दो अलग-अलग गांवों में किसानों को लगा विद्युत करंट, खेत पर फसल में पानी देने गए थेएक की मोटरपंप चालू करते समय, दूसरे की 11 केवी लाइन के खुले तार की चपेट में आने से हुई मौत

देवास। जिले के दो अलग-अलग गांवों में किसानों की विद्युत करंट लगने से मौत हो गई। दोनों के शव को जिला चिकित्सालय भेजा गया जहां पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिए। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है।
जानकारी के अनुसार जितेंद्र पिता सीताराम उम्र 35 वर्ष निवासी बैरागढ़ उज्जैन रोड़ रविवार को अपने खेत पर फसल को पानी देने के लिए गया था, उसी दौरान उसे मोटरपंप चालू करते समय करंट लग गया। परिजन उपचार के लिए उसे अमलतास अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उपचार के दौरान शाम को जितेंद्र ने दम तोड़ दिया। जिसके बाद परिजन देर रात को जितेंद्र के शव को जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे जहां सोमवार सुबह मृतक का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। मामले को लेकर पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है। परिजनों ने बताया कि मृतक विवाहित था उसका एक लडक़ा भी है।


11 केवी लाईन के तार की चपेट में आने से हुई मौत
जिले के भौंरासा थाना अंतर्गत ग्राम पिपल्याखुर्द के रहने वाले जयसिंह पिता मानसिंह राजपूत उम्र 55 वर्ष अपने खेत पर पानी देने के लिए दोपहर करीब डेढ़ बजे घर से निकले थे। परिजनों ने बताया कि उनके खेत के ऊपर से 11 केवी की लाईन के तार नीचे पड़े हुए थे, जिससे वह करंट की चपेट में आ गए जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक के चचेरे भाई सुरेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि रात को 8 बजे तक जयसिंह घर नहीं पहुंचे तो उनके मोबाइल पर फोन लगाया लेकिन नहीं उठाया जिसके बाद उनका लडक़ा श्रवण खेत पर गया उसने फोन लगाकर देखा तो उनका मोबाइल बीचे खेत में बजते हुए सुना वह रात को पिता को ढूंढते हुए खेत के बीच पहुंचा तो उसे पिता मृत अवस्था में मिले और विद्युत तार नीचे पड़ा हुआ था। सुरेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि विद्युत लाइन के बारे में कई बार विद्युत विभाग को सूचित किया लेकिन लाइन में कोई सुधार नहीं हुआ। मृतक का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। मामले को लेकर भौंरासा पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है।

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