देवास। नवतपा के बाद भी गर्मी अपना तेवर दिखा रही है, इस गर्मी में चुनावी सरगर्मी भी बढ़ रही है। इसी के तहत नगरीय निकाय चुनाव में भी देखने को मिल रहा है। कल कांग्रेस ने एक बड़ा दाव खेलते हुए ब्राह्मण समाज का राजनीतिक कार्ड खेला है। जिससे शहर में राजनीतिक हलचल भी तेज हुई है। वहीं कांग्रेस में आंतरिक विरोध भी बनने लगे हैं। दो दिनों पूर्व कांग्रेस में पैराशूट नेता का नाम सामने आया था। लेकिन कांग्रेस ने पैराशूट नेता की हवा का रूख पलट दिया और स्थानीय नेता पर भरोसा दिखाया है। अब तमाम आंतरिक विरोध के बाद कांग्रेस की यह प्रत्याशी बन रहे विरोध को कैसे अपने पक्ष में लेकर एकजुट कांग्रेस में तब्दील कर चुनाव में जीत का परचम लहराएंगी देखने योग्य रहेगा। वैसे नियुक्त प्रत्याशी का मानना है कि पार्टी के बड़े नेताओं की सोच और सभी नेता एक जाजम पर ही इस चुनाव में अपनी सहभागिता दिखाएंगे। उन्होनें चर्चा के दौरान कहा कि उनकी प्राथमिकता देवास शहर को स्वच्छता में अग्रणी बनाकर प्रदेश ही नहीं वरन देश में नंबर वन लाना है।
उल्लेखनीय है की महापौर प्रत्याशी की घोषणा कांग्रेस के लिए सिरदर्द बनी हुई थी। शरूआत से ही कविता मनोज राजानी, कविता प्रदीप चौधरी और रेखा वर्मा ये तीन नाम ही प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। इनमें रेखा वर्मा महापौर तो रही मगर विधानसभा में 50 हजार मतों से हारी। प्रदीप चौधरी खुद को विधानसभा चुनाव के लिए प्रोजेक्ट कर रहे हैं। इन नामों के अलावा दूसरे भी कुछ नाम हैं मगर उनकी दावेदारी महज औपचारिकता ही है। इन सबके चलते सीधे कमलनाथ के मार्फत श्वेता प्रवेश अग्रवाल का नाम सामने आया। प्रवेश अग्रवाल नर्मदे युवा सेना संगठन चलाते हैं और इसी साल फरवरी में कांग्रेस ज्वाइन की है। आर्थिक रूप से संपन्न प्रवेश की कमलनाथ से नजदीकियों ने ही उनकी पत्नी के नाम की दावेदारी को मजबूत बनाया और बुधवार तक तो खबर आई कि श्वेता का नाम लगभग तय हो गया है मगर जब विरोध हुआ तो नाम होल्ड कर लिया गया। इसी बीच गुरूवार रात को कांग्रेस ने सूची जारी कर दी और श्रीमती विनोदनी रमेश व्यास को कांग्रेस का प्रत्याशी घोषित कर दिया। इसके बाद कांग्रेस में आंतरिक विरोध उत्पन्न होने लग गया। साथ ही सारे दावेदार निराश हो गए। वैसे श्रीमती व्यास धार्मिक व सामाजिक कार्यों में सक्रिय है।
अब क्या भाजपा खेलेगी ब्राह्मण कार्ड, या जय जिनेन्द्र ?
कांग्रेस की और से तो ब्राह्मण समाज के नेता रमेश व्यास की पत्नी श्रीमती विनोदिनी व्यास को प्रत्याशी नियुक्त कर दिया है। राजनीतिक रूप से देखा जाए तो कांग्रेस ने ब्राह्मण कार्ड खेलकर राजनीतिक रूप से बड़ी हलचल पैदा कर दी है। अब भाजपा इस और किस प्रकार की रणनीति बनाती यह देखना होगा। फिलहाल तो भाजपा की और से रवि जैन की पत्नी श्रीमती पूजा जैन प्रबल दावेदार मानी जा रही है। सूत्रों की माने तो पैलेस से तीन नामों पर विचार किया गया है। वहीं अगर भाजपा ने भी ब्राह्मण पर अपना रूख बनाया तो चौंकाने वाले नामों में श्रीमती विनीता व्यास का नाम आगे होगा। वैसे भाजपा किस प्रकार का रूख अपनाती है यह देखना है।
पूर्व मंत्री की रही अहम भूमिका
चर्चा ऐसी भी है कि कांग्रेस ने श्रीमती विनोदिनी रमेश व्यास का टिकट ब्राह्मण वोटरों को देखकर किया है। कहा जाता है कि देवास में ब्राह्मण मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं। यही वजह रही थी कि पिछली बार भाजपा से सुभाष शर्मा त्रिकोणीय मुकाबले में जीतकर महापौर बने थे। इसके चलते कांग्रेस ने भी इस बार ब्राह्मण कार्ड खेला। सूत्रों का कहना है कि इस टिकट में पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा का रोल अहम रहा। उन्होंने किसी को भनक भी नहीं लगने दी और श्रीमती व्यास को टिकट दिलवा दिया।
शहर की स्वच्छता रहेगी प्राथमिकता
कांग्रेस से घोषित उम्मीदवार श्रीमती विनोदिनी व्यास ने चर्चा के दौरान बताया कि उनकी प्राथमिकता शहर में स्वच्छता को लेकर है उनका मानना है कि शहर के प्रत्येक वार्डों में घरों के सामने डस्टबिन रहेंगे जिससे लोगों को कचरा गाड़ी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। सिवरेज का रूपया जो नगर निगम के द्वारा लिया जा रहा है वह नहीं लेंगे सिवरेज का कनेक्शन जिस किसी घर में करना है वह नगर निगम स्वयं करेगी। पैकी के प्लाटों की समस्या को हल किया जाएगा। वह औद्योगिक इकाईयां जो बंद है प्रयास कर उन्हें भी चालू करना प्राथमिकता है। बेरोजगारों को रोजगार के अवसर मिले इसका प्रयास किया जाएगा।