शहर हुआ गौरवान्वित : स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में देवास को मिला प्रथम स्थान
संपूर्ण भारत में स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में मिली प्रथम रैंक, सर्वेक्षण में 200 में से 175.5 अंक मिले

देवास। स्वच्छता सर्वेक्षण की तरह अब स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में देवास को प्रथम स्थान मिला है। केंद्र सरकार पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा कराए गए स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में देवास को तीन लाख जनसंख्या वाले शहरों में पहला स्थान मिला है। इसके लिए नगर निगम को शनिवार को उड़ीसा के भुवनेश्वर में होने वाली नेशनल वायु कॉन्फ्रेंस में 37.50 लाख रुपए की नकद राशि देकर निगमायुक्त को पुरस्कृत किया गया। उल्लेखनीय है कि शहर में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए नगर निगम द्वारा किए गए कार्यों व प्रदूषण का स्तर पिछले साल से कम होने पर यह पुरस्कार दिया गया है।


स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2022 में देवास को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। वायु की गुणवत्ता के लिए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा यह सर्वेक्षण करवाया गया था। इसमें तीन लाख से कम आबादी वाले शहरों में देवास शहर की रैंक प्रथम रही। नेशनल क्लीन एयर सिटी में देवास शहर संपूर्ण भारत में प्रथम स्थान पर आया है। उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर में उड़ीसा के राज्यपाल गणेशीलाल व केंद्रीय मंत्री बीके यादव के हाथों यह अवार्ड व प्रमाण पत्र नगर निगम आयुक्त विशालसिंह चौहान ने प्राप्त किया। पुरस्कार के साथ ही 37 लाख 50 हजार रुपए का चेक भी नगर निगम को प्राप्त हुआ। आयुक्त के साथ वायु स्वच्छता और स्वच्छता नोडल अधिकारी सौरभ त्रिपाठी एवं इंजीनियर राजेश कौशल साथ रहे। महापौर गीता दुर्गेश अग्रवाल, सभापति रवि जैन ने स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में प्रथम स्थान प्राप्त होने पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह शहरवासियों के सहयोग से ही संभव हो पाया है। हमें मिलकर इसी प्रकार से पर्यावरण का संरक्षण करना है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी देवास नगर निगम को सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में पूरे भारत में प्रथम स्थान एवं प्रधानमंत्री आवास योजना में दूसरा स्थान प्राप्त हो चुका है। नगर निगम की टीम महापौर, सभापति एवं आयुक्त के मार्गदर्शन में श्रेष्ठ कार्य कर रही है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में भी देवास प्रथम स्थान पर आने के लिए प्रयासरत है।


नगर निगम ने विभिन्न प्रकार के कार्य किए
शहर में वायु प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए नगर निगम लगातार कार्य कर रहा है। इसके तहत निगम द्वारा विभिन्न चौराहों पर फव्वारे लगाने का कार्य भी किया जा रहा है, ताकि हवा में धूल के कण कम हो सके। शहर में इ-व्हीकल के उपयोग पर भी जोर दिया जा रहा है। स्वच्छ वायु सर्वेक्षण के तहत लोगों को जागरूक करने के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। शहर में हरियाली को बढ़ावा देने के लिए पौधरोपण सहित अन्य कार्य किए जा रहे हैं। शहर में हरियाली बनी रहे इसलिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के पानी का उपयोग शहर के बगीचों में किया जा रहा है। स्कूलों में भी कार्यक्रम आयोजित कर विद्यार्थियों को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही सिटी फॉरेस्ट बनाने का कार्य भी शुरू किया गया है।


200 में से मिले 175.5 अंक
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत स्वच्छ वायु सर्वेक्षण करवाया गया था। इसमें वायु गुणवत्ता सुधार पर बेहतर कार्य करने पर शहरों को रैंकिंग दी गई। इसके लिए देश के 131 प्रदूषित शहरों को इसमें भाग लेने के लिए कहा गया था, जिसमें से 123 शहरों ने सेल्फ असेसमेंट रिपोर्ट सबमिट की थी। केंद्रीय टीम ने देवास आकर निरीक्षण भी किया था। नगर निगम के द्वारा किए गए कार्यों व प्रदूषण के स्तर को कम करने पर एक से तीन लाख जनसंख्या वाले शहरों में देवास को प्रथम स्थान मिला है। देवास को सर्वेक्षण में 200 में से 175.5 अंक मिले हैं।

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