देवास। उज्जैन रोड़ पर पिछले दिनों से निर्माण कार्य चल रहा है, इसी के साथ यहां से गुजर रहे वाहन जिसमें बसें अंधगति से जाती है जिसके कारण दिन-प्रतिदिन दुर्घटनाएं होती रहती है। रविवार शाम को भी एक हादसा इस मार्ग पर हुआ बताया जा रहा है कि अंधगति से जा रही सिटी बस ने साइकल पर सवार बुजुर्ग को जोरदार टक्कर मार दी जिसमें उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद बस चालक बस लेकर वहां से फरार हो गया। घटना के बाद क्षेत्रीय लोगों ने आक्रोशित होकर सडक़ पर चक्काजाम कर दिया जिसकी सूचना पाते ही मौके पर सिविल लाईन थाना पुलिस व नगर पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे जहां उन्होनें जाम खुलवाया और मार्ग से गुजर रही यात्री बसों के चालकों को नियंत्रित गति से वाहन चलाने के सुझाव दिए। घटना के बाद मृतक का शव करीब आधे घंटे तक घटना स्थल पर रहा उसके बाद जिला चिकित्सालय से एंबुलेंस आई लेकिन उससे पहले मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए निजी वाहन से जिला चिकित्सालय भेजा गया। मामले को लेकर सिविल लाइन थाना पुलिस ने बस चालक के विरूद्ध अपराध दर्ज कर लिया था।
उज्जैन रोड़ पर पिछले कई दिनों से निर्माण कार्य जारी है, इसके बावजूद यहां पर अनियंत्रित गति से यात्री बसें दौड़ती है, जिससे आए दिन हादसे होते रहते हैं। रविवार शाम को ग्राम नागूखेड़ी पर भी एक ऐसा ही हादसा हुआ जहां एक बुजुर्ग दुलेसिंह राजपूत उम्र 60 वर्ष निवासी भीमसी जो सायकल से देवास की और आ रहे थे, उसी दौरान अंधगति से उज्जैन की और जा रही एक बस ने बुजुर्ग को जोरदार टक्कर मार दी जिसमें उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद क्षेत्रीय लोगों ने चक्काजाम कर दिया था। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर सिविल लाइन थाना पुलिस व नगर पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह चौहान मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाईश दी गई उसके बाद यहां पर चक्काजाम खोला गया।
बसों की अंधगति होने से हुआ हादसा
क्षेत्रीय लोगों ने बताया की बस की गति बहुत तेज थी जिसके कारण उक्त हादसा हुआ है। उज्जैन रोड़ पर इन दिनों फोरलेन का काम चल रहा है। ऐसे में बस चालक अपनी बसों को अंधगति से दौड़ाते है जिससे आए दिन इस मार्ग पर हादसे होते रहते है। लोगों ने कहा की हादसे के बाद आधे घंटे तक मृतक का शव मौके पर ही पड़ा रहा। शव की कोई सूध लेने वाला नहीं था। लोगों की मांग थी कि मृतक के परिवार में छोटे बच्चे है जिनकी आर्थिक मदद प्रशासन द्वारा की जाए।
बसों की गति पर नियंत्रण नहीं…..
बसों की गति पर नियंत्रण नहीं होने से नंबर पहला लगे उसके लिए यात्री बसें अनियंत्रित गति से चलाई जाती है। जिसके कारण पहले भी कई बार उज्जैन रोड़ पर हादसे हो चुके हैं। बताया जाता है कि बसें अपने निर्धारित समय पर बस स्टेण्ड से चलती है, उसके बाद शहर से बाहर आते ही बसें अंधगति से दौड़ती है। कई बाद सूत्र सेवा और निजी बसों में तो रेस भी देखी जाती है, इसी बीच अगर कोई हादसा हो जाए तो बस चालक बड़ी चालाकी से मौके पर फरार हो जाते हैं।