देवास। मक्सी रोड़ बिलावली क्षेत्र में रविवार देर रात को एक सडक़ हादसे में तीन युवकों को गंभीर अवस्था में जिला चिकित्सालय लेकर आए जहां एक युवक को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया वहीं दो युवकों का प्राथमिक उपचार कर उन्हें गंभीर अवस्था में रैफर कर दिया। इस दौरान करीब आधा घंटे तक एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं हो सकी जिससे परिजन व परिचित नाराज हो गए, हंगामे की आशंका को देखते हुए आरएमओ, कोतवाली थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंच गए थे, बाद में एंबुलेंस आने पर घायलों को रैफर किया गया था।
एबी रोड पर डेंजर जोन में शामिल बिलावली क्षेत्र में रविवार रात को सडक़ हादसा हो गया। यहां एक बाइक का टायर पंचर होने के बाद वाहन चालक की मदद के लिए दो युवक रूके थे, इन तीनों को किसी अज्ञात वाहन ने तेज रफ्तार में जाते हुए टक्कर मार दी। हादसे में एक युवक की मौत हो गई जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए। जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को रैफर कर दिया गया। इस दौरान आधा घंटे तक एंबुलेेंस की व्यवस्था नहीं हो सकी जिससे परिजन व परिचित नाराज हो गए, हंगामे की आशंका को देखते हुए आरएमओ डॉ. अजय पटेल, कोतवाली थाना प्रभारी एमएस परमार भी मौके पर पहुंच गए थे। बाद में एंबुलेंस आने पर एक घायलों को रवाना किया गया।
जानकारी के अनुसार हिंदू संगठन के एक पदाधिकारी का बेटा अभिषेक पिता महेश मंडलोई बाइक से जा रहा था। रास्ते में बिलावली क्षेत्र में बाइक पंचर होने पर पास से निकल रहे जतिन व लक्ष्मण निवासी ग्राम निपान्या मदद के लिए रूके, इसी दौरान अज्ञात वाहन ने तीनों को टक्कर मार दी। गंभीर घायल अवस्था में तीनों को जिला अस्पताल लाया गया जहां जांच के बाद डॉक्टर ने लक्ष्मण पिता शंकर सिंह राजपूत उम्र 17 वर्ष को मृत घोषित कर दिया। अन्य दोनों घायलों अभिषेक व जतिन का उपचार किया गया, इनको गंभीर चोट लगी थी। जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद इंदौर रैफर कर दिया गया। हादसे की सूचना मिलने पर हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता जिला अस्पताल में एकत्रित हो गए, यहां से रैफर करने के बाद समय पर एंबुलेंस नहीं मिल सकी, इसके बाद आरएमओ, सीएमएचओ सहित कलेक्टर को भी फोन लगाया गया। करीब आधा घंटा बीत गया तब जाकर एंबुलेंस आई फिर घायलों को इससे इंदौर ले जाया गया। आज सुबह मृतक लक्ष्मण का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। मामले को लेकर पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है।
निजी-सरकारी अस्पताल ले जाने को लेकर हुई थी बहस
करीब आधे घंटे के बाद जब 108 एंबुलेंस आई तो घायल अभिषेक को ले जाने के लिए परिचितों ने एंबुलेंस के चालक व ईएमटी से कहा कि इंदौर में निजी अस्पताल तक चलना होगा, उधर चालक व ईएमटी ने निजी अस्पताल जाने से इनकार कर दिया और कहा कि यह नियम में नहीं है, हम सरकारी अस्पताल ही ले जाएंगे। इसको लेकर करीब 5-7 मिनट तक बहस चलती रही। इसके बाद संगठन के पदाधिकारियों ने सीएमएचओ और आरएमओ से एंबुलेंस चालक की चर्चा कराई उसके बाद एक घायल को इंदौर निजी अस्पताल ले जाया गया।