देवास। औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक कंपनी में काम करने वाला एक श्रमिक रविवार को झुलस गया था। श्रमिक को कंपनी से उपचार के लिए जिला चिकित्सालय लेकर आए जहां डॉक्टर ने जांच कर श्रमिक को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर श्रमिक के परिजन सहित कंपनी के लोग जिला चिकित्सालय पहुंचे थे। श्रमिक के शव को पोस्टमार्टम के लिए रखा था, लेकिन परिजन पोस्टमार्टम कराने से इंकार करते रहे उनका कहना था कि जब तक कंपनी मुआवजा नहीं देती तब तक उसका पोस्टमार्टम नहीं होगा। इसके बाद परिजनों सहित बड़ी संख्या में लोग कंपनी गेट पर पहुंचे और लापरवाही का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। औद्योगिक थाना क्षेत्र पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों समझाइश दी। काफी देर तक परिजन मांग पर अड़े रहे कंपनी प्रबंधन ने परिजनों को मुआवजा देने की मांग मानी उसके बाद वह वहां से गए और मृतक का पोस्टमार्टम किया गया। औद्योगिक थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है।
जानकारी के अनुसार सुनील पिता शिवपाल तोड़ावद उम्र 27 वर्ष निवासी जयसिंह नगर बीराखेड़ी औद्योगिक क्षेत्र स्थित पेंटागन लैब्स कंपनी में ठेका पद्धति पर काम करता था। घटना के वक्त वह ऑटो प्लग स्ट्रीम के संपर्क में आकर बुरी तरह से झुलस गया। बताया गया है कि कंपनी में ग्लूकोज की बोतल बनती है। इस दौरान तेज हिटिंग से सुनील झुलस गया। घटना के बाद उसे तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी लगते ही परिजन व बड़ी संख्या में लोग कंपनी गेट के बाहर एकत्रित हो गए। लोगों का गुस्सा देखते हुए औद्योगिक थाना पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा। परिजनों व लोगों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए उचित मुआवजे की मांग की। परिजनों ने बताया कि सुनील की करीब चार माह पूर्व ही शादी हुई थी। घर में उसकी पत्नी माँ के साथ उसका भाई व भाभी रहते हैं। सुनील के बड़े भाई अनिल ने बताया कि वह भी उसी कंपनी में कार्यरत है वह नाईट शिफ्ट में काम करता है। बताया गया है कि दो दिनों पहले भी एक महिला कंपनी में काम करते हुए झुलस गई थी उसका उपचार शहर के निजी अस्पताल में चल रहा है। कंपनी के बाहर बैठे श्रमिक के परिजनों ने काफी देर तक हंगामा किया उसके बाद प्रबंधन ने श्रमिकों की बात मानते हुए मृतक सुनील के परिजनों को 7 लाख रुपए का चेक दिया है।
कंपनियों में सुरक्षा के इंतजामों को लेकर हो रही लापरवाही
श्रमिक नेता विकास लोखंडे ने भी आरोप लगाते हुए कहा कि शहर में कई कंपनियों में सुरक्षा के इंतजामों को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। जिन उपकरणों का उपयोग होता है, उनकी समय-समय जांच की जाना चाहिए। मशीनों का मेेंटेनेंस भी होना चाहिए। संबंधित विभाग को इस और ध्यान देना चाहिए। इस प्रकार के हादसे भविष्य में ना हो इसे लेकर संबंधित विभाग को सभी कंपनियों में निरीक्षण करना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो हम आंदोलन करेंगे।