देवास। दिपावली पर्व की रात में पर जिले के बागली में डंपर चोरी हुआ था। पुलिस ने डंपर मालिक की रिपोर्ट पर अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया। पुलिस ने डंपर चोरी करने वालों को ढूंढने के लिए टीम बनाई करीब 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले तकनीकी साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने डंपर चोरी करने वाले आरोपी को गिरफ्त में लिया। आरोपी ने बताया कि डंपर का सहमालिक व उसके एक साथी के कहने पर उसने डंपर चोरी किया था। उसने बताया कि बीमे से राशि प्राप्त करने के लिए नए डंपर को चोरी करने की साजिश बनाई गई थी। मामले में पुलिस अधीक्षक ने प्रेस वार्ता में प्रकरण का खुलासा किया।
पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद ने बताया कि दिपावली की रात्रि को लोग त्यौहार के उल्लास में थे, वहीं दूसरी और बागली के ग्राम बेड़ामऊ के समीप एसार पेट्रोल पंप से एक नया डंपर चोरी होने की रिपोर्ट डंपर मालिक दिलीप पिता राधेश्याम मानधन्या निवासी वार्ड क्रमांक 8 शिवाजी चौराहा बागली ने पुलिस को की थी। वाहन मालिक ने बताया था कि करीब एक माह पूर्व ही उन्होनें डंपर खरीदा था। डंपर की किमत करीब 57 लाख रुपए बताई थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरिक्षण किया। मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 303(2) बीएनएस का अपराध कायमकर प्रकरण विवेचना में लिया था। पुलिस ने 3 टीमें गठित कर घटनास्थल के साथ आसपास सीसीटीवी फुटेज खंगाले साथ ही टोल नाकों, संस्थानों व हाईवे पर स्थित ढाबे एवं होटलों पर लगे लगभग 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। पुलिस ने डंपर बडऩगर से रतलाम के बीच देखा और उसे जब्त किया गया। डंपर अमजद उर्फ अन्नू पटेल पिता अनवर पटेल निवासी अनारबाग थाना खजराना जिला इन्दौर बेड़ामऊ के समीप एसार पेट्रोल पंप से लेकर फरार हुआ था। पुलिस आरोपी को डंपर के साथ बागली थाने लेकर पहुंची जहां आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया कि डंपर के सहमालिक जसपाल सेंधव व अर्जुन सेंधव के कहने पर डंपर चुराया था।
सहमालिक का बीमा लेने का उद्देश्य था
पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद ने बताया कि लगातार 5 दिनों तक डंपर का तलाशने का प्रयास जारी रहा। डंपर दिलीप पिता राधेश्याम मानधन्या व सहमालिक जसपाल सेंधव ने खरीदा था। डंपर को चोरी कराने की योजना सहमालिक जसपाल की थी। उसका उद्देश्य यह था कि डंपर को चोरी करवाकर पुलिस से खात्मा रिपोर्ट प्राप्त करके बीमे की राशि क्लेम जसपाल करना चाहता था। साथ ही वाहन के मालिक दिलीप मानधन्या को धोखे में रखना चाहता था। मामले में फरियादी की रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध किया था, कई प्रकरण ऐसे होते है जिनमें फरियादी गलत रिपोर्ट कराते हैं। इस मामले को भी उस एंगल से जांच करेंगे। अगर किसी प्रकार से कोई ऐसे तथ्य आते हैं तो फरियादी पर भी विधि अनुसार कार्रवाई की जाएगी। सीसीटीवी फुटेज में डंपर चालक अमजद का चेहरा दिखा उसके बाद उसे गिरफ्तार कर पुरा मामला स्पष्ट हुआ। इस प्रकरण में एक स्विफ्ट कार भी पुलिस ने जब्त की है, उन्होनें बताया कि प्रकरण में आरोपियों ने स्विफ्ट कार का उपयोग भी किया था। डंपर सहित 60 लाख रूपयों की सामाग्री जब्त की है।
तीन आरोपी हुए गिरफ्तार
पुलिस ने डंपर चालक अमजद उर्फ अन्नू पटेल पिता अनवर पटेल निवासी अनारबाग खजराना इन्दौर, डंपर का सहामालिक जसपालसिंह पिता अनारसिंह सेंधव निवासी ग्राम बेडामऊ थाना बागली उसका साथी अर्जुन पिता मोतीसिंह सेंधव निवासी ग्राम बेडामऊ थाना बागली है।
इनका रहा सराहनीय योगदान
प्रकरण में निरीक्षक हिना डावर, उप निरीक्षक मलखान सिंह भाटी, लोकेश कुशवाह, चिंतामण चौहान, उपेन्द्र नाहर, सउनि नरेंद्रसिंह चौहान, प्रआर ज्ञानेंद्र कुमार, आर. रोहित दसोरिया, दीपक कुशवाह, अरुण वर्मा, बलराम परमार, सैनिक विष्णु सोनी, सायबर सेल टीम प्रआर शिवप्रताप सिंह सेंगर, सचिन चौहान व सउनि कृष्णकांत परिहार, सउनि अशोक दुबे, प्रआर सुरज तिवारी, आर. राहुल हिरवे थाना पिथमपुर सेक्टर 1 जिला धार का योगदान रहा। पुलिस अधीक्षक ने टीम को पुरुस्कृत करने की घोषणा की है।
18 दिनों में मिला था चोरी हुआ डंपर
एक डंपर मालिक विजय गेहलोत ने बताया कि उनका नया डंपर करीब एक वर्ष पूर्व देवास के जेतपुरा पेट्रोल पंप से चोरी हुआ था। उसकी अनुमानित किमत करीब 55 लाख रुपए थी। उनका डंपर चोरी होने के 18 दिनों बाद भीलवाड़ा (राजस्थान) के समीप मिला था। विजय गेहलोत ने बताया कि राजस्थान के अलवर पुलिस ने आरोपियों को उत्तरप्रदेश से पकड़ा था, आरोपियों ने राजस्थान में भी चोरी की वारदातें की थी। उक्त प्रकरण बीएनपी थाने में दर्ज है। विजय गेहलोत ने बताया कि आरोपी वर्तमान में राजस्थान जेल में हैं, प्रकरण देवास न्यायालय में विचाराधीन है। संभवत: आरोपियों को पुलिस यहां न्यायालय में भी पेश करने के लिए लाएगी।