देवास। एक व्यक्ति का शव औद्योगिक थाने के समीप गार्डन में गुरुवार सुबह मिला, सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची जहां काफी देर तक व्यक्ति की शिनाख्त नहीं हो पाई। पुलिस ने व्यक्ति के शव को अज्ञात मान लिया था। शव को जिला चिकित्सालय भेजने के लिए नगर निगम के शव वाहन को सूचना दी गई, लेकिन डेढ़ घंटे से अधिक समय तक शव वाहन मौके पर नहीं पहुंचा। पुलिस जवानों ने दूसरे अन्य वाहन के लिए निगम के विभागीय अधिकारी को कहा जिस पर निगम ने एक छोटा चार पहिया वाहन भेजने की बात कही थी। इसी बीच मृतक की शिनाख्त के लिए कुछ लोग मौके पर पहुंचे और उन्होनें शिनाख्त कर मृतक की पहचान की। काफी देर तक निगम का वाहन नहीं पहुंचा तो मृतक के परिजन उनके निजी वाहन से शव को जिला चिकित्सालय लेकर आए, जहां उसका पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। मामले को लेकर पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को विवेचना में लिया है। जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों ने मृतक की मौत अधिक शराब पीना और हृदयघात से होना बताया है।
जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह एक व्यक्ति का शव औद्योगिक थाने के पीछे की और गार्डन में मिलने की सूचना पुलिस को मिली थी। शव को देख एबी रोड़ पर काफी भीड़ जमा हो गई। काफी देर तक शव की शिनाख्त नहीं हो पाई थी। शव को जिला चिकित्सालय पहुंचाने की तैयारी पुलिस कर रही थी उसी दौरान मृतक की पहचान करने के लिए कुछ लोग पहुंचे और उसकी शिनाख्त मोहन पिता मयाराम अहिरवार उम्र 51 वर्ष निवासी गंगा नगर के रुप में हुई थी। पुलिस ने बताया कि मृतक के पास उसकी चप्पल व पानी की बॉटल भी मिली थी। शव को ले जाने के लिए निगम के शव वाहन को करीब डेढ़ घंटे पहले सूचना दी थी। शव वाहन चालक ने पुलिस को बताया कि वाहन खराब है किसी और वाहन से शव को ले जाएं। मृतक की शिनाख्त होने के बाद शव को परिजन उनके निजी वाहन से जिला चिकित्सालय ले गए। जहां मृतक का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। मामले को लेकर औद्येागिक थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है।
काफी मात्रा में शराब का सेवन करते थे
मृतक के परिजनों ने बताया कि उसके दो लडक़े और तीन लड़कियां है सभी की शादी हो चुकी है। मृतक मोहन अहिरवार मकान बनाने का कार्य करते थे। उनका बड़ा और छोटा लडक़ा सिविल कार्य ही करते हैं। मृतक के बड़े लडक़े ने बताया कि उसके पिता का 7 फरवरी को जन्मदिन भी था। पिछले कई दिनों से शराब का सेवन भी काफी करने लगे थे। आठ दिनों पूर्व उनके पिता कार से शिप्रा चले गए थे, उन्हें यहां-वहां काफी ढूंढा लेकिन नहीं मिले लेकिन उनकी कार शिप्रा में मिल गई थी। उसके बाद वह घर पर आ गए थे, बुधवार शाम को वह घर से पैदल ही निकले काफी देर तक व पूरी रात तक घर नहीं लौटे थे। हमने यह सोचा कि पहले भी घर आ गए थे तो फिर आ जाएंगे इसलिए थाने पर रिपोर्ट नहीं की थी। मृतक के भतीजे सोनू ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से पारिवारिक मामले को लेकर तनाव में भी थे, सुबह सूचना मिली कि थाने के पीछे गार्डन में शव मिला है जिस पर हम देखने आए तो मेरे पिता ही थे।