देवास। औदुम्बर महासभा भवन में शनिवार रात मालवी नाटक को देखने का अद्भुत उत्साह देखा गया। शहर के हर हिस्से से समाज जन इस मंचन को देखने आये। कार्यक्रम के प्रारम्भ में सभी ने मिलकर श्री गणेशजी की आरती एवं प्रसाद का लाभ लिया। इसके पश्चात श्री औदुम्बर महासभा के अध्यक्ष ओम चौधरी जी ने पधारे सभी अतिथियों एवं कलाकारो का शब्दों से स्वागत किया। मालवी नाटक लाड़ी को बाप जिसे भावेश कानूनगो द्वारा लिखा गया तथा इंदौर के रजनीश दवे द्वारा निर्देशित एवं अभिनित किया गया। इंदौर की प्रतिष्ठित नाट्य संस्था अदा द्वारा मंचित इस नाटक में मुख्य भूमिकाओं में रजनीश दवे, मृदुला दवे, सागर शेन्डे, प्रियंका खंडेलवाल, अजय जोशी, अमित वसुनिया, मंजरी संवत्सर, आशीष सन्वत्सर, आर्यन शुक्ला, सचिन भावसार, अनिल भाटिया हैं। अतिथि भूमिका तृप्ति जोशी और कोमल दुबे ने निभाई।
लाड़ी का बाप रिश्ते और भावनाओं के ताने-बाने से बुने इस नाटक में हास्य के माध्यम से बेटी का महत्व बताया गया। उसके जन्म से विवाह तक पिता किस तरह अपनी जिम्मेदारियां निभाता है। इसके बारे में भी बहुत ही खूबसूरत ढंग से बताया गया। रिश्ता पक्का होने से लेकर बिदाई तक उत्पन्न होने वाली परिस्थितियों को नाटक में सहज हास्य -व्यंग्य के साथ रोचक तरीके से परोसा गया है। बाबूराव की बेटी की शादी के लिये लडक़े की तलाश के साथ शुरू हुआ नाटक सार्थक संदेश के साथ खत्म होता है। नाटक हास्य के साथ ही लडक़ी के परिवार और पिता के समक्ष बेटी के ब्याह की चिंता, उसकी व्यवस्थाओं की चुनौतियों, बेटी के भविष्य की चिंता और अपने सम्मान को बचाए रखने के संघर्ष को भी उजागर करता है। बिदाई के समय लडक़ी के माता-पिता और परिवार के भावुक हो जाने के भावनात्मक पक्ष को भी खूबसूरती के साथ नाटक में उकेरा गया है। सशक्त अभिनय के कारण सभी को अपने आप को नाटक से जुड़ा हुआ पाया। बारात भी निकली तो उसमे सभी दर्शकों को उत्साह से भर दिया तो विदाई के समय सभी के आँखे नम थी। इस नाटक में हर व्यक्ति किसी शादी समारोह में सम्मिलित होने का आभास दिलाया। सीमित संसाधन और सादगी के साथ पूरी टीम ने नाटक मालवी की मिठास को प्रस्तुत किया। अंत में मुख्य किरदार बाबूराव का संवाद जो एक सार्थक सन्देश दे गया- एक बेटी ही असि रे बाप का लिए जो अच्छा से ओके समझे हे। ओका जन्म से लइ के विदा होने तक अपना बाप को ख्याल रखे हे। बड़ा किस्मत वाला रे जो छोरी का बाप बने। क्यों जाय की छोरो अपना पितृ होनो के मोक्ष दिलाय पण ऊना मोक्ष से ज्यादा इना धरती पर स्वर्ग बेटी ही दे है ने सभी का दिल जीत लिया। मालवी बोली के प्राचार के लिए बनाये गए मालवी मिठास परिवार द्वार सभी कलाकारों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। महासभा देवास में प्रतिदिन दिए जाने वाले ड्रा में श्याम पेशकार जी का ड्रा खुला जिसे रजनीश दवे एवं साथियों द्वारा खोला गया। इस अवसर पर औदुम्बर महासभा के वर्तमान अध्यक्ष ओम चौधरी, पूर्व अध्यक्ष महेंन्द्र उपध्याय, श्याम पेशकार, सतीश दुबे, किशोर दुबे, श्रवण कानूनगो, राजेंद्र जोशी, डीके जोशी, राधेश्याम जोशी, श्रीमती ममता उपाध्याय, प्रकाश दुबे आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जयंत शर्मा ने किया एवं आभार ओम प्रकाश चौधरी ने माना।