देवास। जिले के बागली थाना क्षेत्र में 17 वर्ष पहले तीन आरोपियों ने एक व्यक्ति का अपहरण कर गोली मारकर हत्या कर उसका शव जंगल में फेंक दिया था। प्रकरण में दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। एक आरोपी जो हत्या का मास्टर माइंड था वह फरार हो गया था। इस मामले में 2010 में विशेष न्यायालय देवास में दोनों आरोपियों को आजीवन कारवास से दंडित किया था। पुलिस को मुख्य आरोपी की तलाश थी जो 17 वर्ष के बाद पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इस संबंध में एसपी ने प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी दी।

एसपी पुनीत गेहलोद ने बताया कि 17 वर्ष पूर्व जिले के बागली थाना क्षेत्र में कालू भील का अपहरण कर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मजदूरी की बात को लेकर विवाद हुआ था, मृतक ने मजदूर देने के लिए कुछ रुपए लिए थे, रुपए लेने के उपरांत मजदूर उपलब्ध नहीं हुए थे, प्रथम दृष्टया विवाद का कारण वही था। वर्ष 2008 में तीन आरोपी मानसिंह राजपूत, ज्ञानसिंह राजपूत और अमरीश राजोरिया ने मिलकर योजना बनाई थी। मजदूरी के विवाद को लेकर पहले इन्होनें मृतक कालू भील का अपहरण किया था। उसे सुनसान क्षेत्र में ले जाकर, गोली मारकर निर्मम रुप से हत्या कर दी थी। इसमें दो आरोपी मानसिंह राजपूत, ज्ञानसिंह राजपूत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वर्ष 2010 में दोनों को न्यायालय पेश कर जेल भेज दिया था। आरोपी अमरीश राजोरिया फरार था।

अलग-अलग राज्यों मेंं फरारी काट रहा था
आरोपी अमरीश पिता कालीचरण राजोरिया उम्र 59 वर्ष निवासी ग्राम रासनोल थाना गोहद जिला भिंड वर्ष 2008 से फरार था। इसको तलाशने के लिए गत दो माह से पुलिस इसके पीछे लगी हुई थी। तकनीकि इनपुट के आधार पर आरोपी के बारे में पता चला। आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सौम्या जैन, अनुविभागीय अधिकारी बागली सृष्टि भार्गव के मार्गदर्शन में बागली थाना प्रभारी मनीषा दांगी, चौकी प्रभारी चापड़ा उपेंद्र नाहर के नेतृत्व में ऑपरेशन हवालात के तहत विशेष टीम गठित की थी। टीम ने इसे 9 अप्रेल को मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया है। आरोपी के बारे में पूछताछ करने पर पता चला है कि यह लंबे समय से अलग-अलग राज्यों में फरारी काट रहा था, आरोपी ने मुंबई, गुजरात, आगर, भोपाल, उज्जैन में प्रारंभिक पूछताछ में रहना बताया है। आरोपी लगातार अपना ठिकाना बदलता रहा और कई मोबाइल और सिम का इस्तेमाल करता रहा। गिरफ्तारी के समय उसके पास से चार मोबाइल बरामद किए गए हैं। वर्तमान में इसकी गिरफ्तारी मध्यप्रदेश में की गई है। आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश किया किया है। आरोपी के पास से चार मोबाइल जब्त किए है।
एसपी ने नगद पुरुस्कार से किया सम्मानित
ऑपरेशन हवालात के तहत जिलास्तरीय गठित विशेष टीम व थाना बागली के समन्वित प्रयास के फलस्वरूप आरोपी को गिरफ्तार किया गया। उक्त सराहनीय कार्य के लिए पुलिस अधीक्षक ने पूरी टीम को 10 हजार रुपये के नगद पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की है। देवास पुलिसने ऑपरेशन हवालात के तहत 1 नवंबर 2024 से आज तक 5 वर्ष के 163,10 वर्ष के 152 व 15 से अधिक वर्ष के 23 कुल 338 फरार, स्थाई, गिरफ्तारी वारंटी को गिरफ्तार किया है जिन पर कुल 64 हजार रुपए का ईनाम उद्घोषित था।