सनकी बाप ने बेटे के काटे थे दोनों हाथ, बोरवेल से मिले
320 फीट गहरे बोरवेल में शर्ट से बंधे हाथ पुलिस ने निकाले

देवास। पिछले दिनों बरोठा थानाअंतर्गत ग्राम बांगरदा में एक बालक का दोनों हाथ कटा शव पुलिस को मिला था। मामले को लेकर पुलिस ने प्रकरण को जांच में लिया था। जांच में पाया था कि उसके पिता ने बेटे को मारा था। प्रकरण का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया था कि उसके पिता को मृतक ने पिता के चचेरे भाई की पत्नी के साथ अवैध संबंध बनाते हुए देख लिया था। इसलिए पिता ने अपने बेटे को मौत के घाट उतारा था। पहले पिता ने बेटे के गले में रस्सी से गले में फंदा डालकर छत से लटका दिया उसके बाद दराते से दोनों हाथ कोहनी से काट दिए और समीप ही बोरवेल में डाल दिए थे। पिता और महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस शुक्रवार दोपहर से बोरवेल में कटे हाथ को निकालने का प्रयास कर रही थी, मृतक के हाथ देर रात 10 बजे निकाले गए।


गत 2 दिसंबर की रात को हरिओम पिता मोहनलाल चौहान ने अपने पिता व महिला को आपत्तिजनक हालत में देखा था, इसके बाद से ही महिला उसे रास्ते से हटाने की बात मोहनलाल से कहने लगी थी। 4 दिसंबर की देर रात करीब ढाई बजे मोहनलाल खेत में सिंचाई करने का बहाना करके हरिओम को अपने साथ ले गया। खेत पर बने खेत मालिक के मकान की छत पर हरिओम को ले जाकर मोहनलाल ने मारपीट करते हुए रस्सी से गले में फंदा डालकर नीचे लटका दिया। बाद में रस्सी को काटा, उस समय तक हरिओम की मौत नहीं हुई थी। उसे लेकर खेत की ओर गया और दराते की मदद से उसके हाथ काट दिए और हरिओम की शर्ट में लपेटकर बोरवेल में डाल दिए। शव को झाड़ी में फेंक दिया था।


मन में आया तो कट दिए थे हाथ
मासूम हरिओम के हाथ काटना सवालों के घेरे में बना हुआ है। हांलाकि पुलिस पता लगा रही है कि आरोपी ने उसके हाथ क्यों काटे जबकि उसकी मौत फांसी लगने से हो गई थी। आरोपी ने भी स्पष्ट जानकारी नहीं दी, बस यही कहा कि उसके मन में आया तो हाथ काट दिए। पुलिस के अनुसार वो सनकी प्रवृत्ति का है। पीएम रिपोर्ट में हरिओम की मौत का कारण हाथ कटने से खून बह जाना बताया गया है।


320 गहरे बोरवेल से निकाले दोनों हाथ
बरोठा थाना प्रभारी शैलेन्द्र मुकाती ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने बताया था कि उसने शव मिलने वाली जगह से कुछ दूरी पर स्थित बोरवेल में दोनों कटे हाथ डाले हैं। यह बोरवेल 320 फीट के आसपास है और हाथ सबसे नीचे चले गए हैं। हाथ देखने के लिए कैमरे की मदद ली गई। शुक्रवार शाम को 4 बजे से पुलिस ने तार, पाइप, कांटे से हाथ निकलने के प्रयास शुरू किये। मशक्कत के बाद देर रात करीब 10 बजे हाथ निकाले जा सके जो शर्ट में बंधे थे। इनको जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।

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