देवास। पिछले कुछ दिनों से रसूलपुर स्थित ट्रांसपोर्ट नगर में भूमि का कब्जा किसानों द्वारा नहीं छोड़ा जा रहा था। जिसके चलते शुक्रवार को सुबह बड़ी संख्या में भारी पुलिसबल मौके पर पहुंचा और विरोध करने वाले महिला-पुरुषों को सख्ती से हटाया गया। क्षेत्र की कुछ महिलाएं पहले की तरह जेसीबी के सामने बैठी व लेट गई जिन्हें सख्ती से हटाकर गिरफ्तार किया गया। इस बीच किसानों को हटाने की सूचना मिलते ही कांग्रेस नेता प्रदीप चौधरी भी पहुंचे उन्हें भी यहां से पुलिस ने सख्ती से हटाया और किसानों के साथ उन्हें भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जमीन पर से किसानों का अतिक्रमण हटाने के बाद जेसीबी से जमीन को समतल करने की कार्रवाई की गई। साथ ही पुराने अतिक्रमण को भी जेसीबी से हटाया गया। इस दौरान मौके पर नगर निगम आयुक्त सहित डीएसपी, सीएसपी के साथ भारी पुलिस बल तैनात रहा।

प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर की भूमि किसान प्रशासन को नहीं देना चाह रहे थे। जिसके लिए लंबे समय से किसान इसका विरोध कर रहे थे। इस संबंध में किसानों का कहना है कि आज की गाईड लाईन के अनुसार हमें मुआवजा दिया जाए तो हम भूमि का कब्जा छोडऩे को तैयार है। उल्लेखनीय है कि ट्रांसपोर्ट नगर की योजना 2008 में बनी थी। 11 हेक्टेयर जमीन पर प्रस्तावित योजना के तहत करीब 22 किसानों की भूमि अधिगृहीत की जानी थी। किसानों को पूर्व की गाइडलाइन के अनुसार पैसा दिया जाना था। लेकिन किसान वर्तमान की गाइड लाइन के मुताबिक पैसों की मांग कर रहे थे।

इसके बाद किसान कोर्ट चले गए। कुछ माह पूर्व कोर्ट से निराकरण होने के बाद प्राधिकरण ने यहां काम शुरू करने के प्रयास किए थे। किंतु प्रशासनिक अमला पहुंचने के बाद किसान यहां खड़े हो जाते है और विरोध करते थे। किसानों का कहना है कि हमें विकास प्राधिकरण द्वारा 1 बीघा के हिसाब से चार लाख रुपए दिए जा रहे है जबकि आज उक्त भूमि का करीब 4 करोड़ रुपए दाम है। पिछले कुछ दिनों से उक्त भूमि को लेकर किसानों का धरना और विरोध प्रदर्शन भी चल रहा था।

प्रशासन ने दिखाई सख्ती भेजा जेल
शुक्रवार को जिला प्रशासन ने मामले में सख्ती दिखाई और विरोध करने वाले लोगों को मौके से हटा दिया गया। इस बीच कांग्रेस नेता प्रदीप चौधरी भी किसानों के पक्ष में विरोध करने पहुंचे लेकिन प्रशासन द्वारा उन्हें भी गिरफ्तार कर महिला-पुरुषों के साथ राजोदा जेल भेज दिया। कुछ देर के बाद प्रदीप चौधरी को पुलिस ने छोड़ दिया। किसानों के परिवार में महिलाएं बच्चों को लेकर यहां पहुंची महिलाओं ने काफी देर तक प्रदर्शन किया जेसीबी के आगे छोटे बच्चों को लेकर बैठ गई। जिन्हें महिला पुलिस बल ने सख्ती से यहां से हटाया और राजोदा जेल भेज दिया गया। इस मामले को लेकर नगर पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह चौहान ने बताया कि प्रदर्शन करने वाले किसानों पर भी कार्रवाई की जाएगी।

10 वर्ष पहले ही भूअर्जन हो चुका है
इधर मामले में निगम आयुक्त विशाल सिंह चौहान ने बताया कि ट्रांसपोट नगर को लेकर लंबे समय से किसानों से चर्चा चल रही थी। न्यायालय का निर्देश है उसके अनुक्रम में आज कार्रवाई की गई है। उच्च न्यायालय ने निर्देश दिए है कि शीघ्र भूमि पर कार्य प्रारंभ किया जाए। किसानों को उनकी राशि दी जाए। लेकिन किसान यहां पर राशि नहीं लेना चाह रहे और न ही भूमि पर से कब्जा छोडऩा चाह रहे। आज से 10 वर्ष पहले यह भूअर्जन हो चुका है और देवास विकास प्राधिकरण के नाम राजस्व विभाग में यह भूमि दर्ज है। न्यायालय के निर्देशनुसार जिला प्रशासन, नगर निगम व देवास विकास प्राधिकरण की टीम ने यह कार्रवाई की है। कुछ लोगों ने विरोध किया लेकिन बहुत तेजी से प्रशासन की टीम ने उन्हें हटाया और कुछ लोगों को गिरफ्तार करना पड़ा। हम पहले भी तीन-चार बार समझाईश दे चुके है। लेकिन भूमिस्वामी नहीं समझ पा रहे थे। हमें उच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन करना जरुरी है।

वज्र वाहन बंद होने पर मारना पड़ा धक्का
प्रदर्शन कर रहे किसान व उनके परिवार को पुलिस बल ने सख्ती करते हुए हटाया और पुलिस, नगर निगम के वाहनों से राजोदा जेल ले जाया जा रहा था उसी दौरान पुलिस का वज्र वाहन अचानक से बंद हो गया जिस पर कांग्रेस नेता को दूसरे अन्य वाहन से राजोदा जेल ले जाया गया। वाहन को धक्का मारकर चालू किया उसके बाद वाहन में मौजूद किसानों व उनके परिवार को जेल भेजा गया।