प्रधानाचार्य कलेक्टर की धमकी देकर शिक्षिका से ले रहा था रिश्वत, लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथों पकड़ा -प्रधानाचार्य सहायक शिक्षिका को झुूठी जांच में फंसाने की दे रहा था धमकी -आरोपित प्रधानाचार्य का कहना : मैंने एक रुपया भी नहीं लिया था

देवास। लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने सोमवार को शासकीय प्राथमिक विद्यालय संजय नगर के प्रभारी प्रधानाचार्य को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ा। प्रधानाचार्य पर आरोप था कि वह स्कूल की सहायक शिक्षिका को झूठी जांच में फंसाने की धमकी देकर शिक्षिका से 6 हजार रुपए की प्रतिमाह रिश्वत ले रहा था। आरोपी प्रधानाचार्य ने कुछ माह तक शिक्षिका से रिश्वत ली उससे तंग आकर शिक्षिका ने इसकी लिखित शिकायत उज्जैन लोकायुक्त को कर एक रिकार्डिंग भी दी। इसके बाद टीम सोमवार सुबह स्कूल पहुंची जहां आरोपी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों टीम ने धरदबोचा। लोकायुक्त टीम ने आरोपी के विरुद्ध धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 संशोधन 2018 के तहत कार्रवाई की है।


लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने सोमवार को शासकीय प्राथमिक विद्यालय संजय नगर के प्रभारी प्रधानाचार्य तिलकराज सेम को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ा। आरोपी द्वारा स्कूल की शिक्षिका पद्मा बाथम को झूठी जांच में फंसाने की धमकी देकर शिक्षिका से 6 हजार रुपए प्रतिमाह की रिश्वत की मांग की जा रही थी। जिसकी शिकायत पीडि़त शिक्षिका ने 4 अप्रैल को उज्जैन लोकायुक्त को की थी। पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन अनिल विश्वकर्मा द्वारा शिकायत की जांच डीएसपी सुनील तालान को दी गई। डीएसपी ने रिश्वत मांगने की पुष्टि मोबाइल से प्रधानाचार्य और शिक्षिका की चर्चा व उसकी रिकार्डिंग से की। शिकायत सही पाए जाने पर व प्रभारी प्रधानाचार्य तिलकराज सेम को लोकायुक्त टीम ने शिक्षिका बाथम से 5 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया। कार्रवाई के दौरान लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान, निरीक्षक दीपक सेजवार सहित 8 सदस्यों की टीम मौजूद रही।


आपके रिजल्ट भी हम तैयार करवाते हैं
डीएसपी सुनील कुमार तालान ने बताया कि प्रधानाचार्य ने शिक्षिका से कहा था कि आपको काम नहीं आता है तो आपके रिजल्ट भी हम तैयार करवाते हैं काम भी हम करते हंै फिर आपके खिलाफ जांच हो जाएगी। कई लोगों को कलेक्टर साहब ने सस्पेंड कर दिया है। आप भी सस्पेंड हो जाओगे। इसलिए हर माह पैसा दिया जाता था 6 हजार रुपए प्रतिमाह की मांग प्रधानाचार्य ने की थी। लेकिन शिक्षिका ने कहा कि वह इतना नहीं दे पाएंगी तो डरा धमकाकर 5 हजार रुपए प्रतिमाह प्रधानाचार्य देने की बात हुई थी। गत 4 अप्रेल को शिक्षिका व प्रधानाचार्य के बीच हुई रिकार्डिंग भी कराई गई। उसके बाद सोमवार को पैसे देना तय हुआ था। आज हम पूरी टीम के साथ यहां आए जैसे ही शिक्षिका से 5 हजार रुपए प्रधानाचार्य ने लिए वैसे ही हमारी टीम ने प्रधानाचार्य को रंगे हाथों पकड़ लिया। शिक्षिका स्कूल में स्थाई रुप से कार्यरत है। इस प्रकरण में धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 संशोधन 2018 में दर्ज किया गया है।

थाने से महिला आरक्षक को बुलाओ
एक और टीम की कार्रवाई जारी थी, वहीं दूसरी और से प्रभारी प्रधानाचार्य तिलकराज सेम की पुत्री सूचना मिलने पर स्कूल पहुंची और कहने लगी की उसके पिता ऐसा कर ही नहीं सकते। पिता भी बेटी का हाथ पकडक़र बिलखते हुए दिखे। पुत्री ने लोकायुक्त टीम से बहस करने का प्रयास भी किया। इस बीच लोकायुक्त डीएसपी ने कहा कि थाने से महिला आरक्षक को बुलाओ परिवार नौटंकी कर रहा है। पिता पुत्री को मिलने दिया तो आप लोग नाटक कर रहे हो।


मैंने एक रुपया भी नहीं लिया
मैं तिलकराज सेम सहायक शिक्षक के पद पर हूं प्रभारी प्रधानध्यापक हूं। एक सर चिप्स खाते हुए और उनके साथ एक और सर आए और मेरे हाथ में 5 हजार रुपए पकड़ाने की कोशिश की मैंने दोनों हाथों की मुी बंद कर ली। मैंने एक रुपया भी नहीं लिया। दो लोगों ने हाथ पकड़ा और बहुत देर तक मुी खोली ही नहीं। मैंने एक रुपया भी नहीं लिया था।


करीब 6 से 7 माह से रुपए दे रहे थी
सहायक शिक्षिका पद्मा बाथम ने बताया कि प्रभारी प्रधानाचार्य तिलकराज सेम मुझसे डारा धमकाकर रुपए मांगते थे। करीब 6 से 7 माह से रुपए दे रहे थी। मेरा प्रतिमाह 58 हजार रुपए वेतन है कलेक्टर साहब की धमकी भी देते थे। अब तक 6 हजार रुपए देते आए है सोमवार को ही 5 हजार रुपए दिए थे। अब इस स्कूल में तो यह प्रधानाचार्य नहीं आए तो ही ठीक है।

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