधिकारियों को अवगत कराता है तो मुझे नहीं लगता है कि पार्टी कार्यालय में बैठक करना अपमान की बात है। यहां पर छोटे-छोटे मुद्दों पर एक चर्चा थी, परिषद की बैठक एक बड़े विषय को लेकर की जाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »