देवास। पिछले दिनों उज्जैन रोड़ रेल्वे ब्रिज के नीचे हुई हत्या के मामले में कोतवाली पुलिस की लापरवाही सामने आई है। बताया जा रहा है कि जिस बुजुर्ग व्यक्ति की पिछले दिनों हत्या हुई थी हत्या के पहले मृतक अपनी पत्नी को लेकर कोतवाली थाने पहुंचा था और पुलिस से मदद मांगी थी। लेकिन कोतवाली पुलिस ने मृतक की बात को गंभीरता से नहीं लिया और उसी दिन शाम के समय उसकी हत्या हो गई। मामले में लापरवाही बरतने पर पुलिस अधीक्षक ने कोतवाली थाने पर पदस्थ दो एएसआई, दो प्रधान आरक्षक व एक आरक्षक को सस्पेंड कर दिया।
गत सप्ताह गुरूवार की शाम को शहर के उज्जैन रोड़ ब्रिज के नीचे पुरानी रंजीश को लेकर एक बुजुर्ग नवाब पिता अब्बासी इब्राहिम की दो आरोपियों ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी। इस संबंध में मृतक की पत्नी ने बताया था कि पुरानी रंजीश के चलते वह पति और बच्चों को लेकर हत्या वाले दिन दोपहर में कोतवाली थाने पर गई थी, किंतु कोतवाली थाने पर पुलिसकर्मियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया था। मृतक चाय की दुकान संचालित करता था इस मामले में कोतवाली थाना पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध अपराध भी दर्ज कर लिया था।
जानकारी के अनुसार कोतवाली थाने पर पदस्थ एएसआई राधेश्याम शर्मा, एएसआई अनिल पांडे, प्रधान आरक्षक रघुनंदन मुकाती, सुनिल देथलिया व आरक्षक कीरत सिंह को पुलिस अधीक्षक ने सस्पेंड किया।
इनका कहना :
मोतीबंगला बीट में अवैध गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश नहीं लगा पाने के कारण, जिम्मेदारी पूर्वक ड्युटी का निर्वहन नहीं करने के कारण, वहां से आने वाली शिकायतों का गंभीरता पूर्वक कार्यवाही नहीं करने के कारण हमने वहां बीट में उपस्थित प्रभारी और सहायक कर्मचारियों को सोमवार को निलंबित किया है। इसमें हम जांच करा रहे हैं कि कौन-कौन अधिकारी के क्या-क्या रोल और उनके क्या कार्य रहे हैं। जिन्होनें सही कार्य नहीं किया है। उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। निश्चित रूप से पुलिस थाने पर कोई फरियादी आता है तो उसे आराम से बैठाएं, पानी पिलाएं फिर उसकी बात सुने यदी उसकी बात में कोई अपराधिक बात सामने आती है तो एफआयआर दर्ज करें। यदी नहीं है तो किस प्रकार से फरियादी को संतुष्ट किया जा सकता है। जो अधिकारी कर्मचारी इस कार्य में विफल रहते हंै तो उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए। उसी तारतम्य में उक्त कार्रवाई की गई है।
पुलिस अधीक्षक डॉ शिवदयाल सिंह