महिला ने खाया था जहरीला पदार्थ उपचार के दौरान हुई मौत…..! -मायके वालों ने लगाए ससुराल पक्ष के लोगों पर आरोप : पति और सास प्रताडि़त करते थे….! -पोस्टमार्टम कक्ष के बाहर मायके और ससुराल पक्ष के लोगों में हुआ था विवाद

देवास। महिला ने जहरीला पदार्थ खा लिया था, जिसे परिजन देवास के निजी अस्पताल लेकर आए जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। महिला के मायके वालों ने आरोप लगाते हुए बताया कि उनकी बेटी को जमाई और सास ने जहर देकर मारा है। आज सुबह मृतिका के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा था, पीएम कक्ष के बाहर भी मायके और ससुराल पक्षों के बीच वाद-विवाद हो रहे थे। मौजूद पुलिस कर्मियों ने विवाद कर रहे लोगों को हटाया पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। मामले को लेकर पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है।


जानकारी के अनुसार ऋषिका उर्फ आराधना पति अनिल सैंधव उम्र 18 वर्ष निवासी अतरालिया जिला सिहोर थाना जावर ने गुरुवार सुबह अपने घर पर जहरीला पदार्थ खा लिया था उल्टीयां होने पर उसका पति अनिल उसे विनायक अस्पताल लेकर पहुंचा था। जहां को उपचार के दौरान शाम को महिला की मौत हो गई। मृतिका के पति ने बताया कि उसकी 8 माह की एक बालिका है। शुक्रवार सुबह मृतिका का पोस्टमार्टम कक्ष के बाहर मायके और ससुराल वालों के बीच जमकर विवाद हुआ उस दौरान मृतिका के पति के साथ मायके वालों ने झूमाझटकी भी की थी। मौजूद पुलिस कर्मियों ने बीचबचाव कर दोनों पक्षों को हटाया था। मामले को लेकर पुलिस ने शून्य पर मर्ग कायम कर प्रकरण को जावर थाना पुलिस को सौंपा है।


माता-पिता ने लगाए ससुराल वालों पर आरोप
पोस्टमार्टम कक्ष के बाहर मृतिका के मायके और ससुराल पक्ष के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो गई थी। मृतिका ऋषिका के पिता जयसिंह निवासी खाड़ी पिपलिया ने बताया कि उसकी बेटी की शादी 4 वर्ष पूर्व अतरालिया के अनिल के साथ हुई थी। जब शादी हुई थी तब ऋषिका नाबालिक थी, उसका गोना नहीं किया था। 2 वर्ष पूर्व उसका गोना कर उसे ससुराल भेजा था। जयसिंह ने ससुराल वालों पर आरोप लगाते हुए बताया कि ससुराल जाने के बाद मेरी बेटी को पति और सास प्रताडि़त करते थे। करीब एक वर्ष पूर्व उसका पैर भी गर्म तेल से जला दिया था। गुरुवार शाम को मेरी बेटी को जहर खिला दिया था। मेरी बेटी का फोन उसकी माँ के पास आया था कि उसे बचा लो, जब हम देवास के अस्पताल पहुंचे तो ससुराल वालों ने मुझे मिलने नहीं दिया। मुझे कल सूचना मिली थी। अगर समय पर सूचना दी होती तो मेरी बच्ची नहीं मरती। मेरी बेटी की शाम को मौत हो गई उसके बाद हमें बताया। मृतिका की माँ ने बताया कि जमाई अनिल मेरी बेटी को डराकर रखता था, उसने मेरी बेटी को मारा है।


कुछ विवाद नहीं था हमारे बीच में
मृतिका के पति अनिल ठाकुर निवासी अतरालिया ने बताया कि हमारे बीच में कोई विवाद नहीं था मैंने दहेज में कुछ नहीं मांगा परिवार वाले जो आरोप लगा रहे है वह सब निराधार है। बुधवार शाम को मैं और मेरी पत्नी ने साथ में खाना खाया था। सुबह चाय पी उसके बाद उसे उल्टी होने लगी फिर हम उसे पास ही अस्पताल लेकर गए थे वहां से देवास रेफर कर दिया था उसने मुझे बताया था कि मैंने गलती से जहरीली गोली खाली थी।

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