देवास। शुक्रवार को फ्रिज में मिली महिला के शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों की पैनल की मौजूदगी में कल शाम को ही कर दिया था। महिला मूल रुप से उज्जैन की निवासी थी उसके परिजन आज जिला चिकित्सालय आए और शव लेकर वहां से अंतिम संस्कार के लिए उज्जैन रवाना हो गए थे। प्रकरण में आरोपी को पुलिस की सक्रियता से गिरफ्तार कर लिया था। परिजनों ने मामले को लेकर मीडिया से चर्चा नहीं कि किंतु समाज के एक व्यक्ति ने बताया कि महिला करीब 5 वर्षों से घर से गायब रही उसने कोरोना काल के दौरान आरोपी से शादी की थी। मामले को लेकर पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार भोपाल रोड बायपास मार्ग स्थित वृंदावनधाम में धीरेंद्र श्रीवास्तव निवासी इंदौर का मकान है। धीरेंद्र के मकान को बलवीर सिंह ने किराए पर लिया था। इनसे पहले यहां पर जुलाई 2023 में यह मकान संजय पाटीदार ने किराए पर लिया था। संजय ने जून 2024 में मकान खाली कर दिया, लेकिन एक कमरे में अपना कुछ सामान छोड़ दिया था, जिसमें फ्रिज भी शामिल था। मकान मालिक की सहमति गुरुवार रात 8.30 बजे कमरा खोला। कमरे में फ्रिज रखा हुआ था। उस समय फ्रिज चलता दिखा उन्होंने स्वीच बंद कर दिया। उन्होंने सोचा बेवजह बिजली कर बिल आएगा, इसके बाद उन्होंने स्विच बंद कर दिया। इसके बाद शुक्रवार सुबह परिवार के साथ कमरे की सफाई करने पहुंचे तो देखा फ्रिज से खून निकल रहा था और बदबू भी आ रही थी। इसके बाद बलवीर ने मकान मालिक धीरेंद्र श्रीवास्तव व बीएनपी पुलिस को सूचना दी। पुलिस और एफएसएल टीम ने पहुंचकर फ्रिज खोला तो महिला का शव बाहर गिर गया। महिला के हाथ-पैर बंधे नजर आए थे। शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा जहां उसका डॉक्टरों की पैनल से पोस्टमार्टम किया गया।
दोस्त के साथ मिलकर की थी हत्या
शुक्रवार देर शाम को आरोपी संजय पाटीदार को पुलिस ने उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया था। उसने बताया था कि उसके इंगोरिया के रहने वाले दोस्त विनोद दवे के साथ प्रतिभा की हत्या करने की साजिश की थी। मार्च महीने में प्रतिभा का किराए के मकान पर गला घोंटा और लाश को फ्रिज में डाल दिया। फ्रिज को कपड़े से बांधकर ढंक दिया। सामान को जमाकर कमरे को लॉक कर दिया। विनोद दवे पर राजस्थान के टोंक में एक अपराध दर्ज हुआ था, जिस मामले में वह जेल में बंद है।
1 मार्च के बाद से प्रतिभा को नहीं देखा
कॉलोनीवासियों ने बताया था कि दोनों ने खुद को पति-पत्नी बताया था। उनका कोई बच्चा नहीं था। प्रतिभा सिलाई काम भी करती थी और वह धार्मिक कार्य में भी बढ़चढ़ की भाग लेती थी। एकादशी के दिन वह अमृतनगर स्थित खाटू श्याम मंदिर भी जाती थी और संयोग ही रहा कि उसका शव भी एकादशी तिथि पर ही फ्रिज में मिला। कॉलोनी के लोगों में प्रतिभा को 1 मार्च 2024 के बाद से नहीं देखा था। संजय पाटीदार से पूछते तो बताता था कि प्रतिभा मायके गई है।
5 साल से फरार थी, लव मैरिज की थी
परिजनों को सूचना मिली उसके बाद कुछ लोग शनिवार सुबह उज्जैन से देवास आए। जहां मृतिका का शव पुलिस ने उन्हें सौंप दिया। परिजनों ने मामले को लेकर मीडिया से चर्चा नहीं कि किंतु समाज के दुर्गाशंकर प्रजापति ने बताया कि महिला का नाम प्रतिभा प्रजापति था, वह घर से करीब 5 वर्षों से फरार थी। परिजनों ने प्रतिभा को काफी ढंूढने का प्रयास भी किया लेकिन नहीं मिली जिस पर प्रयास छोड़ दिया था। बीएनपी थाने से एसआई साहब ने मुझे पूछा कि समाज बंधु में से कोई है क्या? तो वो मुझे यहां लेकर आये थे। उन्होनें बताया कि परिजनों का प्रतिभा से इस बीच में कोई संपर्क नहीं हुआ। उसने लव मैरिज किया था। कोविड में शादी कर ली थी। मृतिका का एक भाई और माता पिता है जो उज्जैन फ्रीगंज में रहते है। परिवार से कोई नहीं आया। यह देवास में रह रही है यह जानकारी नहीं थी। उन्होनें बताया कि मृतिका के माता-पिता उसका शव ले जाना नहीं चाहते थे।